RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
फिर मेरी दीदी मुझसे बोली- यह बात मम्मी पापा को वहां नहीं पता होना चाहिए कैसे भी! संध्या तुम घर में कोई जिक्र नहीं करना, मैंने यहां उसको बहुत बेइज्जती गाली और सब कर्म करवा दी.मैं बोली- ठीक है दीदी!इस तरह से मैंने अपने घर में मम्मी पापा से भाई से सब बात छुपा रखी थी.
अभी इस बात के चार पांच दिन ही हुए थे कि एक दिन दोपहर में मेरे घर के दरवाजे के सामने एक मोटरसाइकिल खड़ी हुई और दरवाजा किसी ने खटखटाया.इत्तेफाक से गेट खोलने मैं आई, तो देखा सतीश जीजा का मकान मालिक मेरे दरवाजे के सामने है, मैं उन्हें देख कर डर गई और बहुत ही घबरा गई, मुझे कुछ समझ नहीं आया, मैं उनके सामने हाथ जोड़ कर बोली- आप क्यों आए हैं?तो वे बोले- तुम्हारे पापा मम्मी से बात करनी है, चलो मुझे उनसे मिलना है.
मैं उनके हाथ जोड़ने लगी, मैं बोली- प्लीज धीरे से बोलिए आप और यहां से चले जाइए. मैं मुंह दिखाने लायक नहीं बचूंगी, मुझे घर से निकाल देंगे, आप मम्मी पापा से कुछ मत बताइए. प्लीज हाथ जोड़ती हूं.मकान मालिक बोले- ठीक है वापिस चला जाऊंगा, कुछ नहीं बताऊंगा लेकिन एक शर्त पर… तुम मेरे से मिलने आओगी. मुझे खुश करोगी, तुम्हें इतना अच्छे से करूंगा कि तुम जन्नत में रहोगी… वादा, तुम बेवजह डर रही हो, उस दिन सतीश से घुसवा ही रही थी और किसी से करवाओगी ही तो मुझमें भी कांटे नहीं लगे, सबसे बेस्ट करूंगा, फाइनल बोलो आओगी या नहीं या फिर तुम्हारे मम्मी-पापा से मैं मिलकर जाऊं?
मैंने डर के मारे बिना कुछ सोचे समझे कह दिया- ठीक है अंकल, मैं मिलने आऊंगी. पर प्लीज अभी जल्दी चले जाइए, मुझे डर लग रहा है, मैं पक्का 3 दिन के अंदर आपसे मिलने आऊंगी.और जाते जाते मकान मालिक बोले- अगर 3 दिन में तुम नहीं आई संध्या तो अब मैं तीसरे दिन तुम्हारे घर में सब तुम्हारे कारनामे तेरे मम्मी पापा से बताऊंगा.वे चले गए, मैंने राहत की सांस ली और फिर मैंने रात में सतीश जीजा को फोन लगाया, बोली- जीजा वह आपका मकान मालिक मेरे घर आया था और मेरे घर में आकर बोला कि मेरे पापा मम्मी को सब बताना है, मैं बहुत डरी हुई हूं प्लीज जीजा मुझे बचाओ!
सतीश जीजा बोले- तुमने तो मुझे को मेरे घर में मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा, मैं तुम्हारा चेहरा भी नहीं देखना चाहता और दोबारा मुझे फोन भी मत लगाना. तुमने सब झूठ बोला कि मैं तुम से जबरदस्ती कर रहा था, जबकि तुम ड्रेस के बदले मुझसे चुदवाने को तैयार हुई थी, पर तुम ऐसा क्यों किया, मैं अब कभी जिंदगी में अपने घर में सर उठा कर नहीं रह सकता.
मैं बहुत शर्मिंदा हुई और बोली- सॉरी जीजा, मैं डर गई थी कि वह मकान मालिक ने मुझे धमकी दी थी कि सब बता देगा, तो मैंने डर के मारे दीदी को कह दिया कि तुम मेरे साथ जबरदस्ती कर रहे थे. मुझे माफ कर दो सॉरी, और प्लीज कैसे भी मकान मालिक को अपने रोको.
जीजा बोले- वह बहुत हरामी और गंदा मकान मालिक है, वह नहीं मानेगा, कैसे भी तुम्हें उससे मिलना ही पड़ेगा, वह किसी सूरत में नहीं मानने वाला.तो मैं बोली- वह क्या मेरे घर आ जाएगा?तो जीजा बोले- हां पक्का आ जायेगा, वैसे तुम क्या बोली हो मकान मालिक से?मैं बोली- मैंने बोला कि मैं 3 दिन के अंदर मिलने आऊंगी, पक्का वादा, अभी चले जाओ.तो जीजा बोले- तुम चली ही जाना, नहीं वह तीसरे दिन आ जाएगा.
मैं बहुत डर गई और मैं सतीश जीजा को बोली- प्लीज मेरे साथ चलना, प्लीज जीजा आप मेरे साथ रहना, वरना मैं अपने आपको नहीं छोडूंगी और भाग जाऊंगी.तो जीजा बोले- मेरा मन तो नहीं करता पर तुम कहती हो तो चलो तुम्हारे साथ चलूंगा.और जीजा कैसे भी तो तैयार हुए.
तीसरे दिन मैं बोली- मैं आपको सतना बस स्टैंड में मिलूंगी, आप आ जाना और अपने मकान मालिक के पास ले चलना.
तीसरे दिन मेरे मन में फिर से वही सब ख्याल आने लगा कि आज मुझे चोदेंगे मकान मालिक, सिर्फ उन्हीं का सोच कर मेरे अंदर कुछ खलबली सी और गुदगुदी सी भी हो रही थी, वो जो बोलकर गये थे, वही सब सोच-सोचकर मैं बिल्कुल अंदर से ना जाने क्यूं उत्तेजित हो रही थी, मेरी पैंटी गीली हो गई.
मैंने बहुत अच्छे से मेकअप किया, आज मैंने रेड कलर की स्कर्ट और ऊपर व्हाइट टॉप पहना नीचे मैंने ब्रा नहीं पहनी, सिर्फ पैंटी पहनी और जल्दी सुबेरे 9:00 बजे मम्मी से झूठ बोलकर बहाना बनाकर मैं सतना गई.तभी वहां मुझे बस स्टैंड के पास काफी हाउस के सामने थोड़ी देर में सतीश जीजा अपनी बाइक लिए खड़े मिले, मैं उनके साथ बैठ गई.जीजा बोले- आज संध्या… तुम बहुत हॉट लग रही हो एक नंबर की, तुम पूरा मन बना कर आज मेरे मकान मालिक से चुदवाने आई हो! क्या मस्त सेक्सी ड्रेस पहना है, मुझे नहीं दोगी क्या?मैं कुछ नहीं बोली.
फिर कुछ पल बाद मैं बोली- जीजा, आप वहां कमरे में मेरे साथ रहना!तो वह बोले- वह बहुत हरामी पागल है, तुम्हारा दिमाग तो ठीक है, मकान मालिक तुम्हें चोदेगा, तुम्हारे तुम्हारे साथ सोएगा और मैं वहां खड़ा देखूंगा? क्या पागल नजर आता हूं तुम्हें, मैं नहीं रहूंगा.मैं बोली- प्लीज जीजा, तुम नहीं रहोगे तो मैं फिर लौट के घर नहीं जाऊंगी.तो जीजा बोले- चलो देखता हूं!अब मकान मालिक के घर पहुंच गए.
मेरी पहली बार की चूत चुदाई की स्टोरी जारी रहेगी.
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