RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
ऐसा मत बोलो सन्नी भाई,,,ये हम लोगो की हेल्प करना चाहती है,,,ये अक़्सा की मौत के ज़िम्मेवार लोगो
को सज़ा दिलवाना चाहती है,,,,,फिर चाहे सामने इसका अपना भाई ही क्यूँ ना हो,,,,
अच्छा ये इतना कर सकती है क्या,,,,मैने रितिका पर ताना मारते हुए बोला
हाँ कर सकती हूँ,,,रितिका गुस्से से बोली,,,,,,,,,,,,अगर मेरा बस चले तो मैं सुरेश ऑर उसके बाकी दोस्तो
को गोली मार दूं जिनकी वजह से मेरी बेहन से प्यारी दोस्त अक़्सा की जान गई है,,,,इतना बोलते टाइम उसकी
आँखों मे खून उतर आया था,,,
गोली मारना कोई बड़ी बात नही है रितिका जी,,,गोली तो मैं तब भी उनको मार सकता था जब उन्होने
करण की बेहन शिखा के साथ वो गंदी हरकत की थी,,,,ऑर उन लोगो को गोली मारना ख़ान भाई के लिए
बाएँ हाथ खेल है,,,,पर हम उन लोगो को गोली मार के इतनी आसान मौत नही देना चाहते,,हम उन लोगो
को उतना ही तड़पाना चाहते है जितना उन लोगो ने हमारी बेहन अक़्सा को ऑर बाकी लड़कियों को तडपाया
था,,गोली मारने से तो हम उनको सज़ा नही देंगे बल्कि उन पर एहसान करेंगे
तभी रितिका बोल पड़ी,,,,,,,जानती हूँ तुम लोगो के पास बहुत पक्के सबूत है,,लेकिन मत भूलो तुम लोगो
ने जिनसे पंगा लेना है वो मामूली सड़क चलते लोग नही है,,,,इस स्टेट के जाने माने पोलिटिशन के बेटे
है,,,जिनके लिए पोलीस ऑर कोर्ट को खरीदना कोई बड़ी बात नही है,,,इसलिए अगर उनके साथ बाजी खेलनी
है तो हाथ मे पत्ते बहुत ज़्यादा स्ट्रॉंग रखने होंगे,,,जितने भी ज़्यादा से ज्याद सबूत जमा होंगे
उनके खिलाफ उतने ही पत्ते स्ट्रॉंग होते जाएँगे तुम लोगो के,,,
हाँ सन्नी ये ठीक कह रही है,,,,क्यूकी हमे पहली ही डेट मे सारे सबूत दिखाने होंगे कोर्ट मे
क्यूकी अगर नेक्स्ट डेट मिल गई कोर्ट से तो पंगा हो जाना है,,,हमे पहली डेट मे कुछ सबूत दिखा
कर केस को स्ट्रॉंग करना होगा ताकि दूसरी तरफ का वकील उन लोगो की ज़मानत नही करवा सके ऑर ऐसा
तभी मुमकिन होगा जब हम लोगो के पास बहुत ज़्यादा सबूत होंगे ,,,अगर पहली डेट मे कुछ सबूत
जड्ज के सामने होंगे तो वो नेक्स्ट डेट दे भी देगा लेकिन उन लोगो को ज़मनात बिल्कुल नही देगा,,,
ठीक है ख़ान भाई जैसा आप बेहतर समझे ,,,लेकिन इसके पास ऐसे क्या सबूत है ज़रा पता तो चले ,,,
अभी मेरे पास कोई सबूत नही है सन्नी लेकिन मैं 1-2 दिन मे ऐसा सबूत लाके दे सकती हूँ जो तुम
लोगो के बड़ा काम आ सकता है,,,
अच्छा ऐसा क्या करोगी तुम 1-2 दिन मे,,,,ऐसा कॉन्सा तीर चला दोगि,,,पता तो चले हमे,,,मैने रितिका को
फिर से ताना मारा था,,,
ये तुम देखते जाओ बस सन्नी,,,सबूत ऐसा होगा कि तुम लोग भी याद रखोगे,,
तो ठीक है हम इंतेज़ार कर रहे है उस सबूत का,,,,मैने फिर से उसको ताना मारा,,,,
ठीक है इंतेज़ार करो फिर ,,,इतना बोलकर वो गुस्से से उठी ऑर ख़ान भाई को अलविदा बोलकर वहाँ से चली
गई ऑर जाते टाइम मुझसे कोई बात नही करके गई,,,,
तुम ऐसा क्यू कर रहे हो सन्नी भाई,,,,ख़ान भाई ने रितिका के जाते ही मेरे से पूछा,,,
क्या मतलब भाई मैं कुछ समझा नही,,
मेरा मतलब तू रितिका के साथ इतना अजीब ढंग से क्यूँ पेश आ रहा था,,,,तुझे उसपे यकीन नही है
क्या,,,,
नही ख़ान भाई ऐसी बात नही ,,,वो अच्छी लड़की है,,,मेरी अच्छी दोस्त भी है,,,मैं तो बस उसको इस सब से
दूर रखना चाहता हूँ ,,,,आपको तो पता ही है इस सब मे कितना ख़तरा है,,,,मैं नही चाहता कि
हम लोगो की वजह से वो किसी मुसीबत मे फसे,,,वो मासूम लड़की इतना सब कैसे कर सकती है,,,,अगर
उसको कुछ हो गया तो मैं खुद को माफ़ नही कर पाउन्गा क्यूकी वो ये सब हम लोगो की वजह से तो
कर रही है,,,
तभी एक हवलदार जो चाइ लेके ख़ान भाई के रूम मे आ रहा था उसके हाथ से चाइ की ट्रे गिर गई
जिस से कुछ शोर हुआ ऑर मैं पलट कर उस तरफ देखने लगा,,,,मैने देखा कि दरवाजे के बाहर
रितिका छुप कर खड़ी हुई थी ऑर हम लोगो की बात सुन रही थी,,,,उसी से टकरा कर हवलदार के हाथों से
चाइ की ट्रे नीचे गिरी थी,,,,,,,,उसने मेरी तरफ हंस कर देखा ऑर वहाँ से भाग गई,,,,वो दरवाजे की बाहर
की तरफ थी शायद ख़ान भाई की नज़र नही पड़ी थी उसपे,,
ये क्या किया चाइ क्यू गिरा दी,,
सॉरी साहब वो ग़लती से हो गया,,,,हवलदार बहुत डर गया था,,,
कोई बात नही ऐसा हो जाता है,,,अब इसको सॉफ करो ऑर जाके दोबारा से 2 कप चाइ ले आओ,,,इतना बोलकर
हवलदार को ख़ान भाई वापिस मुझसे बात करने लगे,,,
सही बोला सन्नी तूने,,,,तेरे आने से पहले मैं भी उसको यही सब समझा रहा था लेकिन वो पगली अक़्सा से
इतना प्यार करती थी कि अक़्सा की मौत के ज़िम्मेदार अपने ही भाई को फाँसी पर लटकाने पर उतारू हो गई
थी,,,,अब मैं उसको ज़्यादा नही समझा सकता लेकिन एक बात कहूँगा कि मुझे उस पर पूरा यकीन है ऑर
तुम भी उसपे यकीन करना,,,वो कभी हमे धोखा नही देगी,,,,
जी ख़ान भाई मैं उसपे यकीन करता हूँ लेकिन डरता हूँ,,,,,
फिर हम लोगो की बातें होती रही ,,मैं काफ़ी टाइम ख़ान भाई के पास बैठ रहा ऑर प्लान के बारे मे
बात करते रहे ,,हवलदार दोबारा से चाइ लेके आ गया था ऑर फिर मैं चाइ पीके ख़ान भाई से अलविदा
कहके वहाँ से चला आया,,,,
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