RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
लेकिन उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया मुझे उनकी बात याद आ गई और मैं वापस उनके टॉप के ऊपर से उनके बोबो पे स्मूच करने लगा फिर मैं नीचे गया और उनके पेट पे किस किया उनके पेट पे स्मूच किया फिर मैं और नीचे गया और प्रीती दीदी कि कैप्री पे से उनकी चूत पे किस करने लगा उनकी चूत पे अपने होंठ फेरने लगा प्रीती दीदी को बहुत मजा आ रहा था वो मेरे बालों को सेहला रही थी मैंने उनकी टांगें चौड़ी की और उनकी कैप्री पे से उनकी पूरी चूत पे किस करने लगा और जल्दी जल्दी अपने होंठो से स्मूच करने लगा तभी प्रीती दीदी के मुंह से एक सिसकी निकल गई "स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ........." और मम्मी ने जल्दी से पूछा "क्या हुआ प्रीती" मैं फटाफट उनके ऊपर से उतर के साइड में लेट गया मम्मी ने लाइट जलाई और पूछा "क्या हुआ प्रीती" प्रीती दीदी बोली "कुछ नहीं मम्मी शायद चींटी खा गई" मम्मी बोली "इसीलिए केह रही कि नीचे नहीं सो पाओगे दिखा जरा मुझे " तभी प्रीती दीदी ने बात पलट दी वो बोली "अरे मम्मा शायद लाइट आ गई " मम्मी ने चेक किया और बोली अरे हाँ आ गई लाइट चलो अब तुम अपने रूम में चले जाओ और सो जाओ मैं बहुत खुश था हम दोनों अपने रूम में आये मैंने हमारे रूम का गेट थोडा सा ढलका दिया और उसके पीछे एक चेयर रख दी ताकि अगर कोई गेट खोले तो हमें पता चल जाए चेयर रख के मैंने जल्दी से प्रीती दीदी को पकड़ लिया और उन्हें टाइट हग कर लिया और उन्हें पकड़े हुए मैं उनकी कैप्री पे से उनके हिप्स को दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा आज प्रीती दीदी कि गांड मेरे हाथों में थी जिसको देख देख के मैं मचलता था आज वो मेरे हाथ में थी मैं प्रीती दीदी को टाइट हग करके खड़ा हुआ था और उनके हिप्स सेहला रहा था उन्होंने भी मुझे कस के पकड़ रखा था थोड़ी देर तक उनके हिप्स सहलाने के बाद मैंने उन्हें खुद से अलग किया और उन्हें किस करने लगा हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे उन्हें किस करते हुए मैंने उनकी कैप्री पे से उनकी चूत सहलाना शुरू किया इस से प्रीती दीदी और ज्यादा उत्तेजित हो गई और मुझे कस के पकड़ के किस करने लगी उनकी आँखें बंद थी मैं उन्हें किस करते हुए उनकी चूत को उनकी कैप्री के ऊपर से सेहला रहा था फिर मैंने उनकी कैप्री के अंदर अपना हाथ डाल दिया और प्रीती दीदी कि पेंटी पे से उनकी चूत को सहलाने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने उनके होंठ छोड़े और घुटनों के बल नीचे बैठ गया और एक झटके में उनकी कैप्री नीचे कर दी अब प्रीती दीदी पेंटी में मेरे सामने थी उनकी गोरी चिकनी टांगें चमक रही थी उन्होंने पिंक कलर की पेंटी पेहेन रखी थी मैंने उनकी पेंटी पे से उनकी चूत पे अपना हाथ फेरा फिर उनकी पेंटी पे से उनकी चूत पे किस करने ही वाला था कि उन्होंने मेरा सर अपने हाथ से पकड़ लिया मैंने ऊपर देखा तो उन्होंने कहा "अभी वहाँ गंदा है सोनू बाद में करना" मैं मुस्कुराते हुए उनकी आँखों में देखते हुए उनकी पेंटी पे से उनकी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा
उनकी आँखें बंद हो गई मैं उनकी चूत सेहला रहा था और उन्हें बहुत मजा आ रहा था फिर मैं ऊपर उठा और इस बार प्रीती दीदी ने मुझे पकड़ लिया और मुझे किस करने लगी वो मेरे सामने अपने टॉप और पेंटी में थी वो मुझे किस करने लगी और मुझे किस करते हुए उन्होंने मेरे लोअर पे से मेरे लंड को पकड़ लिया और मेरे लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था मैं भी प्रीती दीदी को किस करते हुए उनकी पेंटी पे से उनकी चूत को सहलाने लगा थोड़ी देर तक किस करने के बाद हम दोनों अलग हुए हम दोनों एक दूसरे कि आँखों में देख रहे थे और प्रीती दीदी मेरा लंड सेहला रही थी और मैं उनकी चूत थोड़ी देर तक उनकी चूत सहलाने के बाद मैंने उनसे कहा "प्रीती दीदी मैं आपको बस ब्रा और पेंटी में देखना चाहता हूँ टॉप उतारो ना " प्रीती दीदी नीचे देखते हुए बोली "मुझे शर्म आती है " मैंने कहा "प्लीज दीदी " और उन्होंने मेरा लंड छोड़ा और अपने दोनों हाथो से अपना टॉप नीचे से पकड़ा उसे थोडा सा ऊपर किया और वापस नीचे कर लिया मैंने कहा "उतारो ना दीदी प्लीज" उन्होंने फिर अपना टॉप पकड़ा और जल्दी से उतार दिया लेकिन अपना टॉप उतारते ही प्रीती दीदी ने अपने दोनों हाथों से अपने बोबे छुपा लिए और घूम गई उन्हें बहुत शर्म आ रही थी अब प्रीती दीदी घूमी हुई थी और वो बस ब्रा और पेंटी में थी मैंने उनकी ब्रा के हुक पे किस किया
फिर उनकी पूरी पीठ पे स्मूच किया फिर उनकी पेंटी पे से उनके हिप्स पे किस किया फिर वापस पीछे से उनकी पूरी पीठ और कंधों पे स्मूच किया फिर उन्हें पकड़ा और घुमाया अब प्रीती दीदी सामने से ब्रा पेंटी में थी वो वाइट ब्रा और पिंक पेंटी में बहुत ही सेक्सी लग रही थी उन्होंने अपने बोबो को हाथों से ढक रखा था और उनकी आँखें बंद थी मैंने उनके दोनों हाथ पकड़ के अलग किये और उनकी गर्दन पे किस करने लगा और उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा फिर मैं स्मूच करते हुए नीचे गया और उनकी ब्रा पे से उनके बोबो को दबाने लगा उन्हें किस करने लगा फिर मैंने प्रीती दीदी कि ब्रा को ऊपर किया और उनके नंगे बोबे मेरी आँखों के सामने थे कितने प्यारे बोबे थे मेरी प्रीती दीदी के मोटे मोटे गोरे गोरे नरम नरम और उनपे बहुत छोटे छोटे खड़े हुए उनके ब्राउन निप्पल मैंने प्रीती दीदी के नंगे बोबे पे अपने होंठ फेरे और उनके एक निप्पल को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगा प्रीती दीदी मेरे बालों में हाथ फेरने लगी फिर मैं उनके दूसरे निप्पल को चूसने लगा प्रीती दीदी कि सांसें बहुत तेज चल रही थी उनके मुंह से सिसकियाँ भी निकल रही थी लेकिन वो उन्हें दबा लेती थी क्योंकि रात के टाइम रूम में आवाज गूँज सी रही थी प्रीती दीदी के दोनों बोबे चूसने के बाद मैं ऊपर हुआ अब प्रीती दीदी कम शर्मा रही थी
मैंने कहा "दीदी हुक खोलो ना " वो अपने हाथ पीछे लेके गई और अपनी ब्रा का हुक खोल दिया प्रीती दीदी कि वाइट ब्रा नीचे गिर गई मैं प्रीती दीदी के सेक्सी बदन को निहारने लगा अब वो मेरे सामने बस पेंटी में थी मैं उनके नंगे बोबे देख रहा था इतने मैं वो बोली "ऐसे मत देख ना मुझे शर्म आ रही है " मैंने कहा दीदी आपके बूब्स बहुत प्यारे है बहुत ही सेक्सी है" और ये केह के मैं अपने हाथों से उनके दोनों नंगे बोबे दबाने लगा फिर मैंने उनका एक बोबा अपने मुंह में लिया और उसे चूसने लगा और अपने दूसरे हाथ से प्रीती दीदी कि पेंटी पे से उनकी चूत को सहलाने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था मैंने उनके दोनों बोबे चूसे और फिर मैंने अपना हाथ प्रीती दीदी कि पेंटी में डालना चाहा लेकिन उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली "सोनू अभी नहीं ना और अब ज्यादा मत कर नहीं तो प्रॉब्लम होगी मुझे पेन भी हो रहा और अपन ने गेट भी ढलका रखा है अगर पापा मम्मी में से कोई भी उठा और उन्होंने देखा तो उन्हें शक ना हो जाए " मैंने उनसे कहा "ठीक है दीदी लेकिन आप मुंह में लो ना मेरा "
उन्होंने कहा "हम्म्म्म " और वो घुटनो के बल बैठ गई और मेरा लोअर नीचे किया मेरा खड़ा हुआ लंड उनके सामने था उन्होंने पहले मेरा लंड अपने हाथ से सहलाया उसे ऊपर नीचे किया फिर उसे किस किया और फिर उसे अपने मुंह में ले लिया मैं तो जैसे जन्नत में पहुँच गया आज मेरा लंड मेरी प्यारी दीदी के मुंह में था मैंने देखा प्रीती बस पेंटी में बैठी थी और मेरा लंड उनके मुंह में था मुझे बहुत मजा आ रहा था वो मेरा लंड चूस रही थी मैंने प्रीती दीदी का क्लिप उनके बालों में से हटा दिया और उनके बाल खुल गए मैं उनके लम्बे घने खुले हुए बालों को सहलाने लगा मैंने एक चीज़ नोटिस की शिप्रा दीदी बहुत अच्छी तरह से लंड चूसती थी लेकिन प्रीती दीदी तो बस मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर बाहर ही कर रही थी मैं समझ गया कि प्रीती दीदी को लंड चूसना नहीं आता और वेसे भी मेरा लंड ही था जो उन्होंने पहली बार चूसा होगा ये मुझे पता था वो मेरा लंड चूस नहीं रही थी बस उसे अपने मुंह के अंदर बाहर कर रही थी उन्हें शायद नहीं पता था कि लंड कैसे चूसा जाता है लेकिन मैं बहुत खुश था क्योंकि मेरा लंड मेरी प्यारी प्रीती दीदी चूस रही थी मेरा लंड उनके मुंह में था
उनके बाल मेरे एक हाथ में थे मैं थोडा सा नीचे हुआ और झुक के अपने दूसरे हाथ से प्रीती दीदी कि नंगे बोबे को पकड़ लिया और उसे दबाने लगा अब प्रीती दीदी मेरा लंड चूस रही थी और मैं उनके नंगे मुलायम गोरे बोबे दबा रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था तभी प्रीती दीदी ने मेरा लंड अपने मुंह से निकाला और बोली "जब होने वाला हो तो बता देना " मैंने कहा "हाँ दीदी लेकिन मुझे आपके बूब्स पे निकालना है " वो मुस्कुराई और वापस मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया मुझे बहुत मजा आ रहा था मैं जल्दी जल्दी उनके बोबे दबाने लगा और वो समझ गई उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकाला और मुझे देखते हुए जल्दी जल्दी उसे हिलाने लगी ऊपर नीचे करने लगी और मैंने उनके बाल छोड़े और अपने दोनों हाथों से उनके दोनों बोबो को पकड़ लिया और उन्हें जोर जोर से दबाने लगा और थोड़ी ही देर में मेरा मुट निकल गया मेरा थोडा सा मुट प्रीती दीदी के चेहरे पे गया और बाकि उनके बोबो पे मेरा मुट निकलने के बाद भी वो मेरे लंड को हिलाती रही फिर वो उठी और हमने एक लम्बा सा किस किया फिर वो पलट के जाने लगी मैंने कहा "कहाँ जा रही हो दीदी " वो बोली "साफ करने खुद को और कपडे पहनने ऐसे ही सो जाऊं और सुन वो कुर्सी हटा और गेट खोल दे " और वो बाथरूम में चली गई ........
थोड़ी देर बाद प्रीती दीदी बाहर आयी और हम दोनों एक दूसरे से चिपक के सो गए दूसरे दिन संडे था प्रीती दीदी और मैं सुबह लेट उठे
samapt
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