RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
मेरी बात सुनके भाभी शरमा गयी,,,,,वो क्या है ना सन्नी करण जब भी चुदाई करता है
साथ साथ हल्की हल्की डर्टी टॉक भी करता है,,,उसी से आदत हो गयी मुझे,,और वैसे भी
डर्टी टॉक करते हुए चुदाई करने का अलग ही मज़ा है,,,,
हां सही बोला भाभी अपने,,,,,,तो इसी बात पर एक बार और हो जाए,,,,
इतनी भी क्या जल्दी है,,,आज पूरी रात हम लोगो की है,,,,
बस आज की रात भाभी,,,दोबारा कभी नही आओगी क्या अपने देवर सन्नी के पास,,,,,,,
नही सन्नी,,,,एक रात की ज़िद थी मेरी वो पूरी हो रही है,,दोबारा तेरे पास आउन्गी या नही
ये तो टाइम ही बता सकता है,,मैं उसके बारे मे कुछ नही बोल सकती,,,,
अरे भाभी क्या मज़ाक कर रही हो,,,एक बार जो चूत सन्नी के लंड का स्वाद चख लेती है
उसको नशा हो जाता है सन्नी के लंड का,,,,चलो मैं ज़्यादा ज़ोर नही डालता आप पर,,टाइम
विल टेल भाभी,,,,,लेकिन आज रात तो अपनी है ना,,,,आज की रात मे इतनी चुदाई करूँगा
आपकी की आप कम से कम 5-7 दिन करण को अपने पास भी नही आने दोगि,,,,
इतना बोलकर मैने फिर से भाभी के सर को अपने पास किया और फिर शुरू हो गयी हम दोनो
की प्यार भरी किस,मैने भाभी के जिस्म पर लिपटे हुए टवल को अलग कर दिया और भाभी
को नंगी कर दिया,,,पहले की चुदाई मे भी भाभी ने मेरा साथ दिया था इसलिए दोबारा से
जब हम लोगो ने मस्ती करनी शुरू की तब भी भाभी मेरा साथ देने को पूरी तरह तैयार थी
और जैसे ही भाभी के जिस्म से टवल अलग हुआ भाभी मेरे उपर चढ़ गई और मुझे किस करते
हुए मेरे सर को प्यार से सहलाने लगी,,,,मेरे हाथ भी भाभी की पीठ पर चले गये और
मैने भी भाभी की पीठ को प्यार से सहलाना शुरू कर दिया,,,पहले भाभी थोड़ा शर्मा
रही थी घबरा रही थी लेकिन अब भाभी मेरे से भी ज़्यादा एग्ज़ाइट हो गयी थी और बहुत ही
मजेदार तरीके से मुझे किस करती जा रही थी,,,,मेरे हाथ भाभी की पीठ को प्यार से
सहला रहे थे फिर मैने अपने हाथों को पीठ से नीचे करते हुए उनकी गान्ड पर रख
दिया,,,हाथ गान्ड पर जाते ही मैने अपने दोनो हाथों से गान्ड को हल्के से खोला और गान्ड
के सूराख पर एक उंगली से हल्की हल्की जाँच करने लगा,,उनकी गान्ड सच मे सील पॅक थी
मैने एक उंगली अंदर डालने की कोशिश की तो एक उंगली भी अंदर नही जा रही थी,,,मैने
भाभी के लिप्स से अपने लिप्स को दूर किया और अपने हाथ की एक उंगली को अपने मुँह मे भरके
चूस कर थूक लगा लिया और अपने हाथ को वापिस भाभी की गान्ड की तरफ लेके जाने लगा
तभी भाभी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपने मुँह से थोड़ा थूक मेरे हाथ पर उंगलियों के
उपर थूक दिया,,मेरी उंगलियाँ थूक से सराबोर हो गयी थी,,,भाभी ने बहुत ज़्यादा थूक
लगा दिया था मेरी उंगलियों पर,,,,भाभी की भी पता था थोड़े थूक से कुछ नही होने
वाला,,,,,
मैने वापिस भाभी को किस करना शुरू किया और अपने हाथ को जिस पर भाभी ने थूक दिया
था उस हाथ को भाभी की गान्ड पर ले गया और सारे थूक को भाभी की गान्ड के होल पर
मलने लगा,,,,गान्ड का होल भी थोड़ा चिकना हो गया था और उंगलियाँ भी चिकनी थी थूक
की वजह से,,,मैने दूसरे हाथ से गान्ड के होल को थोड़ा खोला और एक उंगली भाभी की
गान्ड मे घुसा दी जो आराम से एक ही बार मे पूरी अंदर चली गयी,,,मैं कुछ देर भाभी की
गान्ड को एक उंगली से हल्के हल्के चोदता रहा फिर एक और उंगली घुसा दी भाभी की गान्ड
मे ,,,लेकिन अब तक मेरा हाथ थोड़ा सूख गया था,,,भाभी ने मेरे हाथ को पकड़ा और अपनी
गान्ड से हटा कर अपने मूह से फिर थूक दिया मेरे हाथ पर,,,,हाथ पर थूक लगते ही
मैने जल्दी से हाथ को गान्ड पर रखा और एक ही बार मे 2 उंगलियाँ घुसा दी भाभी की
गान्ड मे जो आराम से घुस गयी,,,,मैने उंगलियों को गोल गोल घुमा कर भाभी की गान्ड मे
अंदर बाहर करना शुरू कर दिया,,,
कभी देर तक भाभी और मैं किस करते रहे और मैं भाभी की गान्ड को 2 उंगलियों से
चोदता रहा,,,,भाभी ने कई बार मेरे हाथ की उंगलियों पर थूक लगाया था,,,कुछ देर
बाद मेरा हाथ फिर सूखने वाला हुआ तो मैने उंगलियों को गान्ड से निकाला और भाभी के
मुँह के पास किया तो भाभी जल्दी से मेरे उपर से उतर गयी और अपने फेस को मेरे लंड की
तरफ करके अपने घुटनो को मेरे सर के दोनो तरफ करके अपनी चूत को मेरे मुँह के उपर
कर दिया,,,जिस से हम दोनो 69 की पोज़िशन मे आ गये,,,,भाभी ने जल्दी से मेरे लंड को
पकड़ कर मुँह मे भर लिया और चूसना शुरू कर दिया,,,मैने भी भाभी की चूत को अपने
मुँह से लगा लिया और हाथ पर थूक लगा कर भाभी की गान्ड मे फिर से 2 उंगलियाँ घुसा
दी और फिर से 2 उंगलियों से भाभी की गान्ड को चोदने लगा,,,काफ़ी टाइम से हम ऐसे ही एक
दूसरे के प्राइवेट पार्ट को चूस और चाट रहे थे साथ साथ मैं भाभी की गान्ड मे उंगली
भी कर रहा था,,इसी दौरान मेरे हाथ जब भी सूख जाता मैं उसपे थूक लगा लेता,,,
करीब 8-10 मिनिट बाद हल्की हल्की मस्ती करने के बाद भाभी मेरे जिस्म से नीचे उतर
गयी और घुटनो को बेड से लगा कर अपने सर को नीचे बेड से लगा कर और गान्ड को उपर उठा
कर कुटिया की तरह झुक गयी,,,मैं समझ गया था कि भाभी गान्ड मरवाने को तैयार है
क्यूकी अब तक भाभी ने मेरे लंड को भी चूस चूस कर थूक से सराबोर कर दिया था
मेरा लंड एक दम चमक रहा था भाभी के थूक की वजह से,,,मैं भी जल्दी से उठा और
अपने लंड को भाभी की गान्ड के होल पर रखा और हल्का ज़ोर लगाया लेकिन कोई फ़ायदा नही
हुआ ,,मेरा लंड एक साइड मे फिसल गया,,,,मैने कुछ थूक अपने हाथ पर लगाया और भाभी
की गान्ड पर लगा दिया और वापिस लंड को भाभी के गान्ड के होल पर रखा और हल्के से ज़ोर
लगाया नही इस बार भी कोई फ़ायदा नही हुआ,,मैने की बार कोशिश की ज़्यादा से ज़्यादा थूक
लगा कर भाभी की गान्ड मे लंड पेलने की लेकिन हर कोशिश नाकाम रही,,,मुझे हल्का
गुस्सा आ रहा था और शायद भाभी को भी,,,,तभी भाभी उठी और अपने पर्स से एक बॉडी
लोशन की शीशी निकाल कर मुझे दी और खुद वापिस झुक कर कुतिया बन गयी,,,
मैने बॉडी लोशन की शीशी खोली और खूब सारा बॉडी लोशन भाभी की गान्ड के होल पर
लगा दिया और उंगलियों से गान्ड के होल को खोल कर लोशन को भाभी की गान्ड मे भी भर
दिया और अच्छी तरह उंगलियाँ घुमा कर होल को हर तरफ से चिकना कर दिया,,भाभी की
गान्ड बहुत ज़्यादा टाइट थी लेकिन ये लोशन काफ़ी चिकना था,,लोशन की चिकनाई की वजह
से 2 उंगलियाँ बड़े आराम से अंदर बाहर हो रही थी,,,,फिर मैने अपने हाथ से बॉडी लोशन
को अपने लंड पर भी लगा लिया और लोशन वाली शीशी को साइड पर रख दिया और फिर से अपने
लंड को पकड़ा और भाभी की गान्ड पर टिका दिया और हल्के से ज़ोर लगाया तो लंड की टोपी
भाभी की गान्ड मे घुस गयी तभी भाभी की हल्की चीख निकल गयी,,,
हयीईईई आअररामम्म सी सुउन्नयी दार्र्द्द हूटता हाइईइ,,,,मर गयइी माआआअ
मुझे पता था भाभी की गान्ड टाइट है और मेरा मूसल इतने आराम से नही जाने वाला लेकिन
अब मैं टोपी को बाहर नही निकालना चाहता था क्यूकी अगर टोपी को बाहर करता तो दोबारा
अंदर डालने पर भाभी फिर तड़प उठती,,,,इसलिए मैने लंड की टोपी को गान्ड के अंदर ही
रहने दिया और अपने एक हाथ को भाभी की कमर की एक साइड से उनके पेट के नीचे से करते
हुए उनकी चूत पर ले गया और उनकी चूत को सहलाने लगा और साथ ही भाभी को हल्के से
अपने साथ सटा भी लिया क्यूकी अगर मैं एक और झटका मारता तो पक्का था भाभी ने आगे की
तरफ बढ़ने की कोशिश करनी थी और मैं उनको अब रोक भी सकता था,,,मैने भाभी की
चूत को एक हाथ से सहलाना शुरू किया और दूसरे हाथ से बेड पर पड़ी हुई लोशन की शीशी
उठा ली और शीशी को लंड पर उल्टी करके दबा दिया जिस से शीशी से लोशन की एक धार
सीधी लंड पर गिरी ,,मैने शीशी को वापिस बेड पर रखा और हाथ से लोशन को लंड पर
मल दिया और फिर कमर को आगे करके लंड को हल्के से और ज़्यादा गान्ड मे घुसाने की कोशिश
की,,,,,एक तो लंड पर खूब सारा लोशन लग गया था उपर से लंड की टोपी पहले से भाभी
की गान्ड मे थी और साथ साथ मैं भाभी की चूत को भी सहला रहा था इसलिए भाभी को
ज़्यादा दर्द नही हुआ,,,,जो थोड़ा बहुत दर्द होना था वो चूत को सहलाने से मिलने वाली मस्ती
की वजह से नही हुआ ,,,अब मेरा लंड 2-3 इंच तक भाभी की गान्ड मे घुस गया था ,,,
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