RE: Parivaar Mai Chudai घर के रसीले आम मेरे नाम
कोमल- आह, आह भैया खूब कस-कस कर चोदो अपनी बहन को खूब चोदो भैया यू समझ लो भैया तुम कोमल को नही अपनी मम्मी को चोद रहे हो खूब चोदो अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को
राज - कोमल मेरे मोटे लंड को अपने पापा का लंड समझ कर अपनी चूत मरवाओ सोचो कि तेरे पापा तेरी फूली हुई चूत में अपने मोटे लंड को फसा रहे है, और तुझे पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर अपने मोटे लंड से अपनी बेटी को चोद रहे है,
कोमल- आह पापा आह पापा खूब चोदो अपनी बेटी की कसी हुई चूत को फाड़ दो पापा अपने मोटे लंड से, राज और कोमल पागलो की तरह एक दूसरे को चूमते हुए चुदाई में लगे हुए थे राज सतसट अपने मोटे लंड को कोमल की चूत में पेल रहा था और कोमल खूब सीसियाते हुए अपनी चूत राज के मोटे लंड से मरवा रही थी, लगभग आधे घंटे तक राज ने कोमल को खूब कस-कस कर रगड़-रगड़ कर चोदा और फिर दोनो एक दूसरे को चूमते हुए झाड़ कर एक दूसरे से चिपक गये,
इधर कोमल के घर.............
रवि- मालती की फूली हुई चूत को अपने हाथो से मसलता हुआ उसके होंठ को चूम कर मेरी रानी क्या बात है आज बहुत चुदासी दिख रही हो
मालती- पहले यह बताओ कोमल के साथ रूम में अंदर से दरवाजा क्यो लगा रखा था, क्या कर रहे थे दोनो बाप बेटी
रवि- मालती की गदराई मोटी गान्ड को फैला कर अपने हाथो से सहलाता हुआ, मेरी रानी तुम तो ऐसे मुझ पर शक कर रही हो जैसे में अपनी ही बेटी के साथ नंगा सो रहा था
मालती- ज़्यादा बनने की कोशिश मत करो तुम इतने चोदु किस्म के इंसान हो कि तुम्हारा कोई भरोसा नही है
रवि- अरे तुम भी क्या पागलो जैसी बात कर रही हो कोमल तो अभी बच्ची है और फिर में क्या तुम्हे इतना कमीना लगता हूँ कि अपनी बेटी के साथ कुछ करूँगा
मल्टी- काहे की बच्ची है तुम्हारी बेटी, कभी उसे नंगी देख लेते तो अपनी बेटी पर ही चढ़ने का सोचने लग जाते, अच्छी ख़ासी तो जवान हो गई है अभी शादी कर दो तो बच्चा पैदा हो जाए और तुम्हे वह बच्ची नज़र आती है
रवि- मालती की फूली हुई चूत को अपने हाथो से दबोचते हुए, हाँ यह तो तुम सच कह रही हो बिल्कुल तुम पर गई है
मालती- अरे मुझ पर क्या गई है उसे तो मुझ से भी बड़ी ब्रा और पेंटी लगती है फिर भी इतनी छोटी सी पेंटी पहनती है
रवि- अपनी बीबी के हाथ में अपना मोटा लंड देते हुए डार्लिंग इसे थोड़ा कस-कस कर दबाते हुए बात करो ना
मालती- मालती पूरी गीली हो रही थी और अपने पति का लंड दबोचते हुए क्यो जवान कसी हुई चूत की बात करते हुए तुम्हारा मोटा लंड मसलती हूँ तो कुछ ज़्यादा ही बड़ा हो जाता है, पर आज तो यह बहुत ज़्यादा मोटा हो रहा है, सच-सच बताओ किसकी मोटी गान्ड और चूत के बारे में सोच रहे हो
रवि- अरे मेरी जान में तो सिर्फ़ तुम्हारे गदराए बदन को दबोच-दबोच कर ही उत्तेजित हो रहा हूँ
मालती- उसका मोटा लंड मुठियाते हुए, तुम बहुत कमीने हो रवि तुमने मुझे सुहागरात के एक मंत के अंदर ही बता दिया था कि तुम अपनी मम्मी को छुप-छुप कर पूरी नंगी देख-देख कर मूठ मारते थे और तुम यह भी सोचते थे कि तुम अपनी मम्मी की गदराई मोटी गान्ड को अपने मोटे लंड से खूब कस-कस कर चोद रहे हो,
रवि- मालती की बुर में उंगली पेलता हुआ, मेरी रानी आख़िर तुम कहना क्या चाहती हो
मालती- उसके मोटे लंड को चूमते हुए आज तुम्हारा लंड बहुत दिनो बाद ऐसा खड़ा हुआ है जैसे कोई और चूत देख कर खड़ा होता है कही तुमने कोमल का गदराया बदन दबोच तो नही लिया या फिर तुमने ज़रूर कोमल को नंगी देखा है तभी तुम्हारा लंड ऐसे फनफना रहा है
रवि- अरे मेरी रानी क्या बात करती हो में क्या ऐसा कर सकता हूँ,
मालती- तो फिर रूम में अंदर से दरवाजा लगा कर क्या कर रहे थे
रवि- अरे कुछ नही तुम सोई हुई थी तो मेने सोचा कोमल के रूम में ही आराम कर लेता हूँ
मालती- क्यो मेरे साथ पीछे से चिपक कर सो जाते कोमल के रूम में क्यो गये कहीं कोमल के साथ चिपक कर तो नही सो रहे थे
रवि- अपनी बीबी की मोटी जाँघो को फैला कर एक झटके में अपना मोटा लंड उसकी फूली हुई चूत में उतार देता है और मालती आह करते हुए उसे अपने दूध से दबा लेती है,
रवि- अपनी बीबी की चूत मारते हुए क्यों क्या में अपनी बेटी को अपने सीने से लगा कर नही सुला सकता क्या
मालती अपनी चूत अपने पति के लंड पर मारती हुई, सुला सकते हो लेकिन वह अब पूरी गदराई जवान हो चुकी है अब यदि उसे अपने सीने से लगा कर उसके साथ सोओगे तो तुम्हारा मोटा लंड खड़ा हो जाएगा
रवि- मालती की बात सुन कर उसकी चूत को कस-कस कर चोदते हुए तो क्या हुआ अगर लंड खड़ा हो भी गया तो
मालती- अरे तुम उसके बाप हो कही अपनी बेटी की छूट ही मत मार देना वैसे भी जवान लोंदियो का बदन बहुत चिकना और कसा हुआ होता है उस पर तुम्हारे जैसा चोदु आदमी हो तो वह तो अपनी बेटी को भी नंगी करके उसकी फूली हुई चूत मार सकता है
रवि- मालती के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो से कस कर दबाता हुआ अपने मोटे लंड को अपनी बीबी की चूत में सतसट ठोकते हुए, क्यो कोमल क्या इतनी गदराई है कि में उसे नंगी करके चोद सकता हूँ
मालती- आह, आह क्यो तुमने क्या अपनी बेटी के बदन को सहला कर नही देखा है कि वह कितनी गदराई है
रवि- अरे मेने कहाँ कोमल का बदन सहलाया है जो मुझे पता होगा
मालती- अच्छा तो फिर जब में किचन में खाना बना रही थी तब कौन कोमल को अपनी गोद में बैठा कर उसकी मोटी जाँघो को दबाता हुआ उसके गालो को चूम रहा था
रवि- एक दम से चौुक्ते हुए. अरे अब क्या में अपनी बेटी को अपनी गोद में बैठा कर प्यार भी नही कर सकता
मालती- कर सकते हो पर अब उसके चूतड़ मुझसे भी ज़्यादा गदराए और भारी हो गये है अगर उसे अपनी गोद में बैठाओगे तो उसके मोटे-मोटे चुतड़ों के स्पर्ष्ह से तुम्हारा लोड्ा खड़ा हो जाएगा तब क्या करोगे
रवि- मालती की फूली हुई चूत को कस-कस कर चोदने लगता है और जब अपनी आँखे बंद करके मालती की चूत मारता है तो उसकी आँखो के सामने कोमल की गदराई गान्ड और फूली हुई चूत नज़र आ जाती है और वह मालती को अपनी बेटी सोच-सोच कर खूब कस-कस कर उसकी फूली हुई चूत चोदने लगता है
मालती- अपनी फूली हुई चूत को अपने पति के मोटे लंड पर मारती हुई क्या सोच रहे हो कहीं मन में अपनी बेटी की चूत तो नही चोद रहे हो तुम्हारा लंड बहुत मोटा हो गया है आज अलग ही जोश है तुम्हारे लोड्े में, आह, आह थोड़ा और कस-कस के मारो आह आह कहीं अपनी बीबी को अपनी बेटी समझ कर तो नही चोद रहे हो
रवि- उसके होंठ चूस्ता हुआ उसकी चूत को खूब कस-कस कर चोदने लगता है और मेरी रानी में अपने मन में किसी को भी नंगी करके चोदु पर मज़ा तो तुम्हारी फूली हुई चूत को ही दे रहा हूँ ना
मालती- आह आह चोदो और कस कर चोदो, रोज अपनी बेटी को नंगी सोच कर ही चोदा करो ना मुझे, जब तुम इस तारह से मुझे चोदते हो तो बहुत मज़ा आता है और चोदो खूब कस -कस कर मेरी मोटी गान्ड को दबोच-दबोच कर मेरी फूली हुई चूत में पूरा घुस जाओ आह आह
रवि- ले मेरी रानी क्या गदराई गान्ड है तेरी बहुत ही मोटी और मस्त है , मुझे औरतो की मोटी और गदराई गान्ड बहुत अच्छी लगती है ऐसा लगता है अपना मुँह भर दूं उनकी मोटी गान्ड की गहराई में
मालती- आह, आह औरतो की मोटी गान्ड अच्छी लगती है या अपनी बेटी की, तुम्हारी नज़रे आज कल कोमल के भारी-भारी चुतड़ों को बहुत देखने लगी है
रवि- अरे में तो यह देख रहा था कि उसके मोटे-मोटे चूतड़ बिल्कुल तुम पर गये है
मालती- क्या कोमल के चूतड़ मुझसे भी बड़े है
रवि- हाँ लेकिन उसकी जीन्स से एक दम साफ पता नही चलता कि तुमसे बड़े है या एक दम तुम्हारे बराबर
मालती- आह तो क्या अपनी बेटी को नंगी करके उसके नंगे चूतड़ देखने का मन करता है तुम्हारा
रवि - मालती की गान्ड के छेद में उंगली डाल कर उसकी चूत मारते हुए, अरे मेरे सामने नंगी भी हो जाएगी तो क्या हुआ मेरी बेटी ही तो है वह, और मेरे लिए तो बच्ची ही रहेगी
मालती- अपनी बेटी को बच्ची-बच्ची कहते हुए किसी दिन अपने लंड पर मत उठा लेना, वह तुम्हे बच्ची लगती है, अरे वह तो इतनी गदरा गई है कि तुम्हारे जैसा मोटा लंड भी आसानी से अपनी चूत में ले सकती है, मुझे तो लगता है वह चुदास के मामले में तुम पर ही गई है, वह भी आज कल तुमसे ज़्यादा ही चिपकने की कोशिश करती है कहीं तुमने उसे अपना मोटा लंड तो नही दिखा दिया
रवि- अरे पागल हो क्या में भला उसे अपना लंड क्यो दिखाउन्गा
मालती- आह और तेज थोड़ा अपने हाथ से मेरी गान्ड को अपने लंड की ओर दबा कर चोदो हाँ ऐसे ही और थोड़ा आह हाँ ऐसे ही खूब मज़ा आ रहा है खूब चोदो आह आह
रवि- इतना मोटा लंड क्या कोमल सह लेगी
मल्टी- आह आह, सह क्या लेगी उसका भोसड़ा देख लोगे तो अपनी बेटी पर ही पूरी नंगी करके चढ़ जाओगे, तुम्हारे जैसे मोटे लंड को तो वह अपने फूली हुई चूत में एक बार में ही भर लेगी, आह जल्दी-जल्दी और तेज मारो आह आह और रवि अपनी बीबी की फूली हुई चूत को सतसट चोदने लगता है और फिर मालती एक दम से अपने फूले हुए भोस्डे को उसके लंड से कस कर चिपका देती है और उसकी चूत पानी-पानी होकर रस छोड़ने लगती है, रवि भी अपनी बीबी की मस्तानी भोसड़ी से अपने लंड को कस कर चिपका देता है और धीरे-धीरे अपना पानी उसकी फूली हुई बुर की गहराई में छोड़ने लग जाता है और फिर दोनो एक दूसरे के उपर लेटे -लेटे गहरी साँसे लेने लगते है,
उधर राज के घर में .....................
कोमल- भैया अब छोड़ो ना तीन बार चोद चुके हो और कितना मेरी चूत मारोगे,
राज - कोमल तेरी चूत को चोदने का मन ही नही करता है पर अब टाइम भी बहुत हो गया है इसलिए अब तुम भी जाओ मम्मी और रश्मि कभी भी आ सकती है,
कोमल- भैया अब कब चोदोगे मुझे
राज - जब तुम कहोगी रानी
कोमल- भैया में फोन करके बता दूँगी पर प्लीज़ भैया यह बात रश्मि को मत बताना
राज – क्यों
कोमल- में नही चाहती कि हमारे रिश्तो के बीच कोई नई बात क्रियेट हो प्लीज़ भैया समझने की कोशिश करो
राज - अच्छा ठीक है नही बताउन्गा, पर क्या रश्मि ने तुझे मेरे बारे में कुछ बताया है
कोमल- मुस्कुराते हुए, वह में नही बता सकती
राज - बता ना कोमल अब तो हम दोनो एक दूसरे पर विश्वास कर सकते है ना
कोमल- भैया वह आपसे चुदना चाहती है पर बहुत दिनो से उसने आपकी कोई बात नही की
राज - उसने तुमसे कब कहा था कि वह मुझसे चुदना चाहती है
कोमल- आपके कश्मीर जाने के पहले
राज - अच्छा ठीक है रश्मि से तुम भी कोई बात नही करना
कोमल- ओके लेकिन आप भी ध्यान रखना
राज - ओके चल बाइ
कोमल- बाइ भैया
राज - अरे मम्मी इतनी जल्दी आ गई आप
रजनी- हाँ बेटे जल्दी ही केक काट गया और फिर पार्टी जल्दी ही ख़तम हो गई फिर भी आते-आते 7 बज गये, तुझे भूख लगी होगी में अभी खाना तैयार कर देती हूँ
रश्मि- मम्मी मुझे तो भूख नही है और में तो बहुत थक गई हूँ में जाकर भैया के रूम में सो जाउ
रजनी- ठीक है जा सो जा और फिर रजनी अपनी गदराई गान्ड मटकाती हुई किचन में चली जाती है और राज रश्मि के पीछे से जाकर उसे अपनी बाँहो में भर कर कस कर उसके मोटे-मोटे दूध दबाते हुए मेरी गुड़िया रानी कितनी हसीन लग रही है और इतनी जल्दी सोने चली थोड़ा अपने भैया को अपने रस भरे होंठो का रस तो पिला दे,
रश्मि- भैया मेरे होंठो का रस तो कई बार पी चुके हो आज मम्मी के होंठो का रस भी पी लो ना बेचारी बहुत तड़प रही है,
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