RE: Free Porn Kahani तस्वीर का रहस्य
इसके बाद मिहिर और नैनाने वो पेंटिंग क्लासेज का नया बहाना ढूंढ लिया। प्रेरणा नहीं जाना चाहती थी पर मैंने उस वक़्त अन्जाने में बेवकुफ़ी कर दी और उसको क्लास पर जाने को बोल दिया क्यों की मैं खुद नैना को उस दिन चोदना चाहता था। मै अब प्रेरणा पर भडक गया की वो इतना बेवक़ूफ़ कैसे हो सकती है। उन दोनों ने मिलकर उसको चुदने को तैययर किया और प्रेरणा मान भी गयी। प्रेरणा फिर रोने लगी की इस तरह नंगे बैठे और कामुक तरिकेसे छुने के कारण उसको कोई होश ही नहीं रहा और उसने ग़लती कर ली। अब मैं प्रेरणा को क्या दोष देता, मैं खुद तो नैना के प्यार में बहक गया था और उसको लगभग चोद चूका था। मैं प्रेरणा को लेकर उसी वक़्त मिहिर और नैना के घर गया।
नैना ने उसी मुस्कराहट से स्वागत किया पर प्रेरणा क रोते हुए चेहरे को देखकर उसको शायद माजरा समझ में आ गया था तो चेहरा सीरियस बना कर हुमको अंदर आने को कहा। मैने नैना को कहा की वो मिहर को भी बुलाये और उसने मिहिर को आवाज देकर बाहर बुलया। उसको देखते ही मेरा खून खोलने लगा और मैं लपक कर उस पर झपटा पर नैना बीच में आ गायी। नैना ने वोही घुटनो तक का गाउन पहने था। उसने अपनी छाती मेरी छाती से चिपका दी और अपने हाथों और छाती के जोर से मुझे रोके राख। मै भी औरत पर क्या जोर लगता। मैं मिहिर पर बरस पड़ा की उसकी हिम्मत कैसे हुई मेरी बीवी को बहला कर चोदने की। मैंने उसको पुलिस में जाने की भी धमकी दि। नैना ने अब बचाव किया की मिहिर ने कोई जबरदस्ती नहीं की हैं, जो भी हुआ हैं वो प्रेरणा की मर्जी से हुआ है। प्रेरणा चाहती तो ना बोल सकती थी पर उसने मना नहीं किया और तैयार हो गयी।
मै फिर भी उनको सुनाता रहा की उन्होने मेरी बीवी को बहला कर चोदा हैं और यह भी कानूनी रूप से गलत है। नैना ने अब मेरी पोल खोलनी शुरू कर दी की मैं भी तो उसको चोदने की तयारी में था। प्रेरणा के लिए यह भी एक शॉक था की मैं भी उसकी पीठ पीछे नैना से इश्क़ के पेच लड़ा रहा था। खा जाए तो दोषी हम चारो ही थे। हम लोगो ने कही न कही अपने शारीर की आग को ठण्डा करने के लिए गलत चीजो का इस्तेमाल करने की ग़लती की थी।
मै पुलिस में जाना चाहता था पर प्रेरणा ने रोक दिया की आधी ग़लती उसकी भी हैं और वो अब और बदनामी नहीं चाहती हैं तो मामला वही ख़त्म करते है। नैना ने फिर इस सब के पीछे के कारण को बताया। उसको एक बच्चा चाहिए था और उसके लिए उन्होंने प्रेरणा और मुझे फसाया था। वो प्रेरणा को एक सरोगेट मदर की तरह इस्तेमाल करना चाहते थे। नैना ने मुझसे कहा की मैं अगर चाहु तो उसको जितनी बार चाहु चोद सकता हूं, पर मुझे प्रेरणा के होने वाले बच्चे को उन्हें सौपना पडेगा।
नैना को चोदने के लिए तो मैं कबसे तड़प रहा था। अब वो मौका मेरे सामने था। मैंने नैना का गाउन पकड़ कर उसके शारीर से बाहर निकाल दिया और वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में खड़ी थी। मै ग़ुस्से में था पर नैना के बदन को पहली बार इतना नंगा देख कर मेरे लंड मेरी पैण्ट में झटके मारने लगा। पीछे खड़ी प्रेरणा ने मुझे आवाज देकर रोकने की कोशिश की पर मैंने उसको चुपचाप खड़े होकर तमाशा देखने का इशारा किया। मै नैना को उसी बेंच के पास ले गया और उसको उस बेंच पर पेट के बल आधा लीटा दिया और उसके पैर घुटनो के बल नीचे जमीन पर थे। मैने नैना की पेंटी खिंच कर पैरो से बाहर निकली और उसकी गोरी गाँड को पहली बार देखा और उसकी गाँड पर हाथ मल कर मजे लिए और एक दो चाँटे भी मार कर गुस्सा निकाल। मैने अब अपने कपड़े निकाले और मेरा कड़क लंड नैना को पहली बार चोदने को तैयार था। उसके पहले मैंने मिहिर की तरफ देखा जो वह खड़ा सिर्फ मुझे उसकी बीवी को चोदते हुए देख सकता था। मै अब नैना के पिछवाडे पर घुटनो के बल बैठा। मैंने नैना की गाँड को चौड़ा किया और अपना कड़क लंड उसकी गाँड और चुत के छेद के ऊपर रगड़ा।
नैना की चुत पर उगे तीखे बाल मेरे लंड को हल्का सा चुभ गए। मैंने अब एक झटके में अपने लंड की टोपी को नैना की चुत में घूसा दिया। मैने अब नैना के कुल्हो को अपने दोनों हाथों से पकड़ा और एक धक्का मारते हुए अपना लंड पूरा नैना की चुत में उतार दिया और नैना के मुहसे एक तेज आआआह निकली। मैने अब धक्के पर धक्के मारते हुए नैना को चोदना शुरू कर दिया। प्रेरणा अब रोते हुए फ्लैट से बाहर चली गयी। मैं दोनों हाथों से नैना की पतली कमर और गाँड के किनारे को पकडे पकडे धक्के मार चोदता रहा और बीच में वह खड़े मिहिर को घूर लेता।
थोड़ि देर चोदने के बाद मुझ पर चुदाई का नशा चढ़ा तो मेरा गुस्सा अब शांत हो चला था।। मैंने नैना के ब्रा का हुक खोल दिया और उसकी पीठ पर अपनी हथेली रगड़ि। मैने फिर रह रह कर ७-८ जोर के झटके अपने लंड से उसकी चुत में मारे और नैना हर बार जोर जोर से चिखि। मैंने फिर अपना लंड उसकी चुत से बाहर निकला और उसको खड़ा किया और उसका ब्रा निकाल कर उसको पूरा नंगा किया। मैने उसके लुभावने बूब्स देखे जो लचक खाकर ऊपर नीचे हो रहे थे। मैंने दोनों हाथों से उसके बूब्स दबोच अपनी इतनी दिनों की भड़ास निकाली। नैना थोड़ा दर्द से कराहने लागी। मैने उसको बाहों में उठाया और उसके बेडरूम में लाया और बिस्तार पर लेता दिया। मैं उसके दोनों पैर के बीच आया और उसके पैर चौड़े कर उसकी नंगी खुली चुत को अच्छे से देखा।
मैने अपना सर उसकी दोनों जाँघो के बीच घूसा कर उसकी चुत को अच्छी से चुसा और चाटा। मैने नैना के दोनों हाथों को पकड़ा और उसके सर के दोनों तरफ रख कर दबा दिया। नैना के बूब्स फूल कर और ऊपर उभर आये और मुझे इन्वाइट करने लगे की मैं उनका उपयोग कर लु। मै नैना के ऊपर चढ़ा और मैंने झुक कर उसके बूब्स को निप्पल सहित अपने मुह में भर लिया। नैना के बूब्स बहुत मुलायम थे पर मैंने बिना रहम किये अच्छे से अपने मुह में भर निचोड दिया।
जीतना मैं नैना के बूब्स को देखने के लिए तड़प था, मैं अब साड़ी तड़प मिटा रह था। अपने मुह से निचोड कर मैंने नैना के गोर गोर बूब्स को लाल कर दिया था। मै अब नैना के ऊपर चढ़ कर पूरा लेत गया। फिर मैं अपना चेहरा नैना के चेहरे पर लाया। अपने होंठ उसके होंठों पर धर दिए। मैंने उसको होंठ खोलने को बोला और फिर उसके होठो को अपने होठो में भर कर उसके रस को पूरा निचोड ड़ाला। नैना के होंठ इतने रसीले थे की मेरी प्यास उसको चुस्ने से वैसे ही बूझ रही थी। मेरा लंड अब फड़फड़ाते हुए माचल रहा था। मेरे लंड को नैना की चुत का रस पीकर अपनी प्यास बुझनी थी। मैंने अपना लंड फिर नैना की चुत में ड़ाल कर उसको जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया।
नैना: "जितना चोदना हैं चोद लेना, चाहे मेरी चुत ही फाड़ देना पर मुझे प्रेरणा को होने वाला बच्चा दे देना। मैं ज़िन्दगी भर तुम जो बोलोगे वो खेल खेलने को तैयार हूँ"
मै उस दिन जो चुदाई की थी वैसी मैंने पहले कभी नहीं की थी और न ही फिर कभी ऐसी चुदाई करने को मिली। नैना की चीखें रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी और उसकी चीख़ें मुझे सुकून दे रही थी। इसी बेडरूम में मिहिर ने भी मेरी बीवी प्रेरणा की चीखें निकाली होगी। कभि मैं लंड से नैना की चुत को झटके मार दर्द देता तो कभी धक्के मार कर मजा दिलाता और उसकी सिसकियां और चीखें निकलती रहि। थोड़ि देर बाद मिहिर बेडरूम में आगया। उसके चेहरे पर एक तड़प थी और मुझे यह देख मजा आया। उसी कमिने ने मेरी प्रेरणा को इसी तरह बेरहमी से चोदा होगा। रुंधे गले से वो नैना से बात करने लगा।
मिहिर: "मैंने बोला था नैना की यह तरीका ठीक नहि, अब देखो इसका क्या अन्जाम हो रहा है। मैं तुम्हे इस तरह चुदते और तडपते नहीं देख सकता"
नैना: "मुझे कुछ नहीं ... आआह्ह्ह आआह्ह ... कुछ नहीं हुआ हैं, तुम बाहर जाओ ... ऊऊह्ह्ह माँ ... तुम्हे यह देखने की ...। ईह ...। देखने की जरुरत नाहि। ओह्ह्ह ओह्ह्ह मममम ...। तुम हैडफ़ोन लगा कर बैठ जाओ मेरी आवाज नहीं आएगी ।। ओए आई तुम जाओ मिहिर ...। "
मिहिर पाँव पटकता हुआ दरवाजा जोर से बंद कर चला गया। एक बात वो साफ़ कर गया की यह सब नैना का रचा गया जाल था, ताकि वो प्रेरणा को मिहिर के हाथों प्रेग्नेंट करवा सके और फिर जैसे तइसे होने वाला बच्चे को पा सके। मुझे अब उस तस्वीर के पीछे का रहस्य पता चला। वो सब तो एक बड़े खेल का हिस्सा था। नैना मेरे साथ जो खेल खेलती थी वो सब मुझे पटाने और तड़पाने के लिए था। ताकि जब मुझे सच्चाई पता चले तो वो मुझसे चुदवा कर मेरी तड़प मिटा कर मुझे मना ले की मैं उसको वो होने वाला बच्चा देदू।
नैना को चोदते चोदते मेरे लंड का पानी अब निकलने लगा था। मैंने अपने लंड की पिचकारी इतनी जोर से कभी नहीं छोड़ी थी। यहाँ तक झड़ते वक़्त भी मैंने उसको इतनी जोर के झटके मारे की नैना बिस्तार पर ही चिल्लाते हुए उछल पड़ी थी। जब मैं नैना को चोद कर उठा तो उसके होंठो, गालो, कन्धो और बूब्स पर मेरे काटने के हलके निशान थे। यह उसको याद दिलाएँगे की किसी के साथ धोखा नहीं करना चहिये।
घर आकर मैंने प्रेरणा की वो नंगी तस्वीर जाला दि। प्रेरणा उस बच्चे को जनम देना चाहती थी पर मैंने उसको समझाया और एबॉर्शन करवा दिया। जब नैना को यह पता चला तो वो बहुत निराश हुयी। थोडे दिन बाद नैना और मिहिर अपना फ्लैट खाली कर हमेसा के लिए कही चले गए। शायद वो अपने लिए कोई नया शिकार ढूंढने गए थे।
नैना के हमारे ज़िन्दगी में आने के बाद प्रेरणा में जो बदलाव आये थे और हमारी सेक्स लाइफ जो थोड़ा सुधर गयी थी वो अब फिर पुराणी पटरी पर आ गयी। इस से तो अच्छा होता की मैं वो बच्चा होने देता और नैना को दे देता। इसी बहाने मैं आगे भी नैना को चोदने के मजे ले पाता। आज भी लिफ्ट के लिए वेट करते समय मैं उस दरवाजे को देखता हूँ की नैना अब बाहर आएगी और डस्टबिन रखते वक़्त झुक कर मुझे अपना क्लीवेज दिखाएगी और मुस्करायेगी।
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अन्तिम नोट: पराग ने प्रेरणा से और भी डिटेल निकालने की कोशिश की ताकि एक्सजटली पता चले की उन दिनों में प्रेरणा और मिहिर के बीच किस तरह चुदयी हुयी। पराग को शक हैं की नैना ने प्रेरणा का माईंड वाश बहुत पहले ही कर दिया था और मिहिर के बच्चे की माँ बनने को राजी कर लिया था। प्रेरणा ने भी शायद मिहिर के ऊपर चढ़ कर चोदा था पर प्रेरणा फिर अपने बयान से पलट गयी की मिहिर ने ही हमेशा उसको चोदा था। माईंड वाश तो नैना ने पराग का भी कर ही दिया था, शायद इसी कारन पराग ने प्रेरणा को माफ़ कर दिया था। अगर आपको यह कहानी पसन्द आयी तो दुआ करिये की प्रेरणा और पराग की सेक्स लाइफ फिर से अच्छी हो जाए।
धन्यवाद!
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