RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
पिछले भाग में एक छोटा बरामदा था जिसके एक ओर किचन थी और दूसरी ओर बाथरूम । राज ने बाथरूम का दरवाजा खोला | उसके संकेत पर मार्गरेट और फ्रेडरिक अन्दर चले गये । राज ने रिवाल्वर जान फ्रेडरिक को दे दी और बाथरूम का दरवाजा बाहर से बन्द कर दिया ।
उसी क्षण काटेज की घन्टी बज उठी । राज वापिस ड्राईगरूम में आ गया और खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर एक पुलिसमैन और उसकी बगल में एक गंजा अंग्रेज खड़ा था।
राज ने द्वार खोल दिया और स्वाभाविक स्वर से प्रश्न किया - "समथिंग रांग?"
पुलिसमैन बोला - "हम एक आदमी को तलाश कर रहे हैं । उसकी एक बांह कटी हुई है और आंख पर पैच लगा हुआ है । वह हरे रंग का ओवरकोट और काले रंग की फैल्ट पहने हुये था
"मैंने ऐसा कोई आदमी नहीं देखा ।" - राज बोला। "लेकिन तुम कौन हो ?" - एकाएक गंजा बोला
“मैं कौन हूं, क्या मतलब ?"
"मैं आज से पहले तुम्हें यहां नहीं देखा । यह तो मिस टेलर का काटेज है।"
"मैं मिस टेलर का मित्र हूं । मिस टेलर बाजार गई हैं।"
"मिस टेलर मेरी भी मित्र हैं । मेरा नाम हावर्ड है | मैंने तुम्हें पहले यहां कभी नहीं देखा । मिस टेलर वैसे भी काले लोगों की दोस्ती पसंद नहीं करतीं..."
राज ने यूं प्रकट किया जैसे उसे बहुत गुस्सा चढ आया हो । उसने घूरकर गंजे को देखा ।
गंजा घबरा गया।
"ऑफिसर" - राज पुलिसमैन से बोला “मिस टेलर बाजार गई हैं । एक घंटे में लौटेंगी। आप चाहें तो भीतर बैठकर इन्तजार कर सकते हैं । मिस टेलर फैसला कर देंगी कि मैं 'काला
आदमी' उनका दोस्त हूं या नहीं ।"
"उसकी जरूरत नहीं ।" - पुलिसमैन निर्णायात्मक स्वर से बोला - "आपने उस एक हाथ और एक आंख वाले को नहीं देखा न !"
"जी नहीं।"
"दैन थैक्यू ।” - और पुलिसमैन घूमने के लिये मुड़ा।
गंजे ने पुलिसमैन की बांह थाम ली और उसके कान में कुछ फुसफुसाया जिसे सुनकर पुलिसमैन अपनी बांह छुड़ाता हुआ झुंझलाये स्वर से बोला - “क्यों वक्त बरबाद करवा रहे हो ? अगर यह संदिग्ध आदमी है तो हमें इसकी तलाश तो है नहीं ।" पुलिसमैन आगे बढ गया।
गंजा बड़बड़ाता हुआ उसके पीछे चला |
राज ने द्वार बन्द कर लिया और ड्राईगरूम की खिड़की पर पहुंचकर उसने एक सिगरेट सुलगाया । फिर पर्दा थोड़ा-सा सरकाकर वह बाहर झांकने लगा । उसने गंजे को बगल के काटेज में प्रविष्ट होते देखा । कुछ क्षण बाद राज खिड़की से हट गया और पिछले बरामदे में पहुंचा । उसी क्षण कोई काटेज की पिछली दीवार फांदकर पिछले यार्ड में कूदा । राज हड़बड़ा गया । जब वह आदमी सीधा हुआ तो
राज की निगाह उसके चेहरे पर पड़ी । उसने शांति की सांस ली । वह अनिल साहनी था । फिर उसे दीवार पर रोशनी दिखाई दी । अनिल साहनी ने उसे सहारा देकर नीचे उतार लिया ।
दोनों बरामदे में आकर राज की बगल में आ खड़े हुये।
"तुम लोग यहां कैसे ?" - राज ने पूछा। "और कहां जाते ?" - रोशनी बोली - "इधर ही फ्रेडरिक आया था, तुम भी आये थे । अगर हम यहां न आते तो शायद हमारा फिर मिलाप भी नहीं हो पाता ।"
"तुमने बहुत खतरा उठाया । यहां हर कोने में पुलिस मौजूद है।"
“यह खतरा उठाना जरूरी था । फ्रेडरिक कहां है
“यहीं है ।" - राज बोला । उसने बाथरूम का दरवाजा खोला। फ्रेडरिक और मार्गरेट बाहर निकल आये। फ्रेडरिक अभी भी मार्गरेट को कवर किये हुये था
"यह मारिट है ।" - राज बोला - "जार्ज की बहन । इसके कथनानुसार टेलर मर चुका है ।"
"नानसैंस ।" - रोशनी बोली - "टेलर जिन्दा है
उसी क्षण अचानक राज की निगाह बगल के काटेज के बैकयार्ड की ओर उठ गई । दोनों । काटेजों की पिछली दीवार के पीछे हावर्ड खड़ा उनकी ओर देख रहा था।
राज बन्दूक से छूटी गोली की तरह झपटा और दीवार फांदकर उस काटेज में पहुंच गया । हावर्ड अभी बरामदा ही क्रॉस कर पाया था कि राज ने उसे जा दबोचा । उसने एक बांह हावर्ड की गरदन के गिर्द लपेट दी ताकि वह चिल्ला न पाये
और दूसरे हाथ से ताबड़तोड़ पांच-छ: घूसे उसकी पसलियों में जमा दिये ।
हाबर्ड की आंखें उलट गई । उसका निश्चेष्ट शरीर राज की बांहों में लटक गया ।
राज ने उसे वहीं डाल दिया और दीवार के पास पहुंचा और दूसरी ओर खड़े साहनी को संकेत किया ।
रोशनी, फ्रेडरिक और साहनी सब दीवार फांदकर हावर्ड के काटेज में पहुंच गये।
राज ने हावर्ड के निश्चेष्ट शरीर को उसके बैडरूम के पलंग पर डाल दिया और सबके साथ उसके ड्राईगरूम में पहुंच गया।
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