RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
मैं ये सारी बातें सुन के बहुत खुश हो रहा था मुझे खुद पर फक्र महसूस हो रहा था मैं अंदर गया और प्रीती दीदी का हाथ पकड़ के पूछा "क्या कह रहा था राज " वो बोली "कुछ नहीं मैंने बहुत सुनाया उसे और खत्म कर दिया सब थैंक यू सो मच सोनू " मैंने कहा "थैंक यू मत बोलो प्रीती दीदी आई लव यू बोलो " वो मुस्कुराते हुए बोली "धत ....." मैं अपने होंठ उनके पास ले जाने लगा उन्होंने बोला "सोनू नहीं मम्मी आ जाएगी " मैं दूर हो गया मम्मी की वापस आवाज आई और प्रीती दीदी मम्मी के पास चली गई खाना बनवाने मैं बहुत खुश था क्योंकि प्रीती दीदी भी अब मुझसे प्यार करने लग गई थी उनके पास होने से उनको छूने से उनकी बदन की खुशबू से ही मुझे कुछ होने लग जाता था मुझे प्रीती दीदी को चोदने की कोई जल्दी नहीं थी क्योंकि मुझे उनके बदन को छूना ज्यादा अच्छा लगता था मैंने सोचा की पहले प्रीती दीदी को नार्मल किया जाए ये सब उनके लिए नया था एक तो राज से ब्रेकअप और एक उनके छोटे भाई के साथ इतना आगे एकदम से बड जाना आसान नहीं था क्योंकि अपने छोटे भाई के साथ सेक्स करना तो उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा मैंने यही फैसला किया की पहले प्रीती दीदी को कम्फर्टटेबल किया जाए इतना की वो अपने कपडे उतार के मेरे सामने नंगी हो सके तभी उनको चोदने का मजा था हालाँकि अभी भी प्रीती दीदी मुझे मना तो नहीं करती लेकिन मुझे ये तो यकीन था की वो अपनी पेंटी तो मुझे नहीं उतारने देंगी वो उतारूंगा तो हाथ पकड़ लेंगी मैं यही सब सोच रहा था तभी प्रीती दीदी ने मुझे किचन में आवाज दी मैं अंदर गया तो प्रीती दीदी आटा गूंथ रही थी और मम्मी बाहर दूध लेने गई थी मैंने पीछे से प्रीती दीदी को देखा वाइट स्कर्ट रेड टी शर्ट उन्होंने अभी तक अपनी स्कूल की ड्रेस चेंज नहीं की थी मैंने कहा "क्या हुआ दीदी " वो बोली "भाई जरा एक लोटा पानी भर के रख दे यहाँ " मैंने पानी भर के रख दिया और प्रीती दीदी को पीछे से पकड़ के उनके कान के पास किस किया और बोला "दीदी एक किस दो ना " प्रीती दीदी बोली "पागल है क्या मम्मी आ जाएंगी" मैंने कहा "वो तो बाहर है प्लीज दो ना" और ये कहते हुए मैंने उनको पीछे से टाइट पकड़ लिया और उनसे चिपक गया वो बोली "छोड़ ना यार" लेकिन मैंने उन्हें नहीं छोड़ा
मैंने कहा "पहले किस दो" उन्होंने कहा "अभी तो दी थी रूम में" मैंने कहा "वापस दो ना आपके होंठ है ही इतने मीठे" वो मुस्कुराते हुए बोली "अरे साइड में तो आ मुंह पीछे कैसे घुमाऊं डफर" मैंने उन्हें घुमा लिया और उन्होंने अपने होंठ मेरे होंठो पे रख दिए प्रीती दीदी मुझे किस करने लगी और मैं भी उनके नरम मुलायम होंठो को चूसने लगा उनके होंठ चूसते चूसते मैं उनकी टी शर्ट पे से उनके बोबे सहलाने लगा उन्हें दबाने लगा तभी उन्होंने मेरे होंठ छोड़ दिए और बोली "बस अब बाकी बाद में " मैंने कहा "क्या दीदी बस इतना सा " वो मुस्कुराते हुए बोली "हाँ इतना सा चल जा अब यहाँ से " और मैं भी मुस्कुराते हुए बाहर आ गया थोड़ी देर बाद मम्मी अंदर आई मम्मी बोली "अरे प्रीती ये स्कूल की ड्रेस तो चेंज कर ले इसी में काम कर रही है क्या " प्रीती दीदी बोली "अरे रेहने दो ना मम्मी कल तो वैसे ही छुट्टी है स्कूल की और फिर तो ये नेक्स्ट हाउस डे पे काम आएगी " मम्मी बोली "हाँ फिर भी चेंज कर ले वाइट स्कर्ट है ख़राब हो जाएगी " प्रीती दीदी बोली "हाँ मम्मी नहाउंगी अभी वेसे भी तो चेंज कर लूंगी " मैं उनकी बात सुनके सोचने लगा प्रीती दीदी नहाने वाली है मैं उनको नंगी नहाते हुए देखूं या उनके साथ ही मैं भी नहा लूं मैं यही सब सोच रहा था इतने में प्रीती दीदी मेरे सर पे चपत मारते हुए मेरे पास बैठ गयी और बोली "क्या सोच रहा है " मैंने धीरे से कहा "दीदी आपके साथ नहाने की सोच रहा हूँ " वो बोली "चुप कर भंगी प्राणी " मैंने कहा दीदी मैं नहला दूं क्या आपको उन्होंने कहा "रहने दे कोई जरुरत नहीं है " मैंने कहा "क्यों दीदी" तो वो मुस्कुराते हुए धीरे से बोली "मुझे नहलाते नहलाते तू कुछ और ही करने लग जाएगा" मैंने कहा "क्या करने लग जाऊंगा" वो बोली "चुप कर" मुझे प्रीती दीदी से ऐसी बातें करने में बहुत मजा आ रहा था उनसे ऐसी बातें करते हुए मेरा लंड टाइट खड़ा हुआ था इतने में मम्मी का फोन बजा मम्मी फोन उठाने बेडरूम में गयी
और मैंने प्रीती दीदी को अपनी बाँहों में जकड लिया और उनके होंठ चूमने लगा प्रीती दीदी मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन मैं उन्हें चूमता रहा उनके नरम होंठ चूसता रहा तभी मम्मी की बात करने की आवाज आने लगी और मैंने जल्दी से प्रीती दीदी को छोड़ दिया जैसे ही मैंने उन्हें छोड़ा वो बोली "ओए पागल है क्या तू अगर मम्मी देख लेती तो बस मौका ही ढूंढता रहता है कभी फंस जाएँगे अपन " मैंने कहा "तो दीदी आप किस देती ही नहीं हो कभी" तो वो बोली "लालची इन्सान ज्यादा लालच मत किया कर कभी मम्मी ने पकड़ लिया ना तो दोनों फंस जाएँगे बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी" मैं उनकी बात सुनके हँसने लगा फिर वो उठ कर जाने लगी
मैंने पूछा "कहा जा रही हो दीदी" वो बोली "नहाने जा रही हूँ" मैंने कहा "मैं भी चलू क्या" वो बोली "चुप कर" मैंने कहा "प्लीज दीदी मुझे आपको नहाते हुए देखना है" वो बोली "नहीं" मैंने कहा "क्यों दीदी" उन्होंने कहा "बस ऐसे ही" और वो रूम में चली गयी मैं सोचने लगा की प्रीती दीदी मेरे साथ थोडा थोडा खुलने तो लग गयी है लेकिन उन्हें शर्म आ रही है मुझसे शायद अभी भी मैं वहीँ बैठ गया और सोचने लगा की आगे क्या किया जाए थोड़ी देर बाद प्रीती दीदी नहा के आई उनको देखते ही मैं पागल हो गया नहा के उन्होंने ब्राउन कलर का वी नेक का टॉप और क्रीम कलर की कैप्री पहनी थी वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी गीले गीले ढीले से बाल जिन्हें उन्होंने क्लिप से बांध रखा था गले में पतली सी चेन कान में छोटे छोटे टोप्स ब्राउन कलर का टॉप जो उनके बदन से चिपका हुआ था उनके चिपके हुए टॉप में से उनके मोटे मोटे नरम बोबे बाहर की तरफ निकलते हुए बहुत ही सेक्सी शेप बना रहे थे उनके गोरे चिकने चमकते हाथ उसके नीचे उनकी क्रीम कलर की कैप्री वो मेरे सामने घूम रही थी तो उन्हें देख देख के मैं पागल हुए जा रहा था फिर वो बॉडी लोशन की बोतल लेके मेरे सामने बैठ गयी और अपने हाथ में लोशन लेके अपने हाथों पे लगाने लगी मैं उन्हें लोशन लगाते हुए देख रहा था और उनकी खूबसूरती को निहार रहा था और वो भी बीच बीच में मुझे मुस्कुराते हुए देख रही थी
हाथों पे लोशन लगाने के बाद वो पैरों पे लोशन लगाने के लिए झुकी और उनके टॉप के गले में से मुझे अंदर की एक झलक दिखी प्रीती दीदी ने ब्राउन टॉप के अंदर वाइट कलर की शमीज और उसके अंदर वाइट कलर की ब्रा पेहेन रखी थी पूरे रूम में उनके बदन की डियो की और लोशन की खुशबू महक रही थी फिर लोशन लगा के उन्होंने बोतल साइड में रखी और मुस्कुराते हुए अपनी आईब्रो ऊपर करके मुझे इशारा किया मैंने उनसे कहा "दीदी बहुत सेक्सी लग रही हो यार" वो बोली "अच्छा मुझे तो पता ही नहीं था" और हसने लगी हम दोनों मुस्कुराते हुए एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे तभी मम्मी आई और बोली "नहा ली प्रीती " उन्होंने कहा "हाँ मम्मी " मम्मी बोली "चलो तुम दोनों खाना खा लो" प्रीती दीदी बोली "पापा को आ जाने दो मम्मी साथ में खाते है " मम्मी ने कहा ठीक है फिर मम्मी रूम में चली गयी और थोड़ी देर बाद उन्होंने प्रीती दीदी को रूम में बुला लिया मैं वहीँ बैठा बैठा अपने लंड पे हाथ फेरने लगा और वो सीन याद करने लगा जब प्रीती दीदी झुकी थी और उनकी वाइट ब्रा मुझे दिखी थी मैं बस यही सोच रहा था की प्रीती दीदी की ब्रा मैं कब उतारूंगा आज रात को जब हम दोनों रूम में अकेले होंगे तब क्या होगा क्या प्रीती दीदी मुझे अपने कपडे उतारने देंगी मेरे सामने वो नंगी होंगी मैं यही सब सोच रहा था
|