RE: XXX Sex Kahani रंडी की मुहब्बत
“भाई और वो 10 हजार रुपये “
“साले तुझे तो 5 हजार मिलने चाहिए थे ना “
“जी भाई लेकिन अभी थोड़ा काम भी तो है ,इतना बड़ा फायदा करवाया हु आपका आप कितना तो कर ही सकते हो ,अगले बार से जो महीने में फायदा होगा उसी से पैसे लिया करूंगा “
शकील को शायद मेरी बात अच्छी लगी ..
“ठीक है इसे 10 हजार दे दो रे...और ये पुस्तक क्यो पकड़कर घूम रहा है “
“भाई वो आपसे कुछ पूछना था “
शकील ने इजाजत दे दी और मैंने उस पुस्तक को खोलकर एक चेप्टर निकाला ..और शकील के पास जाकर उसे दिखाने लगा
“भाई मैं सोच रहा था की क्यो ना हम penny स्टोक्स में पैसे लगाए,ऐसे स्टोक्स जिनका रेट बहुत ही कम है ,सोचिए की अगर कोई स्टॉक सिर्फ 10 पैसे मे मिल जाए तो ,1000 रुपये में हम कितना खरीद सकते है ,और 1000 रुपये का स्टॉक 2हजार होने में बहुत समय लग सकता है लेकिन 10 पैसे के स्टॉक को 20 पैसा होने में कितना समय लगेगा ...कुछ ऐसे ही स्टोक्स है जो 100 रुपये से कम के है उन्हें खरीदा जाए तो वो परसेंटेज में जायद पैसा कमा कर देंगे “
शकील ने थोड़ी देर अपना सर खुजलाया
“ठीक है ठीक है जो तुझे समझ आये वो कर ,छोटी छोटी बातों को पूछने की क्या जरूरत है “
“भाई वो इसमें रिस्क भी तो ज्यादा रहता है,कमा भी सकते है और गंवा भी सकते है ,मतलब है की 10पैसे का स्टॉक 5 पैसे भी तो हो सकता है ना,इसलिए आपकी इजाजत चाहिए ताकि बाद में आप मुझे ना बोले “
शकील थोड़ी देर चुप रहा और बुक को पढ़ने की कोशिस करने लगा मुझे पता था की उसे घण्टा कुछ भी समझ नही आने वाला था ..
“ठीक है दिया इजाजत जो करना है कर “
“थैंक्यू भाई “
“हम्म और काजल से मिलने गया था ना क्या हुआ उसका “
इस बार शकील के होठो में एक कमीनी मुस्कान थी,लेकिन मैं भी अपने आप को पहले से तैयार करके आया था
“अपने सही कहा था भाई,रंडी तो साली रंडी ही रहेगी..मैं ही चूतिया था जिसे उससे लगाव हो गया था,लेकिन अब नही भाई अब तो जमकर पैसे कमाने है ,पैसे रहेंगे तो वैसी कई रंडियों को खरीद लेंगे ..”
मेरी बात सुनकर जैसा मुझे यकीन था शकील का चहरा थोडा बुझा बुझा सा हो गया,वो तो चाहता था की हमारे बीच प्यार हो ना सिर्फ प्यार हो बल्कि काजल मुझे टूटकर चाहे ताकि वो हमे अलग करके मजे ले सके,लेकिन अब बेचारा शकील किस चीज के मजे लेता,वो मुझे निकाल भी नही सकता था क्योकि मैंने उसे ऐसा ख्वाब दिखा दिया था जिसे पूरा करने में उसे मेरी जरूरत पड़ती ,कम से कम अब मैं सेफ था और मुझे काजल को भी सेफ करना था….
शकील की इजाजत मिलने से मेरा एक टेंशन दूर हो गया था मैंने संजय सर और प्यारे के अकाउंट में 5-5 हजार डाले अब टाइम था मेरे गेम प्लान का …
इसे समझने से पहले आपको शेयर मार्किट के कुछ टेक्निकल टर्म को समझना होगा..जिसमे है ask price,bid price,aur volume…
पहले आते है ask प्राइज पर ask प्राइज वो प्राइस होता है जिसपर कोई व्यक्ति किसी स्टॉक को खरीदने के लिए तैयार हो ,वही bid प्राइज वो प्राइज है जिसपर कोई उस स्टॉक को बेेेचने के लिए तैयार हो ..मतलब ये की अगर कोई किसी स्टॉक को 100 रुपये में बेचना चाहे तो वो उसका bid प्राइज हो गया,अब अगर किसी को लगता है की 100 रुपये सही रेट है तो उसमें उसे खरीद लेगा नही तो वो अपना ask प्राइज लगा देना 98 रुपये का ,
अब आते है वॉल्यूम में की आखिर स्टॉक मार्किट में वॉल्यूम क्या चीज है,जब कोई ask और bid प्राइज एक भाव में मिल जाते है,मतलब की किसी एक भाव में कोई समझौता हो जाता है माना की किसी शेयर को कोई 100 रुपये में बेचने को तैयार हो और 100 रुपये में ही कोई खरीदने को भी तैयार हो और वो 1 शेयर बेचे और 1 शेयर खरीदे तो वॉल्यूम हो गया 1 का ..
अधिकतर बड़े शेयर में ज्यादा वॉल्यूम होते है वही छोटे शेयर को खरीदने या बेचने में किसी का ज्यादा इंटरेस्ट नही होता इसलिए उसमें वॉल्यूम ज्यादा नही होता,ये 10करोड़ भी हो सकता है तो कही कही आपको 500-100 भी देखने को भी मिल जाता है,
मैंने ऐसे ही स्टोक्स को सलेक्ट किया जिसमे वॉल्यूम 500 से नीचे हो और उसकी प्राइज भी 5 रुपये से कम ही हो ..मुझे ऐसे कुछ स्टोक्स भी मिल गए अब मेरा प्लान शुरू होने वाला था,
उन कुछ स्टोक्स में से मैंने एक ऐसे स्टॉक को लिया जिसमे वॉल्यूम बहुत कम था और वो ज्यादा बढ़ता भी नही था ताकि मैं उसमें कुछ कर सकू..
मैंने एक शेयर को 1 रुपये में खरीदना शूरू किया इसतरह मैंने कुछ दिनों में लगभग 7000 शेयर खरीद लिए
अब मैंने संजय सर और प्यारे को उस स्टॉक को 1.50 रुपये में 3300 शेयर खरीदने के लिए कहा,उन दोनों ने 3300 शेयर खरीदे और मैंने 1.5 के रेट में उसे बेच दिया इसतरह मुझे लगभग 3300 रुपये का प्रॉफिट हो गया...लेकिन उसी दिन मैंने संजय सर और प्यारे से कहा की पूरे शेयर को 3 रुपये की bid लगा दो ,मतलब की अब वही शेयर 3 रुपये में बिकने को तैयार थे,और मैंने इधर से 3 रुपये की ask लगा कर पूरे शेयर फिर से खरीद लिए ,स्वाभाविक था की इससे उन दोनों में हर एक को 4950 की प्रॉफिट हो गई ,लेकिन पैसा शकील के जेब से गया,इसतरह हमने मिलकर 9900 का प्रॉफिट कर दिया ,और पूरा पैसा लीगल तरीके से हमारे पास पहुच गया ,शकील को शक होने का सवाल नही था क्योकि इससे पहले मैंने वही शेयर 1 रुपये में खरीद कर 1.5 रुपये में बेचे थे ,अब उस शेयर का प्राइज 3 रुपये पहुच गया था,मैं जानता था की अब उसे इस रेट में खरीदने को कोई तैयार नही होगा लेकिन फिर भी मैंने उसे अपने पास रख लिया ताकि अगर उस प्राइज में कोई खरीदने वाला मिल जाए तो मैं उसे ये माल चिपका दु अगर ऐसा होता तो शकील को भी कोई नुकसान नही होता ,और हो भी जाता तो मुझे क्या था मेरे पास तो पैसे आ चुके थे,मैंने पहले ही सोचा था की शकील को भी पता नही लगाना चाहिए और उसका पैसा धीरे धीरे हमारे अकाउंट में ट्रांसफर होता रहे इसके लिए ये भी जरूरी था की उसे मैं कुछ फायदा भी दिखता रहू ताकि उसका लालच भी बना रहे ,इसलिए मैंने अपना ट्रेडिंग शुरू कर दिया,कभी कभी मैं पैनी स्टोक्स के जरिये शकील का पैसा प्यारे और संजय सर के पास भेजता रहा लेकिन बाकी समय में मैं शेयर मार्किट से मुनाफा कमाने के लिए जीतोड़ मेहनत करता था और जिस शेयर में मैं पैसा लगाता था उसपर ही संयज सर और प्यारे को भी पैसा लगाने बोलता,वो मेरे हिसाब से काम कर रहे थे और कुछ लॉस और कुछ प्रॉफिट के साथ हम पैसा कमा रहे थे..
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