RE: antervasna चीख उठा हिमालय
उसका इतना कहना था कि धनुषटंकार ने मोखले से बाहर जम्प लगा दी ।
अपोलो क्या कम था ?
वह भी बाहर निकल गया । वतन ने जैसे ही उधर वढ़ना चाहा, अलफांसे--- ने कहा---- "ठहरो वतन !"
ठिठक कर वतन ने अलफांसे की ओर देखा है - मान गए न कि दुश्मन उतना चालाक है जितना मैं कह रहा था ? वह इस कक्ष तक पहुंचा और फार्मुला निकालकर चलता बना ।"
वतन जोर से चीखा---" और अब यह भी तय समझो कि तुमने अगर कोई गलत हरकत की तो किसी भा किमत पर जिन्दे इस कक्ष से बाहर नहीं निकल सकोगे ।"
जवाब में का अाबाज नहीं -- सन्नाटा ।
"तुम जहां कहीं छुपे हो, ज्यादा देर तक छुपे नहीॉ रहोगे ।" इस बार सन्नाटे को अलफांसे की आबाज ने तोड़ाृ-"जिन्दा रहना चाहते हो तो बिना किसी प्रकार की हरकत किए शराफत से बाहर आ जाओं, वरना इस कक्ष से तुम्हारी लाश ही निकलेगी ।"
जवाब-ढाक के तीन पात !
मानो कक्ष में कोई हो ही नहीं । रह----रह अलफांसे और वतन चेतावनियां दे रहे थे परन्तु कोई दृश्मन नहीं अाया । हां इतनी देर में कक्ष में छाया धूआं रोशनदानोके मार्ग से बाहर निकल गया ।
अन्त में---चारों मिलकर सारे कक्ष में अनजाने दुश्मन की तलाश करने लगे ।
उस वक्त उन सभी के चेहरों पर आश्चर्य ठुमके लगा रहा था जव उन्होंने कक्ष का चपा चपा छान मारा उसे आदमी तो क्या, प्राणी के नाम पर एक चींटी तक मिली ।
वे उस इमरजेंसी लाइट के नजदीक पहुचे, जिसे किसी ने बम विस्फोट से नष्ट कर दिया था । टार्च की रोशनी में कुछ देर वे इमरजंसी लाइट के फर्श पर बिखेरे टुकड़ों को देखते रहे , फिर अलफांसे की टॉर्च का प्रकाश कक्ष की दीबार पर नृत्य करने लगा । "
फिर, वह एकदम चौकने के से अन्दाज में बोला----अरे यह क्या हैं और टॉर्च का प्रकाश दीवार के हिस्से पर केन्द्रित था । उस जगह से दीवार टूट गई थी । उधर ही ईट और मलवा पड़ा था । एक मोखला कक्ष की दीवार क आरे पार हो गया था ।
"यह मोखला वम के विस्फोट से बना है ।" अलफांसे ने कहा-"तगता है इसी में से बाहर निकल गया वह ।"
उसका इतना कहना था कि धनुषटंकार ने मोखले से बाहर जम्प लगा दी ।
अपोलो क्या कम था ?
वह भी बाहर निकल गया । वतन ने जैसे ही उधर वढ़ना चाहा, अलफांसे--- ने कहा---- "ठहरो वतन !"
ठिठक कर वतन ने अलफांसे की ओर देखा है - मान गए न कि दुश्मन उतना चालाक है जितना मैं कह रहा था ? वह इस कक्ष तक पहुंचा और फार्मुला निकालकर चलता बना ।"
"नहीं ।" चीख पड़ा वतन----" फार्मूला नहीं ले जा सकता ।"
"और क्या मकसद था उसका?"
--"मकसद तो यहीँ था लेकिन फार्मूला मैंने ऐसी जगह रखा है कि वह ले जा नहीं सकता ।" कहता हुआ वतन कक्ष के ठीक बीच में रखी स्क्रीनों में से एक की तरफ वढ़ गया ।
उसने उस स्कीन को पीछे से खोला ।
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