RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
थोड़ी देर में पापा कार लेके आ गये मैं आगे बैठ गया और शिप्रा दीदी पीछे हम दोनों बहुत उदास थे क्योंकी हम लोगो ने साथ घूमने का प्लान बनाया था लेकिन अब वो कैंसिल हो गया था हम दोनों यही सोच रहे थे की अब पता नहीं कब मिलना होगा हमारा बारिश तेज हो चुकी थी थोड़ी देर में हम लोग घर पहुँच गए हम कार से उतरे और अंदर गए हमें देख के मम्मी बोली "आ गए बेटा बस मुझे यही चिंता हो रही थी क्योंकि मौसम बहुत ख़राब हो गया है मुझे यही था की कहीं अटक ना जाओ बारिश में , चल शिप्रा बेटा पाँच बज गए है तेरी ट्रेन है सात बजे की तू अपनी पैकिंग खत्म कर " शिप्रा दीदी बोली "जी मौसी " मैंने कहा "अरे मम्मी प्रीती दीदी कहाँ है अभी तक आई नहीं " मम्मी बोली "हाँ मैंने उसे भी फोन कर दिया है वो भी आने वाली है बस थोड़ी देर में " फिर मम्मी सब के लिए चाय बनाने लग गई और शिप्रा दीदी पैकिंग करने लग गई मैं शिप्रा दीदी के पास जाके बैठ गया हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे शिप्रा दीदी बोली "क्या यार सारा प्लान ख़राब हो गया " मैंने कहा "हाँ दीदी इस मौसम को भी आज ही ख़राब होना था क्या , अब कब आओगे वापस " शिप्रा दीदी बोली " पता नहीं यार मम्मी कब भेंजे वापस जब कोई काम पड़ेगा तभी आ पाऊँगी " तभी मम्मी ने मुझे बुलाया "सोनू ये चाय ले जा के सब को दे "
मैं गया और सबको चाय देने लगा फिर मम्मी शिप्रा दीदी के पास जाके बैठ गई और उनसे बात करने लगी और उन्हें कुछ सामान देने लगी थोड़ी देर बाद पापा ने बोला "शिप्रा बेटा छ: बज गए है तू तैयार हो गयी क्या चल स्टेशन के लिए निकलते है थोड़ी देर में अभी बारिश कम हुई है " शिप्रा दीदी ने कहा " हाँ मौसाजी पैकिंग तो हो गयी बस पांच मिनट में तैयार होके आती हूँ " थोड़ी देर में शिप्रा दीदी तैयार होके आई ब्लैक वी नेक का टॉप ब्लू जींस उनके बोबे उस ब्लैक टॉप में से बाहर निकल के बहुत अच्छा शेप बना रहे थे उन्होंने बालों को क्लचर से बांधा हुआ था वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को देखा हम दोनों ही उदास थे पापा मम्मी ड्राइंग रूम में बैठे हुए थे मैं पापा मम्मी की नजर से बच के शिप्रा दीदी के पास गया और उन्हें टाइट हग कर लिया उन्होंने भी मुझे कस के पकड़ लिया मैं उनसे चिपके हुए उनके टॉप पे से उनकी पूरी पीठ पे हाथ फेरने लगा फिर मैंने उनके टॉप के नीचे से हाथ अंदर डाला और उनकी नंगी पीठ पे हाथ फेरने लगा और उनकी ब्रा स्ट्रैप्स से खेलने लगा मेरा लंड खड़ा हो चुका था इतने में पापा की आवाज आई "शिप्रा बेटा थोड़ी देर में निकलते है तू चेक करले एक बार कुछ रहा तो नहीं" हमने फटाफट एक दूसरे को छोड़ा दिया शिप्रा दीदी ने कहा "हाँ मौसा जी" और शिप्रा दीदी हमारे रूम में चेक करने लगी मैं भी उनके पीछे पीछे हमारे रूम में आ गया वो भी मुझे इस तरह से देख रही थी की बस मौका मिले और हम चिपक जाएँ
तभी लाइट चली गयी मैंने जल्दी से शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उन्हें बाथरूम में ले गया और उन्हें बाथरूम के दीवार से सटाकर उन्हें किस करने लगा वो भी मुझे किस करने लगी हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे हो चूम रहे थे चाट रहे थे मैं शिप्रा दीदी के होंठ चूसने लगा वो भी मेरे होंठ चूसने लगी उनके होंठ चूसते चूसते मैं एक हाथ से उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा वो मेरे बालों में अपना हाथ फेरने लगी फिर मैंने उनके होंठ छोड़े और उनके गले पे स्मूच करने लगा फिर मैंने उनका टॉप ऊपर किया और उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा वो तेज तेज सांसें लेने लगी फिर मैं वापस ऊपर गया और उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी भी मेरे होंठ चूस रही थी और मुझे किस करते करते वो अपने हाथ से मेरी जींस पे से मेरा लंड सहलाने लगी थोड़ी देर बाद मैंने उनके होंठ छोड़े और उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाते हुए पूछा " शिप्रा दीदी कौन सी वाली ब्रा पेहेन रखी है आज अँधेरे में दिख नहीं रहा" उन्होंने कहा "वाइट वाली जॉकी की जो नेट के मटेरियल में है वो " मैंने कहा "और पेंटी" वो मेरा लंड सहलाते हुए बोली "तू खुद देख लेना भाई "
मैं उन्हें वापस किस करने लगा वो भी मुझे चूमने लगी मैं उनकी नेट वाली ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी के निप्पल खड़े हो चुके थे मैं उनके निप्पलों को सहलाने लगा फिर उन्होंने मेरे होंठ छोड़े और मैं स्मूच करते हुए नीचे गया और उनकी ब्रा पे से उनके बोबो को किस करने लगा उन्हें अपने होंठो से सहलाने लगा उनके निप्पलों को उनकी ब्रा पे से चूसने लगा शिप्रा दीदी लम्बी लम्बी सांसें ले रही थी और उनकी उँगलियाँ मेरे बालों में चल रही थी फिर मैंने उनकी ब्रा ऊपर कर दी और उनके मोटे बोबे बाहर आ गए मैंने उनके दोनों नंगे बोबो पे किस किया और एक को अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगा और दूसरे को अपने हाथ से सहलाने लगा उसे दबाने लगा शिप्रा दीदी आहें भरने लगी उनकी सांसें बहुत तेज चल रही थी मैंने उनके दोनों बोबे चूसे उनके दोनों निप्पलों को चूसा फिर मैं और नीचे गया और उनके नंगे पेट पे स्मूच करने लगा उनकी नाभि को सहलाने लगा तभी शिप्रा दीदी ने मुझे ऊपर खींच लिया और मुझे किस करने लगी मुझे पता था की वो अब पूरी तरह से गरम हो चुकी है मैं भी उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए मैंने उनकी टांगें थोड़ी सी चौड़ी की और उनकी जींस पे से उनकी चूत को सहलाने लगा
फिर शिप्रा दीदी ने मेरे होंठ छोड़े और कहा "सोनू हमें जल्दी करना होगा सब लाइट कभी भी आ सकती है और मौसाजी कभी भी बुला सकते है जाने के लिए " मैंने उनकी चूत को सहलाते हुए कहा "हाँ दीदी" फिर मैं उनके पूरे बदन पे अपने होंठो से स्मूच करता हुआ नीचे आया और उनकी जींस का बेल्ट खोला बटन खोला और उनकी जींस उतार दी और शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत पे किस करने लगा उसे सहलाने लगा शिप्रा दीदी को बहुत मजा आ रहा था उनकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी फिर मैंने उनकी पेंटी भी उतार दी और उनकी नंगी चूत पे किस करने लगा उनकी चूत को अपने होंठो और अपनी जीभ से सहलाने लगा शिप्रा दीदी मेरे बालों को सहलाने लगी फिर मैं अपनी जीभ से उनकी क्लिट को सहलाने लगा मैं अपनी जीभ से शिप्रा दीदी की चूत के होल को सहलाना चाहता था लेकिन शिप्रा दीदी खड़ी हुई थी तो ये पॉसिबल नहीं था तो मैंने शिप्रा दीदी की टांगें थोड़ी और ज्यादा चौड़ी की और उनके होल में अपनी ऊँगली डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगा
शिप्रा दीदी सिसकियाँ लेने लगी मैं एक हाथ से शिप्रा दीदी की चूत में ऊँगली कर रहा था और दूसरे हाथ से उनके नंगे बोबे दबा रहा था तभी शिप्रा दी की सिसकियाँ तेज होने लगी "स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ...आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .....हाम्म्म्म्म्म ....सॊन्न ...उउ " मैं समझ गया की उन्हें मजा आने लग गया है मैं जल्दी जल्दी अपनी ऊँगली उनकी चूत से अंदर बाहर करने लगा दूसरे हाथ से उनके बोबे दबाने अपनी उंगलियों से उनके निप्पल को दबाने लगा सहलाने लगा शिप्रा दीदी और तेजी से सिसकियाँ लेने लगी मैं अब और तेजी से उनकी चूत में ऊँगली करने लगा और जल्दी जल्दी ऊँगली करते हुए मैं अपनी जीभ से उनकी चूत को सहलाने लगा उनकी क्लिट को अपनी जीभ से सहलाने लगा तभी शिप्रा दीदी ने तेजी से मेरे बाल पकड़ के खींचे और उनकी चूत से पानी बहने लगा जिसे में अपनी जीभ से चाटने लगा वो थोड़ी देर तक ऐसे ही खड़ी रही फिर उन्होंने मुझे ऊपर खींचा और मुझे किस करने लगी मुझे किस करते हुए वो अपने हाथ से मेरा लंड सहलाने लगी फिर मुझे किस करते करते ही उन्होंने मेरी जींस का बटन खोला और मेरी जींस उतार दी और अंडरवियर पे से मेरे खड़े हुए लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था
फिर वो नीचे घुटनों के बल बैठ गयी और मेरी अंडरवियर पे से मेरे पूरे लंड पे स्मूच करने लगी अपने होंठ फेरने लगी फिर उन्होंने मेरी अंडरवियर नीचे कर दी और मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड उनके सामने आ गया उन्होंने मेरे लंड पे बहुत सारी किसेस की फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे लंड के टोपे पे गोल गोल घुमाई और मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ा और उसे अपने मुह में ले लिया मुझे बहुत मजा आ रहा था वो थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसती रही और मैं उनके बालों को सहलाता रहा फिर उन्होंने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकाला और अपनी उंगली से मेरे लंड के छेद को थोडा सा चोडा किया और उसपे अपनी जीभ घुमाने लगी मेरी आँखें बंद हो गयी फिर उन्होंने मेरे लंड वापस अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगी मैं अपनी आँखें बंद करके शिप्रा दीदी के बालों में अपना हाथ फेरने लगा फिर शिप्रा दीदी मेरे लंड के टोपे को अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी मेरे लंड के टोपे को चूसने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकाला और मेरी बाल्स को किस करने लगी और मेरे लंड को अपने हाथ से ऊपर नीचे करने लगी
फिर उन्होंने वापस मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और उसे चूसने लगी मैंने अपना हाथ शिप्रा दीदी के बालों पे से हटाया और उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा शिप्रा दीदी मेरा लंड चूस रही थी और मैं उनके बोबे दबा रहा था अब शिप्रा दीदी मेरे लंड को जल्दी जल्दी चूसने लगी और मेरे मुह से सिसकियाँ निकलने लगी और मैं भी उनके दोनों बोबे जल्दी जल्दी मसलने लगा वो समझ गयी थी की मैं झरने वाला हूँ वो जल्दी जल्दी मेरे टोपे को अपनी जीभ से चाटने लगी उसे जल्दी जल्दी अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी और तभी मेरा मुट निकल गया शिप्रा दीदी के मुह में वो मेरा सारा मुट निगल गई और मेरे लंड को चूसती रही मैंने उन्हें ऊपर उठाया और फिर हम दोनों किस करने लगे उन्हें किस करते हुए मैं उनके बोबे सहलाने लगा फिर मैंने उनके दोनों बोबो पे किस किया फिर हम दोनों अपने कपडे ठीक करने लगे मैं बाथरूम से बाहर निकला थोड़ी देर बाद शिप्रा दीदी भी बाहर आ गई
लाइट अभी तक नहीं आई थी शिप्रा दीदी बोली "मजा आया" मैंने कहा "हाँ दीदी बहुत अब पता नहीं कब मौका मिलेगा" तभी पापा की आवाज आई "शिप्रा बेटा चल बारिश कम हो गयी जल्दी से सामान लिया अपना निकलते है" शिप्रा दीदी अपना सामान लेके बाहर आ गयी मैंने उनका सामान कार में रखा वो सबको बाय कह के कार मैं बैठ गयी और पापा शिप्रा दीदी को स्टेशन छोड़ने चले गए मैं बहुत ज्यादा उदास था मैं बाहर ही अँधेरे में ही खड़ा रहा तभी किसी का फोन आया मम्मी उस से बात करने में लग गयी मेरा मूड बहुत ऑफ था क्योंकि मेरी शिप्रा दीदी चली गई थी तभी थोड़ी देर बाद पापा आ गए मैं बाहर ही खड़ा था जैसे ही पापा ने कार रोकी मेरी ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा शिप्रा दीदी कार से उतरी मैंने पूछा "पापा क्या हुआ" पापा बोले "अरे बारिश के कारण इसकी ट्रेन तो बहुत लेट है कल सुबह आएगी यहाँ आठ बजे" ये सुनते ही हम दोनों एक दूसरे को ख़ुशी से देखने लगे पापा कार से उतर के अंदर चले गए और पापा मम्मी से नजरे बचा कर मैं और शिप्रा दीदी ने एक दूसरे को हग किया हम दोनों बहुत खुश थे फिर हम अंदर आए मम्मी ने पूछा "अरे क्या हुआ कैसे वापस आ गए " तो पापा ने कहा "ट्रेन लेट है बारिश की वजह से कल सुबह आएगी यहाँ पे " मम्मी ने कहा "चल अच्छा है शिप्रा एक दिन और रुक जा तू हमारे साथ " तभी लाइट आ गयी हम दोनों लाइट मैं एक दूसरे को देखने लगे हम दोनों बहुत खुश थे
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