RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
तनु का बदन सेक्स की आग से जल रहा था। पूरे देह की गोरी चमड़ी अब लाल होती दिख रही थी। वो बार-बार कराहते हुए अपने जीभ से अपने होठ चाट रही थी और दीपू भैया उसकी बूर से खिलवाड बन्द ही नहीं कर रहे थे। मैं बोल पडा, "यार बब्लू... ऐसे कोई करता है क्या, बेचारी किस तकलीफ़ से गुजर रही है....।" बब्लू बोला, "अरे कुछ नहीं यार, उसके बदन में अब जवानी की आग भडक गयी है, जो अब बिना चुदाए शान्त नहीं होगी। समस्या यह है कि यह बात न तो तनु को पता है और न ही भैया कि अब इस आग को शान्त करने का सिर्फ़ एक उपाय है.... तनु की चुदाई। वैसे भी लडकी को थोडा थडपाना भी चाहिए, तभी वो पूरी तरह से अपना देह मर्द को भोगने देती है"। मैं समझ रहा था.... और तभी।
तनु - आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..... आप कर लीजिए, जो करना है पर प्लीज अब यह रोक दीजिए ना।
दीपू - मुझे तो अब बस तुम्हें चोदना है...
तनु - ओह.... तो चोद लीजिए न... पर प्लीज पहले पानी पी लेने दीजिए।
दीपू भैया अब उसके पास से हटे और फ़िर नंगे ही दरवाजे के पास रखे स्टूल पर से पानी की बोतल ला कर तनु को दी। उस बोतल से गट-गट करके पाँच बडे घूँट पानी पीने के बाद तनु अब थोडा होश में आई और बोली।
तनु - आप सिर्फ़ आज भर रुक नहीं सकते हैं?
दीपू - देखो मेरा बाबू... रूकने में परेशानी नहीं थी कुछ, पर जरा सोचो... कल तुम मायके जाओगी। मेरे साथ वहाँ तीन दिन रहना है, तो हम भाई-बहन की तरह रह नहीं सकते वहाँ। अब सोच कर देखो... अप्ने घर पर, अपने पापा-मम्मी और बड़े भाई के बीच में तुमको मुझसे पहली बार चुदवाना पडे तो कैसा लगेगा|कौल-गर्ल भी होटल में जाकर चुदवाती है, और तुम अपने घर अपने लोगों के बीच में चुदवाने की सोच रही हो।
तनु के चेहरे पर अब सोच के भाव दिखे।
दीपू - यहाँ मम्मी तुम्हारा कमरा अकेले ऊपर में लगाई कि यहाँ अगर मुँह से कुछ आवाज भी निकलेगा तो कोई आस-पास नहीं है। नीचे बब्ली है और फ़िर माँ-पापा भी, तो यहाँ इस कमरे में एक बार सेक्स कर लोगी तो फ़िर कोई परेशानी नहीं है।
तनु - क्या सच मे मुझे इतना दर्द होगा कि चीख निकल जाए? (चेहरे पर अब डर दिख रहा था)
दीपू - नहीं यार, यह सब कहने की चीज है। तुम्हारा बूर इतना गीला है कि बस ऐसे ही फ़िल्सल कर चला जाएगा भीतर। वैसें मैं भी तेल लगा कर डालूँगा भीतर, तुम चिंता मत करो। जब लगे दर्द हो रहा है तो बताना, मैं रुक जाउँगा।
दीपू भैया अब उसके बालों को सहला रहे थे प्यार से और तब तनु ने हाँ में सर हिलाया, फ़िर बिस्तर पर सीधा लेट गयी और बोली, "आइए अब देखती हूँ"।
दीपू - क्या देखती हूँ?
तनु - सेक्स करके देखती हूँ।
दीपू - फ़िर से क्या बकवास टाइप बोलने लगी। सेक्स तो महिला सब करती है, तुम तो लडकी हो।
तनु - हाँ तो? (चेहरा पर थोड़ा अजीब सा भाव था)
दीपू - तेरी माँ के साथ अगर हुआ तो कभी सेक्स करूँगा, पर तुम्हारे साथ तो सेक्स होगा ही नहीं...
तनु - फ़िर??? (वो आश्चर्य में दिखी)
दीपू - घबडाओ मत बाबू.... तुम्हारे जैसी जवान लड़की को चोदा जाता है, उनके साथ सेक्स नहीं किया जाता।
तनु - दोनो तो एक ही बात है...
दीपू - नहीं मेरी रानी.... जरा एकबार खुद ही बोल कर देख लो फ़र्क समझ में आ जाएगा।
तनु - क्या बोलूँ?
दीपू - मुझे चोदो मेरे राजा... मेरी बूर में अपना लौंडा घुसा कर मुझे चोदो - बोल कर देखो एक बार।
तनु - ठीक है.... "चोदो मेरे राजा, मेरे बूर को अपने लौंडे से चोदो"..... छीः बहुत गन्दा लग रहा है अपने मुँह से सुनकर
दीपू - हा हा हा, अब समझ में आया, क्यों जवान लडकी को हमेशा चोदा ही जाता है। चलो अब पैर खोले अपने और थोडा थुक अपने हाथ से अपने बूर पर लगाओ।
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