RE: Indian Porn Kahani शरीफ़ या कमीना
बब्लू: बब्ली, जरा लेटो ना प्लीज। मेरा अभी तक झडा नहीं हे एक बार भी तो हल्का सा दर्द होने लगा है अब। एक बार मैं भी
तुम्हारी बूर में पानी निकाल लेता हूँ, फ़िर मेरे मन को भी करार आ जाएगा।
बब्ली: अभी नहीं.... पहले मुझे भाभी को गाँड़ मरवाते हुए देखना है। राज भैया तो देख लिए हैं पर मुझे तो आपलोद ठीक से भाभी
की चुदाई भी नहीं देखने दिये।
मैं: तनु की चुदाई नहीं देखी, पर खुद तो चुदी ना तुम मस्त हो कर? भाई की गोदी में सर रख कर तो तनु को भी चुदाना नसीब
नहीं हुआ।
बब्लू: साले... तू तो दीपू भैया के पहले ही बहन को चोदने लग गया। मुझे देख प्यार से पहले बहन को चुदवा दिया इसके बाद खुद
के लिए बब्ली को बोल रहा हूँ।’
बब्ली यह जान कर चौंक गयी कि मैंने भी तनु को दीपू भैया के साथ चोदा है।
बब्ली: अच्छा.... मतलब तुम दोनों ही अपनी-अपनी बहन चोद चूके हो.... हुम्म्म्म और जब तनु की गाँड़ मराई हो गयी है तुम्हारे
सामने तो अब मेरी गाँड के पीछे पर गए हो।
हम दोनों दोस्त अब अब उसके मुँह से यह सच सुन कर बेशर्मों की तरह हँसने लगे और तब तनु ने एक जबर्दस्त और मजेदार प्रस्ताव दे दिया बब्लू को।
बब्ली: भैया, अगर आप अभी मुझे भाभी के रूम में किसी तरह से पहुँचा दिये तो मैं वहीं आपसे चुदा भी लूँगी और फ़िर अपना
गाँड़ भी आज ही मरवा लूँगी। अब यह कैसे होगा आप समझिए।
प्रस्ताव तो जबर्दस्त था, पर हमें यह पता नहीं था कि तनु और दीपू भैया कैसे रिएक्ट करेंगे। खैर हमदोनों दोस्त ने तय किया कि मैं ही अभी उनके कमरे में जाऊँ, क्योंकि मैं उन दोनों के साथ सेक्स कर चुका था। सवा ग्यारह हो गया था, और दीपू भैया अब जेली को तनु की गाँड़ की छेद के भीतर लपेस रहे थे, मतलब तैयारी पूरी थी। मुझे ऐसे उनके कमरे में जाते कोई हिचक नहीं हुई क्योंकि मैम अपने घर पर था नहीं और दोनों बुजुर्ग अपने कमरे में नीचे सो रहे थे। मैं ऐसे नंगे ही कमरे से बाहर निकला और फ़िर तनु के कमरे का दरवाज खटखटाया। भीतर से दीपू भैया की आवाज आई।
दीपू: कौन?
मैं: राज
दीपू: अकेले?
मैं: हाँ
दरवाजा तुरंत खुल गया और दीपू भैया सामने नंगे खडे थे। उन्होंने जब मुझे नंगा देखा तो खुश हुए और बोले।
दीपू: तनु को चोदने का मन हो रहा है क्या?
मैं: नहीं भैया... बात कुछ और है, उससे भी मजेदार।
दीपू; अच्छा बताओ फ़िर? (तनु भी अब उठ कर हमरे पास आगयी थी, पूरी तरह नंगी... एक दम बेशर्म)
मैं: असल में बात यह है भैया कि बब्लू और बब्ली यहाँ कमरे में आप लोगों का सेक्स देखना चाहते हैं।
तनु: नहीं... यह नहीं होगा
दीपू: ओह....क्यों?
मुझे समझ नहीं आया कि कैमरे की बात कहना सही होगा या नहीं सो यह बात बोल कर गया और सब साफ़ कह दिया।
मैं: असल में भैया, जब आप मेरे घर पर थे, तब बब्लू और बब्ली पहली बार सेक्स किये, फ़िर दो दिन में ३-४ बार कर लिये और
आज रात को बब्लू मेरे रहते बब्ली को कमरे में बुला लिया तो मैंने भी बब्ली को चोद लिया, पर जब बब्ली को बब्लू चोदने के
लिए तैयार हुआ तब बब्ली ही बोली कि वो आपलोगों का सेक्स देखेगी। उसका कहना है कि मैंने आप-दोनों का सेक्स देखा है,
बब्लू ने बब्ली को मेरे से चुदाते देखा है, पर वो अभी तक किसी दूसरे को चुदाते नहीं देखी है तो वो आज आपलोगों का सेक्स
देखेगी, तभी बब्लू से अब चुदाएगी। अब मुझे लग रहा है आपलोग तो यहाँ गाँड मराई की तैयारी कर रहे हैं शायद.... तो अगर
आपलोग कहें तो मैं उन दोनों को भी यहाँ बुला लूँ।
दीपू: ओह..... मैं तो बब्ली को आजतक बच्ची ही समझ रहा था।
मैं: बच्ची नहीं है भैया बब्ली अब.... तनु से ज्यादा खुल कर मस्त मजा देती है चोदते समय।
दीपू: ठीक है... पर क्या बब्ली ऐसे हमारी गाँड़ मराई देख सकेगी? तनु को दर्द भी हो सकता है तो हो सकता है वो डरे भी गाँड़
मराने में।
मैं: नहीं यह सब बात पहले ही तय हो गया है, बब्ली आप दोनों की चुदाई, या अब गाँड मराई देखेगी, बब्लू से चुदेगी और फ़िर
मुझसे गाँड मरवाएगी। वो यह सब के लिए राजी अगर मैं आपलोगों की परमिशन ले पाया। प्लीज ना मत कीजिए। ऐसे में
बब्ली का नुकसान कम होगा पर हम दोनों दोस्त का के.एल.पी.डी. हो जाएगा।
तनु: नहीं, प्लीज..... मुझे बहुत शर्म आएगी। भैया के सामने चुदाना अलग बात है पर ऐसे उनके सामने पीछॆ डलवाना बहुत गन्दा
लगेगा। मैं तो सोच कर ही शर्म से गड़ी जा रही हूँ।
मैं: अरे तनु...कोई बात नहीं है ऐसी शर्म की। तुम क्यों शर्मा रही हो, तुम तो अपने पति के साथ सेक्स करोगी या पति से अपना
गाँड़ मराओगी। यहाँ सोच कर देखो तो, बब्ली को सब्से ज्यादा शर्मानी चाहिए, पर देख लो उसकी शर्त कितनी गन्दी है। वो
अपने बड़े भाई को भाभी की गाँड मारते देखेगी, फ़िर अपने दूसरे भाई से सब के सामने चुदेगी और फ़िर अपने दोनों भाई के
सामने भाभी के भाए से गाँड मरवाएगी। यह पूरी बात इतनी गन्दी है कि ऐसे बोलते हुए मेरा लन्ड फ़टा जा रहा है।
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