RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
करीब नौ बजे खाना हुआ और फ़िर गप-शप के बाद करीब साढे दस बजे सब अपने-अपने कमरे की तरफ़ जाने लगे। दीपू भैया पहले गए, और इसके बाद बब्ली ने तनु को भी भैया के पास जाने के लिए कहा, "जाइए भाभी, भैया अब आराम करने गए... तो अब आपको भी जाना चाहिए।" उसकी माँ ने भी कहा, "हाँ-हाँ तनु... अब तुम भी जाओ, थोडा आराम-वाराम करो। कल सुबह तुम्हें जाना भी है मायके अपने भैया के साथ"। तनु भी अब सकुचाते हुए "जी" कह कर उठी। लगभग साथ में ही बब्लू भी मेरा हाथ पकडते हुए उठा, "चल यार अपन भी अब चलते हैं, भाभी को उनका कमरा भी तो दिखाना है", कहते हुए उसने मेरी बहन को कंधों से पकड लिया और पीछे से उसको ठेलते हुए चलने लगा। यह देवर-भाभी का नया रिश्ता बन रहा था उन दोनो के बीच। हम तीनों सीढियों से ऊपर आ गये और तब बब्लू धीरे से बोला, "काश... तनु मैं तुम्हें अपने कमरे में ले जा पाता.... पर जाओ, अब तो भैया के कमरे में तुम्हारा मन लगेगा..."। बेचारी तनु तो जैसे शर्म से गडी जा रही थी। उसने तनु को अपने भैया के कमरे में ठेल दिया और फ़िर कमरे का दरवाजा खींच कर बन्द कर दिया। तनु अब ऐसी बच्ची थी नहीं कि वो बब्लू के बातों का असल अर्थ नहीं समझती।
इसके बाद हम दोनों दोस्त बगल के बब्लू वारे कमरे में आ गए। बब्लू ने अपना दरवाजा भीतर से लौक कर लिया और बोला, "चल दोस्त अब देखना है कि आज क्या सब होता है..."। उसका लौपटौप चालू हो गया था और उसने बारी-बारी से कैमरा औन कर दिया था। दीपू भैया अपने आलमारी से कुछ निकाल रहे थे और तनु बिस्तर के चादर को झाड रही थी। जब वो बिस्तर के चादर सीधा कर रही थी तब दीपू भैया बोले।
दीपू - रहने दो अब यह सब, बेकार की मेहनत से क्या फ़ायदा, सुबह तो चादर बदलनी ही है न।
तनु - जी... क्यों? अभी कल ही तो नयी बिछी है।
दीपू - अरे यार.... अब आज जब हमदोनों अपनी असल वाली सुहागरात मनाएँगे तब फ़िर चादर तो बदलना ही पडेगा ना।
तनु के चेहरे पर अब असमंजस का भाव था और तब फ़िर दीपू भैया बोले।
दीपू - समझ रही हो ना, हो सकता है कि कुछ धाग-वाग लग जाए.... या फ़िर पहले भी किसी के साथ प्रैक्टिस कर ली हो सुहागरात की?
यह कहते हुए वो हँसने लगे और तनु को अपने बाहों के घेरे में ले लिया। उनका ५’१०" के बदन से लगा हुआ ५’३" का तनु का छरहरा बदन अब जैसे काठ हो गया था। वो समझ रही थी कि दीपू भैया उससे क्या बोल रहे हैं।
दीपू - कपडे तुम उतारोगी या मुझे उतारना होगा?
तनु - हमलोग आज सो जाते, यह सब बात में करते तो अच्छा रहता।
यह सुनकर बब्लू बोला, "क्या साली बहन है यार तुम्हारी.... उसको समझ में नहीं आ रहा है कि बेचारे भैया पर क्या बीत रही होगी अभी।" मैंने उसकी बात सुनकर कहा, "अरे ऐसे कैसे हो जाएगा... लडकी को किसी की अनजाने के साथ यह सब करते शर्म तो आएगी।" बब्लू की नजर सामने स्क्रीन पर ही थी सो वो बोली, "अच्छा बेटा... तू ना अपनी बीवी को रोज गोद में लेकर लोरी गाकर सुलाया करना। अबे... दो रात बीत गयी बीवी बने और अभी तक नंगी भी नहीं हुई है"। मैं अब क्या बोलता, सो चुपचाप मैंने भी अपनी नजरें सामने के स्क्रीन पर गडा ली।
दीपू - अब कितना सोना है मेरी जान.... अब आज तो अपनी जवानी दिखा दो न प्लीज।
तनु - छोड़िए न, मुझे शर्म आ रही है।
दीपू - लो छोड दिया....( अपनी बाँहों की गिरफ़्त से आजाद करते हुए), जाओ बाथरूम से हो लो और अगर ड्रेस चेंज करना हो तो
वो भी कर लो, वैसे आज की रात तो तुम्हारे कपडे उतरने ही वाले हैं।
तनु - प्लीज.... आज नहीं।
दीपू - अच्छा बाबा.... पहले आओ तो तैयार हो कर बिस्तर पर, फ़िर सोचते हैं।
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