RE: XXX kahani नाजायज़ रिश्ता : ज़रूरत या कमज़ोरी
रात को सब अपने अपने रूम मे आ गये
और मे सोने लगी पर नींद नही आ रही थी
काफ़ी देर तक दिन भर जो राज से बात हुई उसके बारे मे सोच ती रही और जब काफ़ी देर नींद नही आई तो राज को वॉट'स अप कर दिया
मे: सो गये
थोड़ी देर बाद
राज : नही माँ अभी जाग रहा हूँ
मे: क्यूँ जाग रहे हो
राज : नींद नही आ रही
मे: क्यूँ नही आ रही
किसी गर्लफ्रेंड की याद आ रही है
राज : माँ आप को पता मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है
मे: मे कैसे मानु
राज : ट्रस्ट करना पड़ेगा माँ
मे: ओके ट्रस्ट करती हूँ पर जो तुम ने दिन मे बोला वो झूठ था
राज : माँ सच बोला था
मे: मतलब इतने दिनो तक तुम मेरी पैंटी को रखे रहे उसके साथ कुछ नही किया
राज : माँ बोला था ना
मे: तुम झूठ बोल रहे हो कि इतने दिन से तुम मेरी पैंटी को रखे रहे उसके साथ कुछ नही किया
तुम्हे मेरी कसम है राज सच बोलो
राज : माँ प्लीज़
मे: मैने कसम दी है
राज : वित माँ मे उसको
मे: बोलो राज मेरी कसम है तुम्हे
राज : वो माँ मे आप की पैंटी के साथ मास्टरबेशन करता था
मे: क्या बोल रहे हो
मे जानती थी तुम मुझ से कुछ छुपा रहे थे
तुम बहुत गंदे और बेशरम हो गये हो
राज : सॉरी माँ वो ग़लती हो गई
मे: अब सॉरी मत बोलो तुमने जो करना था कर लिया है सोचो जब तुम्हारे पापा को पता चलेगा तो क्या करेंगे
राज : सॉरी माँ पापा से मत कहना प्लीज़ सॉरी वन्स अगेन
मे: ओके प्रॉमिस मे मुझ से कुछ नही छुपाओगे
राज : प्रॉमिस मा नही छुपाउंगा
मे: तो मेरी पैंटी के साथ मास्टरबेशन करने से क्या मिलता था तुम्हे
और मास्टरबेशन कब से कर रहे हो और मेरी पैंटी के साथ मास्टरबेशन करने का ख्याल कब आया
सच सच बोलना
राज : माँ प्लीज़
मे: प्रॉमिस किया है
नाउ कम ऑन
राज : माँ मे पिछले 1 साल से मास्टरबेशन और जब कॉलेज गया तो वहाँ पता चला दोस्तो से कि किसी लड़की की पैंटी के साथ मास्टरबेशन करने से बड़ा मज़ा मिलता है.
तो मेरे मान मे भी ट्राइ करने का ख्याल आया
पर मुझे कोई पैंटी नही मिली क्यूँ कि आप अपने रूम मे और नेहा दी अपने रूम मे नहाती थी
पर उस दिन मामा के यहाँ शादी मे आप की पैंटी मिल गई
और जब उसके साथ मास्टरबेट किया तो एक अलग ही मज़ा आया
मे: तुम्हे शरम नही आई अपनी माँ की पैंटी के साथ ये गंदा काम करते हुए
राज : बोला ना सॉरी माँ
मे: तो तुम ने नेहा की पैंटी के साथ भी किया होगा ये गंदा काम.
राज : वो माँ
मे: बोलो सच सच
राज : नही माँ कभी मन नही किया दीदी की पैंटी के साथ करने का.
वो आप की पैंटी ही मुझे अच्छी लगती है दीदी की नही
उसकी बात सुन कर गुस्सा भी आ रहा था और अच्छा भी लग रहा था कि उसे मेरी पैंटी के साथ मास्टरबेट करना अच्छा लगता था ना की नेहा की पैंटी के साथ
मे: ऐसा क्यूँ
राज : पता नही माँ पर मुझे आप की पैंटी के साथ ही अच्छा लगता है
मे: तो आज क्या कर रहे हो
राज : कुछ नही माँ तभी तो नींद नही आ रही थी
मे: मतलब मेरी पैंटी चाहिए
राज : वो माँ
हााआअ
और काफ़ी देर ना उसका मेसेज आया ना मैने किया.
काफ़ी देर सोचने के बाद
मे: तुम मास्टरबेट कर लो बिना पैंटी के पहले भी तो करते थे पर ये गंदी बात होती है
राज : जानता हूँ माँ पर कंट्रोल नही होता और जब से आप की पैंटी मिली है तब से डेली करता हूँ
मे: पर उसका क्या काम
क्या करते हो उसके साथ मतलब मेरी पैंटी का क्या रोल होता है मास्टरबेशन
पर राज का कोई मेसेज नही आता.
मुझे लगा शायद मेने कुछ ज़्यादा पूछा लिया जो कि माँ की नही पूछना चाहिए
पर थोड़ी देर बाद,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
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