RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल-मां , मैं कौन हूँ मेरे माँ -बाप ने मुझे क्यों तुम्हारे घर के बाहर छोड़ दिया था ,कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है ।
रमा-तुम्हारे माँ बाप की कोई मजबूरी रही होगी ,और उन्होंने इस बात का पूरा ख्याल रखा था कि तुम्हें कोई तकलीफ न हो ,इसलिए जिस टोकरी में तुम मिले थे उसमें बहुत से पैसे भी थे उसी से तो इन्होंने दुकान और यह घर खरीदा था । बेटा उनकी कोई मजबूरी रही होगी । रमा ने राहुल को चूमते हुए कहा और अपनी मैक्सी ऊपर कर अपना मोटा मम्मा राहुल के होंठो के साथ लगा दिया ,पुराने 100 वाट वाले बल्ब की मद्धम रोशनी में राहुल रमा को पहली बार इतने पास से देख रहा था ,कितनी आकर्षक है बिल्कुल माधुरी राहुल ने मन में सोचा और उसका लन्ड एक झटके में पूरा तन गया ।
रमा(राहुल के लन्ड के तनाव को महसूस करती है और उसके बड़े हब्शी लन्ड को पाजामे की कैद से आज़ाद करते हुए पूछती है)-ऐसा क्या सोच लिया जो तुम्हारा लन्ड अचानक चूहे से अजगर बन गया ?
राहुल-माँ तुम्हारे मम्में कितने बड़े और सुंदर है और तुम बिल्कुल माधुरी सी दिखती हो कितनी सुंदर हो तुम ।
रमा(उसके मोटे लन्ड को अपनी चूत पर सेट करते हुए) -आज तो बडी बातें आ रही हैं मेरे भोंदू राजा को ,चल अब अपनी इस रंडी माँ की चूत में अपना मूसल लन्ड डाल दे ।
राहुल रमा को पीठ के बल लिटा देता है और खुद उसके ऊपर आ जाता है और अपने होंठों को रमा के होंठों पे रखते हुए एक जोरदार धक्का दे मरता है उसका लन्ड रमा की भीगी चूत के सब अवरोध तोड़ता हुआ हुआ उसके गर्भाशय से टकराता है दर्द की एक मीठी लहर रमा के बदन में दौड़ जाती है रमा अपनी बाजुओं से राहुल को जकड़ लेती है "कितना गर्म और मोटा लौड़ा है तेरा मेरी तो जान ही निकाल दी तूने" रमा राहुल के कान में फुसफुसाती है । "आपने ही तो डालने को कहा था" राहुल धक्के मारते हुए कहता है । "आह आह आह....रा...राह....राहुल बड़ा जालिम लन्ड है रे तेरा ....अपनी माँ को चोदते हुए उसके मम्में मसल उसे निचोड़ किसी रंडी की तरह चोद न मेरी चूत बडी प्यासी है....आह...आह....मां चोद..." रमा राहुल के जानदार धक्कों से मदहोश होते हुए कह रही थी । राहुल रमा को उसके मोटे मम्मों से पकड़ते हुए अपने धक्कों की रफ्तार को बढ़ा देता है और किसी मशीन की तरह रमा को चोदता जाता है ,रमा इतनी जानदार चुदाई से न जाने कितनी बार झड़ती है उसकी चूत तो जैसे पानी का झरना बन चुकी थी पर राहुल उसे बिना रुके पूरी रफ्तार चोदता ही जा रहा था ,उसके हर धक्के के साथ रमा का पूरा बदन थर्रा रहा था वो तो जैसे आज किसी अगल ही दुनिया में थी वो पागलों जैसे कभी राहुल को नोचती कभी ,चूमती कभी उसके बाल खींचती एक घण्टे की बेरहम चुदाई के बाद राहुल ने उसकी चूत में ही पानी छोड़ दिया और लन्ड को उसकी चूत में घुसाए हुए उसके ऊपर निढाल हो कर गिर गया और सो गया आखिर आज राहुल की यह चौथी चुदाई थी बेचारा उसी हालत में गहरी नींद में सो गया । रमा ने किसी तरह करवट ली और उसे अपने ऊपर से हटाया और अपने हाथों से खींचकर उसका लन्ड अपनी चूत से बाहर निकाला राहुल का सोया हुआ लन्ड भी कम से कम 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था और किसी साँप जैसा लग रहा था ,रमा ने चाटकर उसके लन्ड को साफ किया फिर राहुल को कपड़े पहनाए और अपनी नाइटी ठीक करके चुपचाप अपने कमरे में जाकर अपने नपुंसक पति की बगल में सो गई ।
पिंकि-तुमने दरवाजा तो बंद किया ही नहीं । मन में तो वो सोच रही थी कि बुद्धु मेरी चूत तेरे इस मूसल लन्ड को देखकर भीगी पड़ी है आ और फाड़ के रख दे इसे ।
राहुल(अभी भी वो अपने तने हुए लन्ड को पकड़े हुए था)- सुस्सू ज़ोर से लगी थी इसलिए भूल गया घर जाके कर लूँगा ,वो अपने खड़े लन्ड को निक्कर में खोंसते हुए कहता और अपने घर की तरफ भाग जाता है ।
पिंकि राहुल की इस बचकाना हरकत पर मुस्कुरा उठती है । दरवाजा बंद करके वो फिर सोफ़े पे बैठ जाती और अपना तौलिया खोलकर बिल्कुल नंगी होकर मोबाइल पे राहुल के हब्शी लन्ड को निहारने लगती है। "हाय राम कितना जानदार लन्ड है" वो मन में सोचती है और एक हाथ से अपनी चूत को सहलाते हुए सपनों की दुनियां में गुम हो जाती है ---
एक फूलों से भरे मैदान में पिंकी बिल्कुल नंगी भागती जा रही है उसके 34c आकार के बड़े-2 और गोल बूब्स गुबारों कि तरह ऊपर नीचे हो रहे हैं उसके पीछे कुछ दूरी पर राहुल उसे पकड़ने के लिए भाग रहा है राहुल का लिंग किसी अजगर जैसा लग रहा है उसकी नसें फूली हुई हैं और बड़े-2 अंडकोष भागने के कारण आगे पीछे हो रहे हैं । "रुक जा पिंकि वरना सोच ले मेरा मूसल एक ही बार में तेरी बुर में डालकर ऐसा पेलूँगा की 2 दिन बिस्तर से उठ नहीं पाएगी" राहुल उसका पीछा करते हुए कहता है । पर पिंकि किसी हिरनी कि तरह उसे छकाते हुए उससे और दूर चली जाती है " हा हा...पकड़ा तो जा नही रहा तुमसे " वो भागते हुए पीछे मुड़ती है और नाक चिढाते हुए कहती है । राहुल अपनी रफ्तार बढ़ा कर उसके पास पहुंचता है तो वो अपनी दिशा बदलकर दूसरी तरफ भाग जाती है अचानक उसका पैर फिसलता है और वो गिरने लगती है पर राहुल तेज़ी से आकर उसे थाम लेता है और उसके स्तंनो को ज़ोर से दबाते हुए कहता है बड़ी भूख लगी है आज तो इन दूध के टैंकरों को खाली करके ही छोडूंगा ।
|