RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मैं- बट क्या? मैं तो वैसे भी तुमसे फ्री होकर बात करता हूं और तुम्हें अभी भी शायद कोई संकोच हो रहा है,,, बोलो ना.. फ्रेन्ड ,,,, और फ्रेंडशिप में कोई आप वाप नहीं .. तुम मेरे नाम से मुझे बुला सकती हो,,, ।
शालिनी - ठीक है,,, मेरे राजा भैया ।
मैं- फिर से भैय्या ?
शालिनी- अरे , फ्रेन्ड ... मेरा भैय्या भी तो है कि नहीं , अब थोड़ा सा टाइम तो लगेगा ही ,,, सा...गर .... हंसते हुए ....
हम दोनों को बात करते हुए काफी समय हो गया था तो मैंने कहा
ठीक है फ्रेन्ड ,,,, अब एक गुडनाईट किस्सी दो और हम सोते हैं ,,,
शालिनी ने हल्के से खिसककर मेरे माथे पर किस किया और लेट गई ।
मैं- ये तो फिर से भैय्या वाली गुडनाईट हुई ,, फ्रेन्डस में तो ऐसी गुडनाईट किस्सी होती है
और बोलते हुए मैंने शालिनी की आंखों में देखा और उसके संतरी होंठों पर अपने जीवन का पहला लिप किस कर दिया ,, हल्का सा चूसते हुए ... मीठू ... है ....
शालिनी शरमा गई और मुस्कुराते हुए मेरे सीने में एक मुक्का मार कर दूसरी ओर करवट ले कर लेट गई और बोली - गुडनाईट राजा... भै ....
उसके मुंह से भैय्या निकलते निकलते रह गया और मैंने उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लिया मगर अपने लन्ड वाले हिस्से को दूर ही रखा,,, मेरे हाथ उसकी चूचियों पर थे समीज के उपर से और शालिनी ने मेरे हाथों को अपने हाथों से ऐसे चिपका लिया जैसे वो कह रही हो भाई ... अब दबाना मत मेरी चूंची ....
मेरे मन में अब शालिनी के साथ सुबह से ही फ्रेन्डशिप और उसकी आंड़ में ब्वायफ्रेन्ड बनने के ख्याल आने लगे और हम दोनों ऐसे ही सो गए ,,, हसीन सुबह के इंतजार में ....
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