RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
राज पलंग से उतरा और बिना जूते पहने द्वार की ओर बढा । उसने द्वार खोलकर बाहर झांका गलियारे में भी घुप्प अंधेरा छाया हुआ था । इमारत एकदम अंधकार के गर्त में डूब गयी थी। राज ने अपनी जेब से लाइटर निकाला । अभी
उसने लाइटर जलाने का उपक्रम ही किया था कि...
"रोशनी ! इज दैट यू, रोशनी ?" राज के कानों में भर्राया हुआ, धीमा किन्तु स्पष्ट, विदेशी स्वर पड़ा।
राज के रोंगटे खड़े होने लगे । वह जार्ज टेलर की आवाज थी। आवाज सीढियों की ओर से आ रही थी।
राज ने आगे कदम बढाया ।
उसी क्षण अन्धकार में एक शोला-सा लपका |
किसी अज्ञात भावना से प्रेरित होकर उसी क्षण राज ने स्वयं को फर्श पर गिरा दिया ।
रिवाल्वर की गोली सनसनाती हुई आई और राज के ऊपर से गुजर गई। फिर उसके कानों में रोशनी की चीख की आवाज पड़ी।
साथ ही अन्धकार में भागते कदमों की आवाज सुनाई दी।
फिर एकाएक शान्ति छा गई।
राज सावधानी से अपने स्थान से उठा ।
"रोशनी !" - उसने आवाज दी ।
जवाब नदारद ।
वह टटोलता हुआ आगे बढा । सीढियों के समीप पहुंचकर उसने झिझकते हुये लाइटर जलाया ।
सीढियों के निचले सिरे के समीप भय और आतंक की प्रतिमूर्ति बनी मार्गरेट खड़ी थी।
“मिस्टर राज !" - वह आतंकित स्वर से बोली
“यस !" - राज धीरे से बोला।
"क्या हुआ ?"
"कुछ नहीं । तुम्हें मालूम है मेन स्विच कहां है ?"
"हां । हाल में है।"
"जरा देखो, मेन स्विच ऑफ तो नहीं है ?"
"देखती हूं।"
राज अपने स्थान से नहीं हिला |
लगभग एक मिनट बाद इमारत की सारी बत्तियां जल उठीं।
"मेन स्विच ऑफ था ।" - हॉल की एक दीवार के समीप खडी मार्गरेट बोली ।
"मार्गरेट, ऊपर आओ।" - राज लाइटर बुझाकर जेब में डालता हुआ बोला |
मार्गरेट तेजी से सीढियां तय करके राज के पास पहुंच गई। “मैंने गोली चलने की आवाज और चीख सुनी थी ।" - वह बोली।
"हमने वही गोली तलाश करनी है ।" - राज बोला - "गलियारे की दीवारों को तुम भी देखो, मैं भी देखता हूं।"
दोनों सावधानी से गलियारे की दीवारों का निरीक्षण करने लगे।
गोली पर निगाह मार्गरेट की पड़ी । गोली राज वाले बैडरूम के दरवाजे के चौखट में धंसी हुई थी।
राज के कहने पर मारिट किचन में से एक चाकू ले आई । चाकू की सहायता से राज ने चौखट की लकड़ी गोदकर गोली निकाल ली।
"यह मोजर रिवाल्वर से निकली गोली है ।" - राज गोली को अपनी हथेली पर उलटता पलटता बोला।
"फिर?"
"फिर यह कि अब सारा किस्सा मेरी समझ में आ गया है।"
"कौन-सा किस्सा?"
"नीचे चलो । अभी सब मालूम हुआ जाता है ।"
दोनों नीचे आ गये।
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