RE: Sex kahani अधूरी हसरतें
गजब मम्मी एकदम अद्भुत मैंने आज तक इस से खूबसूरत कोई अंग नहीं देखा मुझे यकीन नहीं हो पा रहा है कि औरत के बदन में इस तरह का भी अंग होता है।
अच्छी लगी ना तुझे।
हां मम्मी बहुत अच्छी लगी,,,,,,
इसे छुने का दिल कर रहा है तेरा,,,,,
हां मम्मी मै ईसे छुना चाहता हूं देखना चाहता हूं कि छूने पर कैसा महसूस होता है।
( अपने बेटे की बात सुनकर निर्मला मुस्कुरादी,,,,)
तो ले छू कर देख ले बहुत गर्म होती है।
सच मम्मी,,,
हां रे सच कह रही हूं लैं छुकर देख ले।
( निर्मला का गला उत्तेजना के मारे सो रहा था उसका मन एकदम आनंदित हो चुका था,,, वासना ने उसके मन मस्तिष्क को पूरी तरह से अपने वश में कर लिया था। उस की रसीली बुर की गुलाबी फांकें अपने बेटे की उंगलियों के स्पर्श को आभास करके ही फुल पिचक रही थी। अपनी मां का आदेश का पाकर शुभम कैसे अपने आप को रोक पाता वह तो कब से ईस पल का सपना देख रहा था। शुभम अपने कांपते हाथों को अपनी मां की जांघों के बीच बढ़ाने लगा,,,, उसका दिमाग एकदम सुंन्न हो चुका था,, उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था उसकी आंखों के सामने बस उसे अपनी मां की बुर दिखाई दे रही थी जोंकि गुलाबी फांकों के बीच बेहद खूबसूरत लग रही थी अगले ही पल उसकी उंगलिया,, निर्मला की चिकनी बुर को स्पर्श कर रहीे थीे जैसे ही शुभम ने अपनी उंगली को अपनी मां की बुर से सटाया उसके बदन में जैसे करंट दौड़ गया हो इस तरह से उसका पूरा बदन गंनगना गया। अपनी मां की बुर को स्पर्श करने के बावजूद भी उसे यकीन नहीं हो रहा था उसे ऐसा लग रहा था कि वो सपना ही देख रहा है। तभी उसकी मां बोली,,,
कैसा लगा तुझे,,,,,
बहुत ही खूबसूरत मम्मी और वाकई में तुम्हारी बुर बहुत गर्म है।( वह अपनी मां की तरफ देखे बिना ही बोला अपने बेटे का जवाब सुनकर निर्मला मुस्कुराने लगी और धीरे-धीरे करके अपने ब्लाउज के बाकी बचे बटन को भी खोल दी,,, सुभम जब नजर उठा कर अपनी मां की तरफ देखा तो निर्मला बोली।
पानी की बौछार की वजह से मेरे कपड़े गीले हो गए हैं इसलिए इसे उतारना पड़ेगा,,,, ( शुभम तो और ज्यादा खुश हो गया क्योंकि उसे देखने लगा कि जैसे कि उसकी मां उसकी आंखों के सामने पूरी तरह से नंगी हो जाएगी आज सच में पार्टी की ही रात है। शुभम तू धीरे धीरे करके अपनी मां की बुर पर पूरी हथेली काही स्पर्श करने लगा,,,, रह-रहकर निर्मला अपनी बेटे की हथेली का स्पर्श अपनी बुर पर करके एकदम से उत्तेजना के मारे सिहरं ऊठ रही थी और उसके मुंह से गरम सिसकारी निकल जा ़ रही थी।अगले ही पल
निर्मला अपने ब्लाऊज के साथ साथ अपनी ब्रा को भी उतार दी जैसे ही उसने अपनी ब्रा को अपने बदन से अलग की वैसे ही ऊसकी बड़ी बड़ी चूचीया सीना ताने शुभम के सीने में चुभने लगी,,,, शुभम यह देखकर एकदम हैरान हो गया,,, उत्तेजना की मारे उसने अपनी हथेली में अपनी मां की बुर को भरकर दबोच लिया जिससे निर्मला की हल्की सी चीख निकल गई,,
आहहहहहह,,,, क्या कर रहा है रे,,,,
लगता है तुझे मेरी बुर कुछ ज्यादा ही पसंद आ गई है तभी तो देखना तेरा लंड कैसा खड़ा हो गया है। तुझे पता है अगर तेरी जगह और मेरी जगह कोई प्रेमी प्रेमिका होती तो ना जाने उसके प्रेमी में कब से इस खड़े लंड को अपनी प्रेमिका की बुर में डाल कर चोद दिया होता,,,,,
( यह बात अपनी मां के मुंह से सुनकर शुभम एकदम दंग रह गया वह समझ गया कि उसकी मां एकदम चुदवासी हो गई है और चुदवाना चाहती है। वह नादान बनते हुए बोला।)
सच मम्मीं क्या ऐसा ही होता है?
हां बिल्कुल ऐसा ही होता है तो शायद नहीं जानता क्योंकि तूने अभी तक ना तो चुदाई देखा है और ना ही किसी को चोदा है इसलिए तुझे समझ में नहीं आ रहा पता है यह लंड क्यों खड़ा होता है,,
क्यों खड़ा होता है मम्मी( वह अपनी हथेली को अपनी मां की बुर से रगड़ते हुए बोला)
बेवकूफ इस में जाने के लिए( वह उंगली के इशारे से शुभम को अपनी बुर दिखाते हुए बोली।)
क्या मम्मी कहीं इस छोटे से छेद में इतना मोटा और लंबा लंड घुस पाएगा,,,,( शुभम जानबूझकर नादान बनते हुए बोला)
अरे पागल एक छोटे से छेद में तो गधे का लंड घुस जाए,,,,
( सुभम अपनी मां के मुंह से ऐसी बात सुनकर एकदम से हैरान हो गया।)
तुझे लगता है मेरी बात पर विश्वास नहीं होता अरे इसी में तो मर्द अपने लंड को डाल कर लंड को अंदर बाहर करते हुए चोदता है और इसी को चुदाई कहते हैं। तेरा दोस्त जो कि अपनी भाभी को चोदने की बात तुझे बताया था और तेरा वह दोस्त जो अपनी मां को भी चोद़ चुका था वह लोग इसी तरह से अपनी मां और भाभी की बुर में लंड डालकर चोदेे होंगे,,,, और तू केवल चुदाई शब्द ही सुनकर इतना प्रसन्न हो जाता है और अभी तो तुझे चुदाई के बारे में कुछ भी पता ही नहीं है अच्छा यह बताओ तेरे दोस्तों की बात सुनकर तेरा मन भी तो औरत को चोदने को करता होगा।
( शुभम मुंह से तो कुछ नहीं बोला बस हां में सिर हिला दिया,, यह देखकर निर्मला मुस्कुरा दी और बोली।)
लेकिन कैसे,,, तुझे तो चोदना ही नहीं आता है अरे तुझे तो यह भी नहीं पता कि लंड कौन से अंग में डालकर चोदते हैं।
और मेरी बात पर विश्वास ही नहीं कर रहा कि इस बुर में ( ऊंगली से बुर की तरफ इशारा करते हुए )तेरा इतना मोटा लंबा तगड़ा लंड भी चला जाएगा,,,,,(
इतना कहते हुए उसने झट से अपने बेटे के लंड को पकड़ लेी
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