RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
सोबिया के मम्मे रगड़ने की वजह से मेरे लंड मे हरकत होने लगी तो मैने अपनी टाँग उठा कर दूसरी टाँग पर रख ली.... सोबिया को भी शायद अहसास हो गया था कि मेरा लंड खड़ा हो गया है... उसके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आई ऑर उसने अपनी एक साइड का वज़न मुझ पर डाल दिया... वो मुझसे कुछ पूछ रही थी मगर मैं तो उसके मम्मो का लांस अपने बाज़ू पर फील कर रहा था मुझे कुछ अहसास नही हुआ कि वो क्या पूछ रही है.... मेरे जवाब ना देने पर उस ने एक हाथ से मेरे फेस को अपनी तरफ किया ऑर मुझे बोली.... अयान क्या सोच रहे हो....
मैने उसकी तरफ देखा ऑर होश आने पर मैं गड़बड़ा गया ऑर पूछा.... जी, जी क्या बोल रही थी आप....
उसने मुझसे कहा कि कहाँ गुम हो....
मैने कहा कहीं भी नही ऑर उसके साथ बातो मे लग गया... उसका बूब मेरे बाज़ू पर लगा हुआ था.. मुझे उसी बाज़ू पर खुजली होने लगी... मैने अपना बाज़ू खुजाने के लिए अपना दूसरा हाथ आगे किया तो मेरी उंगली उसके बूब को टच हो गई.... ऑर मैं खारिश करने लगा... वो पहले तो मेरा हाथ लगने पर थोड़ा पीछे हुई मगर फिर से वेसी ही पोज़िशन मे आ गई... मैं अपना बाज़ू खुजा रहा था जिसकी वजह से मेरे हाथ की बॅक साइड उसके बूब्स से रगड़ खाने लगी.... उसको भी शायद मज़ा आ रहा था.... इतने मे किचन से खाला की आवाज़ आई.... वो सोबिया को बुला रही थी.... सोबिया खाला की आवाज़ सुनते ही सीधी हो कर बैठ गई ऑर मेरी तरफ स्माइल कर के किचन मे जाने लगी.... ऑर मैं उसकी मटकती हुई गान्ड को देखने लगा...
यहाँ मैं आप को सोबिया का फिगर बताता चलूं कि वो एक यंग लड़की थी उसकी हाइट तक़रीबन 5.6 फीट थी. बूब्स 36 साइज़ के थे जो कि फिट कपड़े ऑर टाइट ब्रा पहन'ने की वजह से बिल्कुल सीधे ऑर तने हुए रहते थे.... लगता था कि सोबिया घर मे ज़्यादा काम नही करती थी ऑर हर वक़्त बैठी रहती थी जिसकी वजह से उसकी गान्ड उसके जिस्म के लिहाज़ से कुछ ज़्यादा ही मोटी थी... जब वो खड़ी होती थी तो फिट कपड़े जो कि उसकी गान्ड के साथ चिपक जाते थे ऑर उसकी गान्ड के दोनो उभार कुछ ज़्यादा ही वाज़िब तोर पर नज़र आने लग जाते थे... कपड़ों के अंदर से ही उसकी गान्ड की लकीर सॉफ नज़र आती थी ऑर जब वो चलती थी तो उसकी मोटी गान्ड कभी एक साइड से उपर होती ऑर कभी दूसरी साइड से उपर होती.. ऑर देखने वाले सिर्फ़ अपने लंड को दबाते रह जाते....
यही हालत मेरी भी थी, सोबिया के रूम से बाहर जाते ही मैने भी अपने लंड को जो कि बहुत टाइट खड़ा हो गया था अपने हाथ मे पकड़ कर ज़ोर से दबाया ऑर वॉशरूम की तरफ चल पड़ा. वॉशरूम जा कर अपने लंड पर पानी डाला तब जा कर उसको सकून मिला ओर वो मुरझाए हुए फूल की तरह सिकुड कर छोटा सा हो गया... वॉशरूम से निकल कर मैं भी सीधा किचन मे चला गया जहाँ खाला हांड़ी के लिए प्याज़ टमाटर काट रही थी ऑर सोबिया आटा गूंधने की तय्यारी कर रही थी...
उस वक़्त उन दोनो ने दुपट्टा नही लिया हुआ था.. खाला ऑर सोबिया के फिट कपड़ों मे तने हुए मम्मे देख कर मेरा दिल कर रहा था कि बस मैं दोनो को नंगा कर दूं ऑर चोद चोद कर उनकी फुद्दि का फुद्दा बना दूं...
उन दोनो ने मेरी तरफ देखा ऑर फिर एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगी.... मैं बेचारा छोटा सा बच्चा अपने जज़्बात पर क़ाबू नही रख पा रहा था.. ऑर उन दोनो को देखता जा रहा था... सोबिया किचन मे बने हुए कपबोर्ड जो कि दीवार के साथ बना हुआ था उस मे से कुछ निकालने के लिए नीचे झुकी तो उसकी गान्ड के दोनो उभार खुल कर मेरी आँखों के सामने आ गये.... मैं उसकी गान्ड की तरफ देखने लगा, मुझे नही पता था कि खाला मेरी तरफ देख रही है, मैं तो सोबिया की गान्ड को आँखें फाड़ फाड़ कर घूर रहा था... खाला आहिस्ता से मेरे पास आई ऑर मेरे शोल्डर पर हाथ रख कर मुझसे आँखों ही आँखों मे पूछने लगी... क्या देख रहे हो... मैं शरमा कर नीचे देखने लगा कि खाला ने सोबिया की गान्ड को ललचाई हुई नज़रो से देखते हुए मुझे रंगे हाथो पकड़ लिया है.... खाला के फेस पर स्माइल आ गई.
उन्होने मुझे कन्फ्यूज़ देखा तो अपने एक हाथ की तीन उंगली उपर की ऑर एक उंगली ऑर तुम को राउंड मिला कर सोबिया की गान्ड की तरफ देखते हुए मुझे इशारा किया, क्या मस्त गान्ड है ना सोबिया की.........
मैने खाला के हाथ के इशारे को देख कर सोबिया की गान्ड की तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर सिर नीचे झुका लिया... अब मैं खाला को शो नही करवाना चाहता था कि अब मैं सोबिया को भी चोदना चाहता हूँ.. क्योंकि खाला मुझसे ऑर मैं खाला से अपने प्यार का इज़हार कर चुके थे कि उसी प्यार की खातिर खाला ने अपनी चूत ऑर गान्ड की सील मुझसे तुड़वा ली थी.... इतनी देर मे सोबिया भी आटा गूंधने वाला बर्तन उठा कर सीधी हो गई थी...... उस ने मुझे ऑर खाला को ऐसे खड़े हुए देख कर खाला को कुछ इशारा किया ऑर मुस्कुराने लगी..... खाला फिर से सब्ज़ी काटने लगी ऑर सोबिया ज़मीन पर बैठ कर आटा गूंधने की तैयारी करने लगी. खाला मुझसे मामी के घर के बारे मे पूछने लगी कि वहाँ क्या हो रहा था, कौन कौन लोग थे वहाँ पर ऑर मामी मामू कब आएँगे वाघेरा वाघेरा...
मैने खाला को सबीन ऑर मामी के साथ सेक्स वाली बात के अलावा सब कुछ बता दिया... हमारी बातों के बीच मे ही सोबिया बोल पड़ी....अयान वहाँ पर वो लड़की थी, जिस ने तुम्हारे साथ डॅन्स किया था, उसके ज़िक्र पर मैं थोड़ा हैरान हो गया कि सोबिया ने इस बारे मे मुझसे क्यू पूछा... मैने एक नज़र खाला पर डाली जो सोबिया की इस बात पर उसको घूर रही थी.... मैं सोचने लगा कि पता नही मेरी गैर मोजूदगी मे खाला ऑर सोबिया के दरमियाँ सबीन के बारे मे कोई बात हुई थी या नही ऑर अगर हुई भी थी तो क्या बात हुई थी....
मैं खामोश रहा था तो सोबिया जो कि फर्श पर बैठ चुकी थी उस ने दोबारा पूछा... अयान बताओ ना.... मेरे बोलने से पहले खाला बोल पड़ी.... ओये सोबी... मेरे अयान को तंग ना कर अच्छा... वो ऐसा नही है कि कहीं जा कर लड़कियों को देखे... खाला के बोलने से लग रहा था कि वो सिर्फ़ मेरा दिल रखने के लिए बोल रही है... मैने कोई जवाब नही दिया ऑर खाला से इधर उधर की बाते करने लगा शादी के बारे मे.... सोबिया मेरी तरफ देख कर मुस्कुराए जा रही थी ऑर उसकी ये मुस्कुराहट मुझे बहुत कन्फ्यूज़ कर रही थी.....
खाला अपने काम मे लग गई ऑर मैं दोबारा सोबिया को देखने लगा जो अब फर्श पर बैठ गई थी... मेरी नज़र सोबिया की कमीज़ के गले पर रुक गई जहाँ उसके बैठने की वजह से उसका क्लीवेज नज़र आने लगा... मैं खाला से नज़र बचा कर उसके क्लीवेज को देखने लगा.... मुझे कुछ दिन पहली वाली बाते याद आ गई जब खाला भी इसी तरह आटा गूँध रही थी ऑर मैने पहली बार उनके मम्मों को टच किया.... खाला ने सब्ज़ी काट कर साइड पर रखी तो मैने भी एक दम से अपनी नज़र बाहर की तरफ कर ली जिस से खाला को पता नही लगा कि मैं सोबिया को तरफ देख रहा हूँ.....
मैं बाहर की तरफ ही देख रहा था कि खाला ने आहिस्ता आहिस्ता से मेरे शोल्डर पर थपकी दे कर मुझे अपनी तरफ मुतवज्जा किया ऑर आँखों से मुझे सोबिया के बूब्स की तरफ इशारा किया... जब मैने सोबिया के बूब्स की तरफ देखा तो सोबिया के हाफ बूब्स उसकी कमीज़ के गले से बाहर नज़र आ रहे थे ऑर आटा गूंधने के साथ साथ उसके बूब्स भी हिल रहे थे.... खाला ने फिर मुझे हाथ से इशारा कर के पूछा कि सोबिया के बूब्स कैसे हैं... मैने मुस्कुरा कर सिर झुका लिया... अब मैं ऑर खाला दोनो सोबिया के बूब्स को ही देख रहे थे... अब मैं सोबिया के बूब्स से नज़र नही हटा रहा था. खाला को भी पता था कि गर्ल्स के बूब्स मेरी कमज़ोरी है... मैं उसके बूब्स को देख रहा था कि कोई चीज़ मेरी जाँघ पर मूव करती हुई महसूस हुई.. मैने देखा तो मेरी जाँघ पर कुछ ऑर नही खाला का हाथ मूव कर रहा था...... सोबिया के मम्मो का नज़ारा ऑर खाला के हाथ की हरकत मुझसे बर्दाश्त ना हो सकी ऑर मेरा लंड खड़ा होना शुरू हो गया.... मैने खाला का हाथ पकड़ कर हटाया ऑर सोबिया की तरफ इशारा किया कि वो देख ले गी..... खाला ने भी सोबिया की तरफ देखा ऑर मुझे आँख मारी.......
खाला मेरे ऑर क़रीब आ कर खड़ी हो गई. ऑर सोबिया के हिलते हुए मम्मे देखने लगी... सोबिया अपनी धुन मे मगन आटा गूँध रही थी... खाला सोबिया के मम्मो को देख कर मुस्कुराती ऑर फिर मेरी तरफ देखती..... मैं फिर से सोबिया की तरफ देखने मे मगन हो गया... खाला भी आहिस्ता आहिस्ता अपना काम करने लगी ऑर एक बार फिर से खाला ने मेरी जाँघ पर से हाथ रखते हुए अचानक मेरा लंड पकड़ लिया.... मैने खाला को मना करना चाहा मगर खाला ने मुझे लिप्स पर उंगली रख कर खामोश रहने का कहा.......
मैं खामोश हो गया... ऑर खाला आहिस्ता आहिस्ता कपड़ों के उपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी जिसकी वजह से मेरा लंड टाइट खड़ा हो गया... सोबिया ने वैसे ही सिर उठा कर मेरी तरफ देखा तो खाला ने एक दम अपना हाथ मेरे लंड मेरे हाथ से हटा दिया... मगर सोबिया ने जो देखना था वो तो उस ने देख लिया था... उसके फेस पर एक बहुत ही ज़बरदस्त स्माइल आई वो अपनी स्माइल से मुझे शो करना चाहती थी कि उस ने सब कुछ देख लिया है.... मैं शर्मिदगी भरे अंदाज़ मे अपना खड़ा हुआ लंड हाथ मे मसलते हुए वहाँ से निकल गया ऑर सीधा रूम मे जा कर लेट गया... अब मेरी सोच का मरकज़ सिर्फ़ खाला थी कि वो सोबिया को मेरे सामने क्यू एक्सपोज़ कर रही है. सोबिया के मम्मे ऑर गान्ड मुझे क्यू दिखा रही है.........
मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि रूम का दरवाज़ा ओपन हुआ ऑर खाला रूम मे एंटर हो गई.... उन्होने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा ऑर मेरे पास बेड पर आ कर बैठ गई.... खाला ने मेरी आँखो मे देखते हुए बहुत प्यार से पूछा.... चंदा क्या हुआ, वहाँ से आ क्यू गये... मैने खाला की आँखों मे देख कर उन से कहा कि खाला आप सोबिया के सामने ऐसी हरकतें कर रही थी.. आप को पता है,, उसने देख लिया था आप का हाथ....
खाला ने कहा... अरे मेरी जान, उस ने नही देखा ऑर अगर उस ने देख भी लिया है तो तुम क्यू परेशान हो रहे हो. वो किसी को नही बताए गी.... तुम टेन्षन ना लो....
मैने खाला से कहा कि मुझे कोई टेन्षन नही है मगर उसके सामने.... मैने अपनी बात अधूरी छोड़ दी ऑर खाला ने आगे बढ़ कर अपने लिप्स पर मेरे लिप्स रख दिए.
मैने भी खुश होते हुए खाला के सिर की बॅक साइड को अपने लिप्स पर दबाया ऑर किस्सिंग करने मे उनका साथ देने लगा... खाला बहुत प्यार से ऑर आराम आराम से मुझे किस कर रही थी... हम दोनो किस्सिंग मे इतने मदहोश थे, हमे याद ही रहा कि घर मे हमारे अलावा भी कोई तीसरा इंसान भी मोजूद है.... किस्सिंग करते करते मैने खाला की कमर से उनकी कमीज़ उपर की ऑर उनकी नंगी कमर पर हाथ फेरने लगा... मेरा लंड शलवार पूरे जोबन से खड़ा हो गया ऑर मैने खाला का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया....
खाला ने मेरे लंड को अपने हाथों मे मज़बूती से थामा ऑर उस पर हाथ चलाने लगी,, मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा था ऑर मेरा लंड बार बार झटके मार रहा था... मैने खाला के लिप्स अपने लिप्स से हटाए ऑर उनका सिर अपने लंड की तरफ करने लगा.. खाला ने पहले तो इनकार मे सिर हिला कर मना किया मगर मेरे फोर्स करने पर उन्होने मेरी शलवार का नाडा खोला ऑर मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर उपर नीचे करने लगी... मैने खाला का सिर अपने लंड की तरफ दबाया तो खाला बेड से नीचे उतर कर घुटनो के बल बैठ गई ऑर मेरी लेग्स खेंच कर बेड से नीचे लटकाई... मेरी शलवार मेरी गान्ड के नीचे थी जिसे खाला ने खुद खेंच कर मेरे पैरों मे गिरा दिया... उन्होने नीचे बैठे बैठे ही मेरी लेग्स थोड़ी ओपन की ऑर मेरे लंड को देखने लगी... मेरे लंड की टॉप पर पानी का एक क़तरा चमक रहा था.. उसको देख कर खाला मुस्कुरा दी ऑर अपने लिप्स रख कर पानी के उस एक क़तर को निगल लिया.............
उन्होने आहिस्ता आहिस्ता मुँह खोला ऑर अपने लिप्स मेरे लंड की टॉप से जड़ एंड तक लाई जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उनके मुँह मे घुसता चला गया..... अब आहिस्ता आहिस्ता उन्होने मेरे लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया...... मेरी साँसे तेज हो रही थी ऑर मैं अपनी आँखें बंद कर के सेक्स के मज़े को फील कर रहा था.... मैं कमर के बल बेड पर लेटा हुआ था, मेरी टांगे बेड से नीचे लटक रही थी ऑर खाला मेरी लेग्स के बीच मे बैठी मेरे लंड को मुँह भर भर कर चूस रही थी...... जब मामला मेरी बर्दाश्त से बाहर हो गया तो मैने अपनी दोनो लेग्स उपर कर के खाला के सिर की बॅक साइड पर रखी, ऑर अपनी लेग्स से खाला के सिर को अपने लंड की तरफ पुश करने लगा............ जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड खाला के हलक तक जाता, जब खाला बाहर निकालती तो मैं फिर से ऐसा ही करता... खाला का मुँह इतना गरम हो रहा था, मेरा लंड उनके मुँह की गर्मी की ताब ना लाते हुए उनके मुँह ही अपना पानी छोड़ ने लगा.... जब मेरे लंड से पानी की पहली पिचकारी निकली तो खाला ने अपना मुँह हटाना चाहा मगर मैने उनके सिर को ज़ोर से अपने लंड पर दबाया हुआ था.... जब मेरे लंड ने अपने पानी का आखरी क़तरा तक निकाल दिया तो मेरे हाथ पाओं ढीले हो गये.... काफ़ी सारा पानी खाला के हलक मे उतर गया था,,,खाला ने गुस्से से मेरी तरफ देखा ऑर जितना पानी उनके मुँह मे बचा था उन्होने वो थूक दिया.......
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