RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रमा की जब नींद खुली तो उसने खुद को एक चिपचिपे पदार्थ से लथपथ पाया "हे भगवान इतना वीर्य" उसके मुँह से शब्द अपने आप निकल आए ।
रवि खुद भी फर्श पर पड़ा अपने ही वीर्य से लिबड़ा हुआ सो रहा था । उसका खूबसूरत लिंग अब सो रहा था पर अभी वो कितना मोटा कितना लम्बा लग रहा था । उसने रवि थोड़ा खींच कर एक कोने में किया औऱ रसोई की साफ सफाई कि । बेडरूम ठीक किया और तौलिया लेकर नहाने चली गयी । उसे ख्याल भी नहीं था कि वो इस सारे समय बिल्कुल नंगी थी । नहाने के बाद उसे अपने नंगे पन का एहसास हुआ तो वो अपने आप मे ही शरमा गयी और अपने कपडे खोजने लगी । लिविंगरूम के कोने में उसे अपनी साड़ी पड़ी मिली जो जगह -2 से फटी हुई थी ।
अपने लिए कपडे खोजने के लिए उसने रवि कि अलमारी खोली पर उसमें सभी कपडे रवि के ही थे । काफी देर खोजने के बाद उसे ग्रे रंग की एक टॉप और काला लोयर मिला जो उसे कुछ अपने साइज के लगे । उन्हें पहन कर उसने खुद को शीशे में देखा तो उसकी हँसी फूट पड़ी । टॉप की फिटिंग तो ठीक ही लग रही थी पर वो लम्बी कुछ ज्यादा ही थी पर एक किफायती गृहणी के दिमाग ने इसका हल भी निकाल लिया उसने टॉप को आगे की तरफ से मोड़कर नाभि के कुछ ऊपर बाँध लिया । इस साधारण सी पोशाक में भी उसका तराशा हुआ बदन बेहद कामुक लग रहा था । उसका 38-24-38 का जानलेवा फिग्गर उभर कर आ रहा था । कुछ मेकअप और बाल सँवार लेने के बाद उसने रवि को जगाया तो एक बार रवि भी उसे कायली जैनर समझ बैठा ।
रवि-उफ्फ रमा कहर लग रही तुम इस ड्रेस में , पर यह तुम्हारे पास आई कँहा से ?
रमा-मेरे नादान यार यह आपके ही कपडे हैं ।
रवि को उसके उभरे हुए स्तंनो ,पतली कमर और गाँड़ को आश्चर्य भरी निगाहों से देख रहा था ऊपर से क्यामयत ढाता सेक्सी चेहरा । वो सोच रहा जब रमा इस रूप में उसके साथ कहीं बाहर जाएगी तो सब मर्दों को लौड़ों को पहली नज़र में खड़ा कर देगी । रवि उसे अपने आगोश में लेने के लिए आगे बढ़ता है पर रमा उसे रोक देती है और "अभी नहा कर आई हूँ अब गन्दा मत कर देना मुझे ,पहले नहा के आओ"
रवि-अब मैं गन्दा कर दूँगा तुम्हें ?
रमा(उसके बदन की तरफ इशारा करते हुए जो अभी वीर्य से लथपथ था)-पहले अपना दहीं साफ कर लो जो तुमने पूरी रसोई में फैला रखा था । ऐसा लग रहा था मानो एक नहीं बल्कि 20-30मर्द एक साथ झड़ गए हों । रमा ने शरारत भरी मुस्कान देते हुए उसे धक्के देते हुए रसोई से बाहर निकाल दिया और गैस स्टोव ऑन कर लिया कॉफी बनाने के लिए
रमा के घर से जाने के बाद राकेश भी जल्दी ही अपनी करियाने की दुकान पर चला गया । गरिमा तो सुबह-सुबह ही स्कूल ट्रिप पे जा चुकी थी । घर पर तनु और राहुल ही अकेले बचे थे । राहुल अपने तहखाने में बैठा पढ़ने की कोशिश कर रहा था पर उसका ध्यान बार-2 तनु की और चला जाता था । उसके बार -बार गरिमा और तनु के बीच हुई बातचीत याद आती तो वो गुस्से और निराशा से भर जाता । "वो किसी और से प्यार करती है यह सुनकर मुझे क्यों बुरा लग रहा .....वो तो बहन है मेरी ....नहीं मुझे उसके बारे में नहीं सोचना चाहिए.....उफ्फ कितनी सुन्दर है वो ...एक बार देखूँ उसे की क्या कर रही है ? ....नहीं नहीं ....शायद नहा रही है तभी तो बाथरूम से पानी चलने की आवाज़ें आ रही हैं " राहुल अपने आप से बातें कर रहा था ।
वो खुद को जितना रोकने की कोशिश करता उतना ही तनु की ओर उसके ख्याल चले जाते । आखिर उससे रहा नहीं गया और उसने दीवारों के आरपार देख सकने वाली अपनी शक्ति का प्रयोग कर ही लिया । उफ्फ क्या नज़ारा था उसकी बहन उसके सपनो की रानी बाथरूम में बिल्कुल नंगी थी ....राहुल ने उसे उसके खूबसूरत गोल चेहरे से पाँव तक देखा ....आएशा टाकिया जैसा उसका फेस कट ....प्रियंका जैसे उसके गुलाबी होंठ ...उसके स्तन तो तरबूजों के आकार थे उनपर बादाम के आकार के निप्पल तो इतने गुलाबी थे मानों किसी ने उन्हें रंग दिया हो । उसकी कमर इतनी पतली थी कि राहुल के एक ही हाथ में आ जाती ...राहुल ने अभी उसकी बन्द गोरी गोरी चूत देखी भी न थी कि उसका हाथ अपने बम्बू बन चुके लौड़े पर चला गया और वो उसे मुठियाने लगा । तनु की गाँड़ इतनी मोटी थी कि कमर दाएं-बाएं से मैथ कि ब्रेकेट्स " )(" जैसी लग रही थी ।राहुल को अब होश नहीं थी वो तनु की सुंदरता का रसपान करते हुए मुठियाता जा रहा था ।
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