RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
रवि-गरिमा मिलवाने में क्या दिक्कत है मिलवा दो ।
दिया(कर्ण की बात सुनकर उसके अंदर की माँ को शांति मिल जाती है , कितना समझदार लड़का है वो सोचती है....और इस बेफकूफ लड़की को देखो मिलवाने में भी डर रही है)- मिलवाने से तो रिलेशन और स्ट्रांग होगा , काश ऐसा लड़का मुझे.....मेरा मतलब हर लड़की को मिले ।
कर्ण-थैंक्स दिया जी ।
रवि-भाई चाची को ही पटा लिया ....हाहाहा।
कर्ण- चाचू आप कुछ भी कहते हो । दिया जी चाचू की शांति के लिए क्या मैं आपको चाची बुला सकता हूँ ?
दिया-मुझे अच्छा लगेगा अगर तुम मुझे चाची कहोगे तो ।
गरिमा-कर्ण (इतेफाक से एक साथ एक ही वाक्य बोल पड़ते हैं)- चाची आप ही इसे समझाओ न ।
दिया- परिवार से मिलवाने में कोई प्रॉब्लम तो मुझे नहीं दिखाई देती ।
गरिमा(थोड़ा शर्माते हुए)-इसे तो बस लाइसेंस चाहिए वो सब करने का ।
दिया-वो सब ?
रवि-मुझे तो लगा था अभी तक ....
कर्ण-सब हो चुका उस चीज़ का बहाना बनाकर यह मुझे बदनाम कर रही है ।
दिया(रमा को समझ नहीं आ रहा था कि किस चीज़ की बात हो रही है ...वो सोच भी नहीं सकती थी कि गरिमा सेक्स कर चुकी होगी)- किस चीज़ के बारे में बात हो रही है ।
रवि(रमा के कान में)- चुदाई की बात कर रहें है ।
रमा(रवि के कान में फुसफुसाती है)-प्रेग्नेंसी हो गयी तो ?
गरिमा-मेरा मज़ाक उड़ाया जा रहा है ?
रवि- नहीं नहीं तुम्हारी चाची पूछ रही थी कि प्रोटेक्शन यूज़ करते हो कि नहीं ।
गरिमा( कंडोम तो इसके टोपे को भी कवर नहीं कर पाता मुझे ही गोली लेनी पड़ती है ...वो मन सोचती है )-हम्म करते हैं ।
दिया-रवि और कर्ण बुरा मत मानना मुझे गरिमा से कुछ फीमेल्स वाली बात करनी है तो तुम दोनों क्या कुछ देर के लिए ....
कर्ण-हाँ हाँ चाची आप बात करो हम घूम आते है कुछ देर मुझे भी चाचू से कुछ बात करनी थी ।
रवि और कर्ण के चले बाद दिया यानी रमा गरिमा के बगल में बैठ जाती है ।
गरिमा-आपने उन्हें क्यों भेज दिया ?
दिया-क्योंकि मुझे तुमसे बात करनी थी ,तुम्हें देखते ही मैं तुमको बहन जैसा प्यार करने लगी हूँ ।
गरिमा-मैं भी जब आपसे गले लगी थी तो ऐसा लगा था मानो मैं आपको बरसों से जानती हूं ।
दिया-तो अपनी बहन को बताओ कि सेक्स (अपनी बेटी के सामने सेक्स शब्द का प्रयोग करते हुए रमा का बदन उतेजना से कांप जाता है) करते समय कर्ण कंडोम का प्रयोग करता है कि नही ।
गरिमा- कँहा चाची आपको तो पता इन सबका साइज ...मुझे ही टेबलेट लेनी पड़ती है ।
रमा-बहुत बड़ा है क्या उसका?
गरिमा-चाचू का नहीं है क्या ?
रमा- तुम्हें रवि का साइज पता है ?
गरिमा-आप न समझी नहीं इन सब का फैमिली साइज ही ऐसा है ।
रमा-हम्म वो तो पता है....तुम्हें परेशानी तो नहीं होती ?
गरिमा- लगता है चाचू काफी वाइल्ड सेक्स करते हैं ।
रमा(शर्मा जाती है)- तुम उसके साइज से खुश तो कहीं इसी वजह से तो उसे अपनी फैमिली से नहीं मिलवाना चाहती , मैंने बड़े साइज के कारण होने वाले डिवोर्स के बारे सुना है ।
गरिमा-नहीं ...नहीं वो प्रॉब्लम नहीं ...उसमें तो बड़ा मजा आता है । और उसे फैमिली के साथ तो इसलिए नहीं मिलवा रही क्योंकि मेरी मोम बड़ी सख्त हैं आज झूठ बोला कि सहेली के घर जाना है तब भी आने नहीं दे रहीं थी ....लेकिन यह तो मम्मी का प्यार है वो केअर करती है ना कॉलेज में हो जाऊं फिर उनसे बात करूँगी ।
दिया(रमा)- हम्म यह तो है । हर माँ को बेटियों की चिंता तो होती ही है ।अच्छा अपने पीरियड्स के दिनों में क्या करती हो ?
गरिमा-ओरल और क्या आप नहीं करती क्या ?
रमा(इस छोटी सी उम्र कैसी चुड़कड हो गयी है , चूसने भी लगी है और एक मैं हूँ जिसे आधी उम्र बीत जाने के बाद मौका मिला है वो सोचती है और उसे यह सोचकर हँसी आ जाती है वो अपनी बेटी से जलन करने लगी है)-ओरल तो रवि को भी बहुत पसंद है और मुझे भी इसलिए हम तो हमेशा करते हैं ।
गरिमा-आपको पहले कभी नही देखा ?
दिया-हम्म कुछ दिन पहले ही न्यूयॉर्क से इंडिया आई हूँ ।
गरिमा-वाओ नाइस प्लेस । मेरा भी बड़ा मन है पेरिस और न्यूयॉर्क जाने का ।
दिया-इस बार मेरे साथ चलना ।
गरिमा-थैंक्स ,अगर मम्मी को मना पाई तो ।
दिया(गरिमा को टटोलने की कोशिश करती है)-कोई बहाना बना कर भी तो चल सकती हो ।
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