RE: Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास )
कार ग्रेटर कैलाश से विपरीत दिशा की ओर चल निकली। "मेरा घर इधर थोड़े ही है !" - मैंने विरोध किया।
चुप बैठो।" - यादव घुड़ककर बोला ।
"लेकिन..."
"सुना नहीं ?"
मैं खामोश हो गया।
उसने एंबेसडर होटल के टैक्सी स्टैंड पर ले जाकर जीप रोकी । "उतरो ।" - वह बोला।
"यहां ? - मैं हड़बड़ाया ।।
हां । यहां से घर के लिए टैक्सी कर लो।"
"भाड़ा कौन देगा?"
"पेसेंजर देगा और कौन देगा !"
“यह धांधली है।"
"हैं।" - वह दर्शनिकतापूर्ण स्वर में बोला - "है।"
मैं जीप से उतर गया।
यादत कयों ढील दे रहा था, यह बात मेरी समझ से बाहर थी । वह मूर्ख नहीं था जो इतना भी न समझता होता कि वचन का दरवाजा बाहर से भी बंद किस जा सकता था, बार-बार आत्महत्या का राग तो वह मुझे परखने के लिए जा रही थी। और घटनास्थल पर घटना के समय के आसपास कमला की मौजूदगी साबित हो चुकी थी। - इसी का अपने पति के कत्ल के लिए भी साधन, अवसर और उद्देश्य तीनों कमला को उपलब्ध थे । यह बात - दिलचस्पी और रहस्से से खाली नहीं थी कि यादव फिर भी उसे गिरफ्तार नहीं कर रहा था।
कमला मुहको डोर पर मिली।
"क्या बात धी?" - मैने उत्सुक भाव से पूछा - "वापिस क्यों बुलाया ?"
"तुमसे बात करनी है ।" - वह बोली - "आयो ।”
"बात सुबह नहीं हो सकती थी ?” - मैं उसके साथ भीतर दाखिल होता हुआ बोला ।
"आओ तो।"
हम ड्राइंगरूम में पदंचे। लेकिन वह वहां रुकने के स्थान पर भीतर स्टडी की तरफ बढ़ी । मैंने प्रतिवाद करना चाहा लेकिन उसे रुकती न पाकर खामोशी से उसके पीछे चलता रहा। स्टडी में दाखिल होते ही मैं ठिठका । भीतर वकील बलराज सोनी बैठा था।
उसके सामने जानीवाकर ब्लैक लेबल की एक खुली बोतल थी जिसमें से लगता था कि वह कई पैग पी चुका था। ताजा जाम उसके हाथ में था।
"आओ।" - वह बोला - "आओ ।”
"आप यहां !" - मैं बोला - "इस वक्त !”
"हां । कोई ऐतराज ?"
"ऐतराज मुझे क्यों होने लगा ? ऐतराज होगा तो घर की मालकिन को होगा ।"
"वकील साहब" - कमला जल्दी से बोली • *यह मेरे से बिजनेस की बात करने आए हैं ।"
"बिजनेस की बात करें, सोशल बात करें, कुछ भी बात करें, मुझे क्या ?"
"आओ, बैठो।" - वकील बोला।
मैं उसके सामने बैठ गया ।। कमला ने मेरे लिए जाम तैयार किया। उसने अपने लिए भी जाम तैयार किया ।
"आप" - मैं ओला - "पहले से ही यहां मौजूद थे या मेरे लौटकर आने के दौरान पधारे हैं ?"
उसने उत्तर न दिया । उसने अपना गिलास खाली किया और उठ खड़ा हुआ ।
"एंजॉय यूअरसैल्फ, माई फ्रैंड !" - वह बोला - आई एम लीविंग ।” तुरंत वह बाहर की तरफ बढ़ा ।
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