RE: Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर
दीदी आई और खाना ले कर हम दोनो साथ में खाने लगे. दीदी ने वही अपनी ड्रेस पहनी हुई थी. काम करते करते उनकी ब्रा भीग गयी थी और उसमे से उनकी चुचिया तो और भी सॉफ हो गयी थी.
मेने देखा कि दीदी के आर्मपिट पे कुछ बाल थे.दीदी ने वहाँ हेर रिमूव नही किए थे मेने पहले कभी इतने गौर से देखा नही था मेने सोचा कि यही टॉपिक ठीक है बात शुरू करने के लिए.
मे-क्या दीदी? यह क्या बात हुई?
दीदी-क्या हो गया?
मे-स्लीवलेशस ड्रेस पहँनी हो तो पहले हेर तो रिमूव कर लो.
दीदी- तुझे क्या? तू वहाँ मत देख वो तेरे देखने की जगह नही है.
मे- अब सामने होगा तो दिख तो जाएगा ही ना. अच्छा नही लगता कर लो ना.
दीदी-तुझे अच्छा लगाने की ज़रूरत मुझे नही है अपनी बीवी को बोलना यह सब करने को.
मे- वो तो करती ही है. उसे बिना किए में रहने थोड़ी ना दूँगा.
दीदी- अच्छा? क्या करती है वो?
मे-अपने हेर रिमूव्स करती है.
दीदी-लेकिन उसके तो बड़े घने बाल हैं कितनी लंबी चोटी बाँधती है.
मे-तो में सिर के बाल की बात थोड़ी ना कर रहा हूँ दूसरे बाल की बात कर रहा हूँ.
दीदी-दूसरे कौन से बाल रे?
मे-अरे लेग्स के आर्मपिट के और दूसरे.
दीदी-अच्छा? वो सब रिमूव करती है तुझे चिकनी पसंद है इसका मतलब.
मे-हाँ.बाल होते हैं तो मज़ा नही आता ना.
दीदी-मुझे वैसे भी किससे मज़ा लेना है जो में चिकनी बन के रहूं. मुझे कोई देखना वाला तो है नही?
मे-ऐसा मत कहो आपका फिगर इतना खूबसूरत है इसे मेनटेन तो करो ना.
दीदी-ठीक है तू कहता है तो कर लूँगी. इनफॅक्ट मेरा तो मूड अभी का बन रहा है चल जल्दी से खाना ख़त्म कर.
मे-अर्रे अभी मत करो.आराम से कर लेना.और अगर करना भी है तो खुद करो मुझे क्यूँ जल्दी करने को कह रही हो?
दीदी-मुझे अपना शेविंग क्रीम और रेजर दे में उससे करूँगी और आर्मपिट में खुद नही कर सकती तो तुझे करना पड़ेगा.
मे-में थोड़ी ना करूँगा कर लेना खुद से.
दीदी- तो ठीक है रहने दे ऐसे ही में भी नही करती.
मेने बात मान ली मुझे लगा कि सही जा रहा हूँ. हमने खाना ख़तम किया.चाय पी और फिर मेने दीदी को कहा कि चलो बाथरूम में. हम दोनो बाथरूम में आ गये.
मेने क्मोड की सीट नीचे की ओर उसपे बैठ गया. दीदी मेरे सामने आके खड़ी हो गयी इस तरह से मेरे मुँह के ठीक सामने उसका पेट का वो हिस्सा था जहाँ ब्रा बिल्कुल ख़तम होती थी ब्रा भी भीगी हुई थी तो उसका होना ना होना के ही जैसा था.
मेने भी बैठते टाइम अपनी लूँगी घुटनो तक कर ली थी मेने शेविंग ब्रश ले के गीला किया और दीदी से कहा कि अपना एक हाथ उठा के सर के उपर कर लो दीदी ने वैसा ही किया तो उनकी ब्रा थोड़ी अड्जस्ट हुई और ब्रा के नीचे से उनकी एक चुचि थोड़ी सी दिखाई देने लगी.
उन्हें भी पता था लेकिन छुपाया नही उन्होने. मेने ब्रश गीला किया उसपे शेविंग क्रीम लगाई और उनकी आर्मपिट पे रख के पहला स्ट्रोक लगाया तो वो मचल उठी. बोली की गुदगुदी होती है मेने कहा ऐसे नही काम चलेगा ठीक से सीधी खड़ी रहो.
दीदी ने फिर से कोशिश की लेकिन फिर से ब्रश लगते ही वो हिल गयी.उन्हें बड़ी गुदगुदी लग रही थी मेने कहाँ ऐसे नही चलेगा दीदी. और यह कह कर मेने उनका पेट हाथ घुमा के पकड़ लिया.अब में बैठा हुआ था मेरे मुँह के सामने उनका पेट.
एक हाथ में ब्रश और दूसरे हाथ से में उनका पेट पकड़ हुआ था.जैसे जैसे ब्रश हिलाता था वो हिलती थी और में उन्हें पकड़ने के बहाने पूरे पेट पर हाथ फेर रहा था ब्रश घुमाने के लिए में भी अपना हाथ उठाया हुआ था जो कि बड़े आराम से उनकी चुचियों को भी साइड से दबा रहा था.
हम दोनो को मज़ा आ रहा था एक आर्मपिट पर फोम बनाने के बाद में उठ के खड़ा हुआ और दीदी को बैठा दिया क्मोड के उपर. अब में झुका और रेजर ले के उनके आर्मपिट के पास आया और इस बीच एक टाँग उठा के क्मोड पे रख ली मेरी लूँगी खुल गयी थोड़ी.
पर पता नही कि मेरा लंड दीदी को दिखा या नही वो देख तो नीचे ही रही थी मेने उनके आर्म को थोड़ा और उपर खीचा और पहला शॉट लगाया रेजर का वो बिल्कुल स्थिर बैठी रही इस डर से कि कट ना जाए में इसी पोज़ में उपर से चुचियों के नज़ारे करता रहा जल्दी ही उनका वो आर्मपिट शेव हो गया..................
फिर में वही प्रोसेस पूरी की दूसरे आर्म पे भी इस दौरान हम बड़े मज़े से एक दूसरे की बॉडी टच कर रहे थे मेरा लंड तो पूरा खड़ा था लेकिन दीदी ने देखा या नही मुझे पता नही क्यूंकी उन्होने देखा होगा तो भी कोई रियेक्शन नही दिया.
|