RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
,,,,उसके बेड पर चढ़ने से माँ की आँखें खुल गई लेकिन मैने जल्दी से खुद को बेड पर ज़ोर से हिलाया ऑर माँ के
लिप्स को किस करने के लिए अपने सर को माँ के सर के उपर कर दिया ताकि माँ को शोभा के आने का पता नही चले ऑर बेड को भी इसीलिए थोड़ा ज़ोर से हिला दिया था ताकि माँ को लगे कि मेरे हिलने की वजह से ही बेड हिला था,,,,,,
माँ ने फिर से अपनी आँखे बंद करली ऑर मुझे किस का रेस्पॉन्स देने लगी ऑर अपनी बाहों को मेरे गले मे डालके
मुझे अपने से सटा लिया ,,,,माँ ने मेरे सर ओर पीठ पर हाथ फिराना शुरू किया ऑर मैं माँ को किस करते हुए माँ
की चूत मे उंगली करने लगा,,,फिर मेरे उस हाथ को शोभा ने अपने हाथ मे पकड़ा जो माँ की चूत मे था ऑर मेरे हाथ
को वहाँ से हटा दिया ऑर खुद माँ की चूत मे अपनी उंगली घुसा दी ऑर हल्के से माँ की चूत मे उंगली करने लगी लेकिन एक ही पल मे उसने स्पीड तेज करदी इतनी ज़्यादा तेज की उतनी तेज़ी से तो मैं भी उंगली नही कर रहा था माँ की चूत मे,,,माँ को एक दम से ज़्यादा मस्ती का एहसास हुआ तो माँ ने मेरे लिप्स को कस्के चूसना शुरू कर दिया ऑर अपनी टाँगों को भी खोल दिया,,,
माँ ने मस्ती मे मेरे सर ऑर पीठ को भी प्यार से सहलाना शुरू कर दिया,,,,,वो कुछ ज़्यादा ही मस्त हो गई थी क्यूकी शोभा के हाथ की स्पीड बहुत तेज थी,,,,मैं किस करते हुए माँ की तरफ देख रह था तभी एक दम से माँ की आँखें खुल गई ऑर शोभा का हाथ भी रुक गया ,,इस से पहले मैं कुछ समझ पाता माँ ने मेरे सर को पीछे कर दिया ,,,मैने पीछे हटके जल्दी से शोभा की तरफ देखा तो उसने अपने सर को माँ की चूत से लगा रखा था ऑर माँ की चूत को चूसने लगी थी,,,फिर मैने माँ की तरफ देखा तो माँ सर को उठा कर अपनी चूत की तरफ देख रही थी,,,माँ बहुत हैरान हो गई शोभा की उनकी चूत चूस्ते देख कर ,,
लेकिन बोली कुछ नही क्यूकी शोभा का चूत चूसने का अंदाज़ इतना मस्ती भरने वाला था कि माँ की सिसकियाँ निकलनी शुरू हो गई थी,,,फिर भी माँ हैरान होके सिसकियाँ लेते हुए कभी मेरी तरफ ओर कभी शोभा की तरफ देख रही थी,,मैने वापिस
माँ को किस करना शुरू किया लेकिन माँ ने मुझे किस का थोड़ा सा भी रेस्पॉन्स नही दिया इसलिए मैं फिर से पीछे हो गया ,,,,,,,,,
शोभा द्वारा चूत चूसे जाने पर माँ मस्ती मे तो आने लगी थी लेकिन इसी बात से माँ थोड़ी बहुत हैरान ऑर परेशान
भी थी इसीलिए तो मुझे भी किस का रेस्पॉन्स नही दे रही थी,,,,,शोभा को कोई फ़र्क नही पड़ रहा था वो तो मस्ती मे माँ
की चूत को मुँह मे भरके चूसने मे बिज़ी थी,,उसने दोनो हाथों से माँ की चूत को दोनो तरफ खोल दिया ऑर अपनी
ज़ुबान से उपर से नीचे तक माँ की छूट को चाटने लगी,,माँ मस्ती मे ह भरने लगी लेकिन चहरे पर हैरत के
भाव कम नही हुए थे माँ के,,,,,,मेरी हालत खराब होने लगी थी क्यूकी माँ की चूत चूस्ते टाइम शोभा अपने हाथ
से बीच बीच मे अपनी चूत को सहलाने लगी थी ऑर माँ भी मस्ती मे चूत चुसवाने का मज़ा लेती हुई आहे भर
रही थी,,,,मेरे से भी अब रहा नही गया ऑर मैं जल्दी से बेड से नीचे उतर गया,,माँ मेरी तरफ देखने लगी,,मैने बेड
से नीचे जाके माँ को बेड की एक तरफ लास्ट मे खेंच लिया जिस से माँ की चूत शोभा से दूर हो गई लेकिन शोभा भी जल्दी से माँ की चूत के करीब हो गई,,,,मैने माँ की लास्ट मे खींच लिया था जिस से माँ का सर बेड से नीचे लटक गया था ऑर मैं बेड से नीचे ज़मीन पर घुटनो के बल बैठ गया था,,मेरा लंड माँ के मुँह के करीब था माँ ने भी
आहह भरते हुए मस्ती मे अपना मुँह खोल दिया ऑर मेरे लंड को मुँह मे लेने की कोशिश करने लगी मैने
भी आगे बढ़ कर लंड को माँ ने मुँह मे घुसा दिया ऑर हल्के से अपनी कमर को आगे पीछे करने लगा क्यूकी माँ
को अपना सर हिलाने मे मुश्किल होनी थी इसलिए मैने अपनी कमर को हल्के से आगे पीछे करना शुरू किया ऑर लंड को
माँ की मुँह मे अंदर बाहर करने लगा ,,,उधर शोभा भी कुतिया की तरह माँ की चूत पर झुकी हुई थी
ऑर माँ की चूत को चूस्ते हुए अपनी चूत मे उंगली कर रही थी,,,,,फिर शोभा ने अपनी उंगली माँ की चूत मे
घुसा दी ऑर हाथ ही अपनी ज़ुबान से माँ की चूत को चाटने लगी ,,,
मैने अपने हाथ माँ के बूब्स पर रख दिए ऑर बूब्स को मसल्ते हुए कमर हिलाते हुए लंड को माँ के गले
से नीचे तक उतारने लगा,,,माँ मेरी तरफ देख रही थी मानो पूछ रही थी कि शोभा को यहाँ तुम लेके आए
हो,,,,मैने हसके माँ की तरफ़ देखा ऑर इशारा कर दिया कि हाँ माँ दीदी को मैं ही यहाँ लेके आया हूँ,,,,माँ
ने आँखों से मुझे कुछ इशारा किया ऑर राहत की साँस लेते हुए अपने सर को हल्के से आगे पीछे करने की कोशिश
करने लगी लेकिन मैने माँ को मना कर दिया अपना सर हिलाने से क्यूकी माँ को मुश्किल हो रही थी,,,बल्कि मैने
अपनी कमर की स्पीड को तेज करते हुए लंड को तेज़ी से माँ के मुँह मे पेलने लगा,,,,,,करीब 10-15 मिनट तक
मैं माँ के मुँह को चोदता रहा ओर शोभा माँ की चूत को चुस्ती रही,,,फिर माँ के बदन को झटके लगने
शुरू हो गये मैं ऑर दीदी समझ गये माँ का काम होने वाला है इसलिए दीदी ने अपने मुँह को माँ की चूत पर
कस्के सटा दिया ऑर तेज़ी से उंगली भी करने लगी माँ की चूत मे मैने भी माँ के बूब्स को कस्के मसलना शुरू
कर दिया ऑर लंड को भी तेज़ी से माँ के मुँह मे पेलने लगा,,,,कुछ 2 मिनट बाद ही माँ ने पानी निकालना शुरू कर दिया
ऑर शोभा ने माँ की चूत से निकलने वाला सारा पानी पीना शुरू कर दिया ऑर तब तक माँ की चूत से मुँह नही हटाया
जब तक सारा पानी नही पी लिया,,,फिर शोभा उठके बैठ गई ऑर मुझे माँ के मुँह से लंड निकालने को बोला ऑर मैने
भी लंड को माँ के मुँह से निकाल लिया ऑर सहारा देके माँ को बेड पर बिठा दिया,,,इस से पहले माँ कुछ सोचती शोभा
ने माँ को जल्दी से बेड पर लेटा दिया ऑर खुद माँ के उपर चढ़ गई,,,माँ फिर इस एक दम से हुए हमले से डर गई लेकिन ....शोभा को ऐसे हालात पर क़ाबू करना अच्छे से आता था,,,,उसने जल्दी से अपने हाथ माँ के बूब्स पर रख दिया ऑर ज़ोर से मसल्ने लगी एक ही पल पहले ही माँ झड़ी थी लेकिन शोभा द्वारा बूब्स के इतने ज़ोर से मसले जाने पर माँ को फिर से मस्ती का तेज झटका लगा ऑर मुँह से हल्के मीठे दर्द भरी अह्ह्ह्ह निकल गई,,,,
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