RE: Maa Sex Kahani चुदासी माँ और गान्डू भाई
अजय की बात सुनकर विजय ने हँसते हुए कहा- “क्यों ऐसा बड़ा लण्ड गाँव में कभी देखा नहीं? एक बार इससे मरवा लेगा ना तो गाँव वालों को भूल जाएगा और भाई के लण्ड का दीवाना हो जाएगा...”
अजय- “भैया मैंने सारे गाँववालों के थोड़े ही देखे हैं। भैया आप भी। मैं तो बस दो लोगों के साथ कभी-कभी मस्ती ले लेता था। वो भी आप जितने प्यारे थोड़े ही थे। साले पक्के गान्डू थे। आप जितनी मस्ती भरी बातें वो थोड़े ही करते थे। गन्ने के खेत में फटाफट काम निपटाकर सरक लेते थे..”
विजय- “अरे तू तो बुरा मान गया। अब मैं अपने लण्ड के शौकीन भाई को लण्ड के लिए किसी का मुँह नहीं ताकने दूंगा। मेरा यह हलब्बी लण्ड एक बार भी तेरे अंदर चला गया ना तो छोटे मोटे लण्ड से तो तेरी गाण्ड की खुजली मिटेगी भी नहीं। बड़ी मस्ती से आज तेरी मारूंगा। तू भी क्या याद रखेगा की आज तो किसी पक्के लौंडेबाज से पाला पड़ा है। तेरी औरतों जैसी फूली गाण्ड को तो ऐसा ही मस्ताना सोटा चाहिए। अरे उन गाँववाले गान्डुओं की बात छोड़। उन्हें तेरे दर्द से और तेरे मजे से थोड़ा ही मतलब था। मैं जितनी मस्ती तेरे साथ करूँगा उससे ज्यादा मस्ती तुझे करवाऊँगा...” यह कहकर मैंने अजय के एक गाल को मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगा।
मेरी आँखें वासना के अतिरेक से लाल हो उठी। मैं बहुत ही कामुक अंदाज में अपने इस कमसिन लौंडे पर लार टपका रहा था और बहुत खुलकर उससे गाण्ड मारने की बात कर रहा था।
विजय- “ले भाई के गुड्डे से खेल। तू ऐसे ही मस्ताने लण्ड का दीवाना है ना। ले देख तेरे भैया कितने प्यार से तुझे अपना लण्ड दे रहे हैं.”
अजय ने एक हाथ नीचे करके मेरे लण्ड को जड़ से पकड़ लिया और उसपर मुट्ठी कस ली। अब वो लण्ड को जोर-जोर से दबाने लगा।
विजय- "क्यों एकदम मस्त है ना? देख तेरी गाण्ड में जाने के लिए कैसे मचल रहा है? आज तेरी इतने प्यार से मारूंगा की अपने उन दोनों दोस्तों की तुझे कभी भी याद नहीं आएगी। जितनी दिल खोलकर मरवाएगा ना तुझे उतना ही मजा आएगा...”
अजय- “भैया आपका कितना मोटा और कड़ा है। आपसे मरवाकर बहुत मजा आएगा। अब कभी आगे से आप मेरे सामने मेरे गाँववाले उन दोनों भडूओं की बात मत कीजिएगा। मैं तो अब सपने में भी उनके साथ मस्ती करने की नहीं सोच सकता। मैं तो अब अपने राजा भैया के साथ दिल खोलकर मस्ती करूँगा...”
विजय- “अरे चिंता मत कर। तेरी इतने प्यार से लँगा की तुझे पता ही नहीं चलेगा की कब तेरी गाण्ड मेरे पूरे लण्ड को लील गई। मेरे प्यारे मुन्ने को दर्द थोड़े ही होने दूंगा। आखिर तेरा बड़ा भाई हूँ तेरा दर्द मेरा दर्द...”
अजय- “भैया आप कितने अच्छे हैं। मुझे कितना प्यार करते हैं। इतना प्यार तो मुझे किसी ने नहीं किया...” यह कहकर अजय दोनों हाथों से मेरे लण्ड को सहलाने लगा, मरोड़ने लगा, लण्ड की चमड़ी ऊपर-नीचे करने लगा।
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