RE: Hindi Sex Kahani सियासत और साजिश
साहिल ने बेड पर आते ही….पूनम की टाँगों को नीचे से पकड़ कर फैला दिया, और उसकी टाँगों के बीच घुटनो के बल बैठ गया……पूनम ये सब बड़ी हैरानी से देख रही थी…..उसे इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था, कि साहिल उसके साथ ऐसे पेश आएगा….अब पूनम अपनी कमर के पीछे की तरफ अपनी हथेलियो को टिका कर बैठी हुई थी…..ना तो पूनम कुछ बोल पा रही थी…..और ना ही साहिल कुछ बोल रहा था…..
साहिल ने पूनम के फेस को अपने दोनो हाथों मे भर लिया, और अपने होंठो को पूनम के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा…..पर पूनम ने अपने फेस को दूसरी तरफ घुमा लिया…..साहिल ने फिर से पूनम को फेस को सीधा किया…..और अपने होंठो को उसके होंठो की तरफ बढ़ाया….पर इस बार फिर पूनम ने अपने फेस को उल्टी तरफ घुमा लिया…..साहिल के होन्ट पूनम के गालों पर जाकर सट गये…..
साहिल के नरम होंठो का स्पर्श अपने गालों पर महसूस करते ही, पूनम के बदन मे सिहरन सी दौड़ गयी….और उसके मुँह से मस्ती भरी आहह निकल गये……और उसने अपनी आँखे बंद कर ली…..साहिल ने इस बार पूनम के फेस को कस के अपने हाथों मे पकड़ कर अपनी तरफ घुमाया, और उसके होंठो पर अपने होंठो को रख दिया……
पूनम के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी….उसका पूरा बदन कांप गया….और उसने अपने हाथों को बेड से हटा कर साहिल के कंधों को कस के पकड़ लिया…..साहिल पूनम के होंठो को धीरे-2 चूस रहा था….और पूनम ने अपनी बाहों मे साहिल को जाकड़ रखा था…..
कभी पूनम साहिल के होंठो को चुस्ती, तो कभी, साहिल पूनम के होंठो को अपने होंठो मे दबा-2 कर चूस्ता……पूनम अब पूरी तरह मस्त हो चुकी थी…उसका पूरा बदन कांप रहा था…..साहिल ने अपने हाथों को पूनम के जाँघो के नीचे से डाल कर उठा लिया…..अब पूनम साहिल की गोद मे बैठी हुई थी…..उसकी टाँगें साहिल की कमर के इर्द गिर्द लिपट गयी…..
जिससे साहिल का तना हुआ लंड अंडरवेर मे ही से, पूनम की चूत पर आ टिका…. जैसे ही पूनम को अपनी चूत की फांकों पर साहिल के सख़्त लंड का अहसास हुआ, तो पूनम ने साहिल को अपनी बाहों मे ज़ोर से कस लिया….और एक हाथ से साहिल के बालों को सहलाते हुए, अपने होंठो को चुस्वा रही थी….साहिल भी पूरी मस्ती मे आकर एक हाथ से पूनम की राइट चुचि को मसल रहा था. और दूसरे हाथ को पूनम को चुतड़ों की तरफ बढ़ा रहा था…..
जैसे ही साहिल ने पूनम की गान्ड को अपने हाथ मे लेकर मसला, पूनम की कमर मस्ती मे आकर झटके खाने लगी…..और उसकी चूत के फाँकें अंडरवेर के ऊपेर से साहिल के लंड पर तेज़ी से रगड़ खाने लगी…..
पूनम: (तेज़ी से अपना हाथ नीचे ले जाकर साहिल के लंड को बाहर निकालते हुए) आह बाबू जीए…..जल्दी से अपना लंड मेरी चूत मे डाल दो….अब और सहा नही जाता……
जैसे ही साहिल का लंड उसके अंडरवेर से बाहर आ आया…..पूनम ने अपनी गान्ड को साहिल की जाँघो से थोड़ा सा ऊपेर उठा लिया, और हाथ से पकड़े हुए, साहिल के लंड के सुपाडे को अपनी चूत के छेद पर लगा दिया……साहिल के लंड का गरम सुपाडा अपनी चूत के छेद पर महसूस करते ही, पूनम के रोम-2 मे मस्ती और कामुकता की लहर दौड़ गयी…….उसकी चूत के छेद मे कुलबुलाहट होने लगी….
पूरा बदन मस्ती मे थर-2 काँपने लगा…..कमर रह-2 कर झटके खाने लगी….और आँखे बंद हो गयी…..
पूनम: (अपने होंठो को अपने दाँतों से चबाते हुए) ओह्ह्ह बाबू जी…..पेलो ना…सोच क्या रहे हो…..उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई बाबू जीई जल्दी करो…..
पूनम की कामुकता देख साहिल ने अपने दोनो हाथों से पूनम की गान्ड को अपने हाथों मे थाम लिया…..और थोड़ा सा ऊपर उठकर अपनी कमर को ऊपेर की तरफ उछाला…..साहिल के लंड का सुपाडा, पूनम की चूत मे, जो कि पहले से उसके काम रस से भीगी हुई थी, फिसलता हुआ अंदर चला गया….पूनम एक दम से तड़प उठी…..जैसे बरसों पड़ी सुखी बंजर ज़मीन पर बारिश मेहरबान हो गयी हो….
पूनम साहिल से एक दम सट गयी….उसकी गुदाज़ चुचियाँ साहिल की चैस्ट मे धँस गयी…..साहिल को अपनी चैस्ट पर पूनम के कड़े निपल्स धन्से हुए महसूस हो रहे थे…..पूनम के हाथ तेज़ी से साहिल की पीठ को सहला रहे थे….और पूनम मस्ती मे तेज चलती साँसों के साथ अह्ह्ह्ह सीईइ उम्ह्ह्ह्ह जैसी सिसकारियाँ ले रही थी……
पूनम की चूत के छेद का छल्ला साहिल के लंड के सुपाडे को बुरी तरहा से जाकड़ रखा था…….साहिल धीरे-2 पूनम के चुतड़ों को मसलते हुए, अपने होंठो को पूनम की चुचियों पर रगड़ रहा था…..पूनम मस्ती के सागर के लहरों मे डूब चुकी थी…..जिससे उसकी कमर खुद ब खुद ही आगे की तरफ झटके खाने लगी……चूत एक दम गीली हो चुकी थी…..जैसे ही पूनम की कमर झटके खाती, हर बार साहिल का लंड और ज़्यादा अंदर उतर जाता…
पूनम साहिल के लंड के मोटे सुपाडे की रगड़ को अपनी चूत की दीवारों पर महसूस करके कसमसा रही थी….उसके हाथों के नाख़ून साहिल की पीठ मे गढ़ने लगे थे…..और ये सब साहिल को भी बहुत अच्छा लग रहा था….पूरा रूम पूनम की सिसकयों से गूँज रहा था…..
कुछ ही पलों मे साहिल का लंड का जड तक पूनम की चूत के समा गया…..साहिल के लंड का सुपाडा पूनम की चूत के अंदर बच्चेदानी से जा टकराया. पूनम के बदन मे मस्ती की लहर दौड़ गयी…..उसने अपनी बंद मस्ती भरी आँखों को धीरे से खोला…..और साहिल की आँखों मे देखने लगी….
पूनम: ओह्ह्ह बाबू जीए…….अब बस जल्दी से मेरी प्यसस बुझा दो……चोद डालो मुझे…..जल्दी करो….नही तो मे पागल हो जाउन्गी…..
पूनम की बात सुनते ही, साहिल ने पूनम को अपने बाहों मे जाकड़ कर धीरे-2 बेड पर लेटा दिया…..पूनम के पैर दोनो तरफ फैले हुए थे…जैसे ही साहिल पूनम के ऊपेर आया….पूनम ने अपने पैरो को साहिल की कमर के इर्द गिर्द कस लिया……और अपनी बाहों को साहिल के गले मे डाल कर उससे कस के चिपक गयी…..एक बार फिर से पूनम के कड़े निपल साहिल की छाती मे चुभने लगे…. जो साहिल को और मस्त किए जा रहे थे…..
साहिल ने पीछे से अपनी कमर को ऊपेर की ओर उठाना चालू कर दिया…..साहिल का लंड पूनम की चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ, सुपाडे तक बाहर आ गया. पूनम ने साहिल की आँखों मे देखा…..जैसे वो कह रही हो….मे तैयार हूँ. तुम्हारा लंड फिर से अपनी चूत मे लेने के लिए…साहिल ने तेज़ी से अपने लंड को पूनम की चूत के अंदर की तरफ पेला…….
साहिल के लंड का मोटा सुपाडा पूनम की चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ, एक बार फिर से पूनम की चूत की गहराइयों मे उतर गया…..पूनम बुरी तरहा मचल गयी…..उसके पूरे बदन मे वासना की खुमारी छा गयी….उसकी आँखे फिर से मस्ती के नशे मे बंद होने लगी….उसने साहिल के सर को अपनी चुचियों पर दबा लिया…….
पूनम: ओह्ह बाबू जीईईई…..बहुत मज़ा आ रहा है….हां ऐसे ही चोद डालो मुझे ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह……आप बहुत अच्छा चोदते हैं…ओह्ह्ह्ह बाबू जीईई……..
साहिल ने धीरे-2 अपने लंड को पूनम की चूत के अंदर बाहर करना चालू कर दिया….साहिल के लंड का सुपाडा अंदर बाहर होते हुए, पूनम की चूत की दीवारों मे रगड़ ख़ाता…..और पूनम हर बार मस्त होकर सिसक उठती….वो पागलों की तरहा कभी साहिल के गालों को चूमती, तो कभी उसके होंठो से अपने होंठो को सटा देती…….
धीरे- 2 साहिले के धक्कों की रफ़्तार बढ़ने लगी……और पूनम भी इतनी मस्त हो चुकी थी…कि वो भी अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उठाकर अपनी चूत मे साहिल के लंड को लेने लगी…..पूनम की गान्ड भी तेज़ी से ऊपेर नीचे हो रही थी……और साहिल का लंड पूनम की चूत के काम रस से भीग कर तेज़ी से बिना किसी रुकावट के अंदर बाहर हो रहा था……
पूनम: ओह्ह्ह बाबू जी मे झड़ने वाली हूँ…….और तेज़ी से चोदो मुझे…ओह्ह्ह और ज़ोर सीईई अहह मररर गयी…….
फिर पूरे रूम मे शान्ती छा गयी…..साहिल पूनम के ऊपेर लूड़क गयी….और उसके लंड से एक के बाद एक वीर्य की कई पिचकारियाँ निकल कर पूनम की चूत की दीवारों को भिगोने लगी…..
फिर पूरे रूम मे शान्ती छा गये…..साहिल पूनम के ऊपेर लूड़क गया….और उसके लंड से एक के बाद एक वीर्य की कई पिचकारियाँ निकल कर पूनम की चूत की दीवारों को भिगोने लगी…..
जैसे ही पूनम और साहिल दोनो की साँसें दुरस्त हुई, साहिल पूनम के बदन से नीचे उतरा, और बेड से उतर गया……वो पूनम की तरफ देख भी नही पा रहा था…..कहीं ना कहीं उसका दिल उसे अंदर है अंदर कचोट रहा था कि, वो अपने स्वार्थ के लिए पूनम का इस्तेमाल कर रहा है……साहिल ने अपना पाजामा पहना, और बाहर आ गया……..
उसके दिमाग़ को एक बार फिर से उलझनो ने घैर लिया था…..वो बाहर आकर बैठक मे सोफे पर बैठ गया…….वो अपनी सोच मे डूबा हुआ था कि, उसका ध्यान पूनम के आने की आहट से टूटा…..पूनम अपने बदन पर वही रेड कलर की साड़ी लपेटे हुए, उसकी तरफ बढ़ रही थी……वो किसी सेक्स की देवी से कम नही लग रही थी……
पूनम उसके पास आई, और सोफे पर रखे एक तकिये को नीचे रख कर साहिल की टाँगों के बीच बैठ गयी.
पूनम: क्या सोच रहे हैं बाबू जी ? बहुत उदास लग रहे हो. कहीं आपकी मेरे सेवा मे कोई कमी तो रह नही गयी.
साहिल: नही ऐसी बात नही है. बस थोड़ा सा परेशान हूँ ?
पूनम: किस बात को लेकर. कहीं उस दरिंदे को लेकर तो नही ?
साहिल: (हां मे सर हिलाते हुए) हां उसी को लेकर. मे आज भी जब उस दिन को याद करता हूँ, जब उसने मेरी माँ को मारा था. तो मेरी नसों मे खून किसी जवाला मुखी के लावे की तरहा दौड़ने लगता है. पर मैं चाह कर भी उसका कुछ नही कर पाउन्गा. वो तो हमेशा अपने आदमियों से घिरा रहता हैं. और सब के पास एक से बढ़ कर एक हथियार हैं.
पूनम: (साहिल की बात सुन कर सोच मे पड़ गयी) उसका इलाज है मेरे पास बाबू जी.
साहिल: (एक दम से चोन्कते हुए) वो क्या ?
पूनम: राज ने अपनी अयाशियों के लिए अपने खेतो के बीच मे एक छोटी हवेली बनवा रखी है. और वो अक्सर वहाँ जाता है. पर उसके आदमी उसके साथ ही होते हैं. हवेली के बाहर पहरा देते हैं.
साहिल: वही तो प्राब्लम है, उसके गुण्डों के बीच मे उसको कैसे मारू. मुझ समझ मे नही आता.
पूनम: वो अब आप सब मुझ पर छोड़ दो. राज को उस हवेली मे लेजाना अब मेरा काम है. और वो वहाँ पर अकेला आएगा.
साहिल: पर तुम उसे लाओगी कैसे ?
पूनम: (मुस्कुराते हुए) वो सब आप मुझ पर छोड़ दो.
ये कहते हुए, पूनम ने साहिल के पाजामा की तरफ अपने हाथ बढ़ाए. और पाजामा खोल कर साहिल के सिकुडे हुए लंड को मुँह मे भर लिया. साहिल के बदन मे करेंट दौड़ गया.
साहिल: उफफफ्फ़ ये ये क्या कर रही हैं आप ?
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