RE: xxx indian stories आखिरी शिकार
"फिर तस्वीर में मैं आ गया ।" - राज ने फिर कहना शुरू किया - "तुम और चिन्तित हो उठी । तुम मुझे जानती नहीं थी लेकिन तुम्हें यह मालूम हो चुका था कि मैं स्पेशल इन्टेलीजेन्स का एजेन्ट था । तुम्हें लगा कि मैं जार्ज टेलर को जरूर खोज निकालूंगा । तुमने पीटर को मेरे पीछे लगा दिया | पीटर इन्स्पेक्टर क्राफोर्ड के रूप में मुझ पर चढ दौड़ा । उसने मुझ पर स्मगलिंग का इल्जाम लगाकर मुझे देश से निकालने की कोशिश की। वह मझे धमका कर तो लन्दन से नहीं भगा सका लेकिन बाद में हुआ वही जो तुम चाहती थी। बाद में भारतीय हाई कमीशन के अनुरोध पर मैं स्वदेश के लिये रवाना हो गया । तुम्हें शक था कि कहीं मैं न लौट आऊं, इसलिये तुमने मिलर की हत्या कर दी और उसके मकान पर मेरी प्रतीक्षा करने लगी जहां कि मेरा पहुंचना पहले ही निश्चित हो चुका था । वहां तुमने मेरी हत्या करने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुई लेकिन तुम वहां जार्ज टेलर की आवाज की नकल करके मुझे बेवकूफ बनाने में सफल हो गई । तुम वहां से भागीं । मैं तुम्हें जार्ज टेलर समझ कर तुम्हारे पीछे भागा । गली के मोड़ पर जार्ज टेलर तो गायब हो गया और तुम सामने आ गई । लेकिन उस समय तो मुझे ख्याल भी नहीं था कि जार्ज टेलर वाकई मर चुका था और तुम केवल अपने साथियों को ज्यादा से ज्यादा उलझन में डालने की खातिर यह जाहिर करने की कोशिश कर रही थीं कि तमाम हत्याओं के पीछे जार्ज टेलर का हाथ था । उसके बाद से तुम मेरे पीछे लग गई। मैं मेरी शेरमन के निवास स्थान पर पहुंचा तो तुम वहां पर पहले से ही मौजूद थीं । वहीं कहीं छिपी हुई तुम मेरी और मेरी शेरमन की बातें सुन रही थीं । जब वार्तालाप में जार्ज टेलर की मेरी को डेनवर से लिखी चिट्ठी का जिक्र आया तो तुम बौखला गई। तुम्हारे पास यह जानने का कोई साधन नहीं था कि उस चिट्ठी में क्या था लेकिन इस बात की पूरी संभावना थी कि शायद वह चिट्ठी जार्ज टेलर की तलाश आसान कर देती।
परिणामस्वरूप तुमने फौरन मेरी शेरमन के ऊपर के कमरे में वह चिट्ठी तलाश करनी आरम्भ कर दी । उसी क्षण मेरी शेरमन वहां आ गई । तुमने उसे सीढियों से धक्का दे दिया और चिट्ठी लेकर खिड़की के रास्ते भाग निकलीं।"
राज एक क्षण रुका और फिर बोला - "फिर क्रामवेल रोड वाली इमारत पर छापा भी तुम्हारी ही वजह से पड़ा । जार्ज टेलर अगर जीवित भी होता तो इस बात की संभावना नहीं थी कि उसे तुम्हारे उसे छुपने के स्थान की जानकारी लग पाती । तुम्हीं ने पुलिस को फोन करके उस स्थान का पता बताया था ।"
"क्यों?"
"क्योंकि जान फ्रेडरिक और अनिल साहनी को जार्ज टेलर की तलाश करने से रोकने का यह बड़ा आसान तरीका था । वे दोनों पकड़े जाते तो उन्हें सजा चाहे न होती लेकिन वे इंगलैंड से निकाल जरूर दिये जाते । लेकिन वे किसी प्रकार क्रामवेल रोड पर पुलिस की गिरफ्तार में आने से बच गये । बाद में जान फ्रेडरिक तुम । लोगों की भागने में सहायता करने के सिलसिले में शहीद हो गया और अपने आखिरी साथी अनिल साहनी को तुमने सिंहाकुल की तरह चलती गाड़ी के सामने धकेल दिया । उसके बाद तुम इस टापू तक मेरे पीछे आने की मूर्खता कर बैठीं । तुम्हें चाहिये था कि अपने सारे साथियों को मौत के घाट उतार चुकने के बाद तुम खुद भी कहीं गायब हो जाती लेकिन तुम्हें तो अपने मान सम्मान की चिन्ता पड़ी हुई थी । तुम नहीं चाहती थीं कि मुझे भी यह पता लगता कि चीन में अपने साथियों के साथ गद्दारी तुमने की थी । तुम भयभीत थीं कि कहीं सत्य ही इस टापू पर मेरी जार्ज टेलर से मुलाकात न हो जाये और मुझ पर तुम्हारी गद्दारी का राज खुल जाये हालांकि अगर मुझे यह बात मालूम हो भी जाती तो तुम्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था ।"
"शायद तुम ठीक कह रहे हो।" - रोशनी भावहीन स्वर से बोली।
"इस कहानी में ट्रेजेडी यह है, मैडम" - राज बोला - "कि तुम्हें यह नहीं मालूम था कि जार्ज टेलर पहले ही मर चुका था और उसकी मौत के साथ ही किसी को तुम्हारी गद्दारी का राज मालूम हो पाने की संभावना खत्म हो गयी थी । अगर तुम्हें जार्ज टेलर की मौत की जानकारी होती तो तुम उसकी तलाश में लगे अपने साथियों की राह में रोड़ा अटकाने की कोशिश नहीं करती क्योंकि देर-सवेर उन्होंने अपनी तलाश से यही नतीजा निकालना था कि जार्ज टेलर मर चुका था ।"
"हां ।" - रोशनी उदास स्वर से बोली - "यह मेरा दुर्भाग्य था । अगर मुझे मालूम होता कि जार्ज टेलर मर चुका था तो मुझे अपने इतने अजीज दोस्तों की हत्या नहीं करनी पड़ती ।"
और साथ ही रोशनी का रिवाल्वर वाला हाथ बेहद धीमी रफ्तार से राज की ओर तनने लगा
"अलविदा, मेरे दोस्त ।" - वह होंठों में बुदबुदाई
राज सांस लेना भूल गया । मौत सामने खड़ी थी । उससे बच पाने का कोई तरीका उसे सम्भव नहीं दिखाई दे रहा था ।
मार्गरेट का चेहरा राख की तरह सफेद हो गया था ।
रोशनी की उंगलियां उसके मोजर रिवाल्वर की ट्रीगर पर कसने लगीं।
“खबरदार !" - एकाएक हाल में एक कर्कश स्वर गूंज उठा - "रिवाल्वर फेंक दो ।"
राज ने देखा, द्वार पर एक ब्रेनगनधारी पुलिसमैन खड़ा था । उसकी ब्रेनगन का निशाना रोशनी की पीठ की ओर था ।
एक क्षण के लिये जैसे रोशनी को सांप सूंघ गया
। फिर एकाएक बिना पीछे घूमकर देखे, बला की फुर्ती से उसने अपनी दायीं ओर छलांग लगा दी।
पुलिसमैन ने फायर किये। गोलियां रोशनी के ऊपर से गुजर गयीं ।
रोशनी ने कलाबाजी खायी और घूमकर पुलिसमैन की ओर फायर झोंक दिये ।
तब तक पुलिसमैन द्वार से हटकर हाल के भीतर कूद गया था । उस नई स्थिति में उसकी ब्रेनगन से निकली पहली ही गोली रोशनी की छाती में घुस गई।
रोशनी को दोबारा फायर करने का अवसर नहीं मिला।
पुलिसमैन की पहली गोली रोशनी को लगते ही राज सरक कर वहां पहुंच गया जहां इन्स्पेक्टर मार्श के हाथ से निकली रिवाल्वर पड़ी थी ।
उसने चुपचाप रिवाल्वर उठा ली । तब तक रोशनी दम तोड़ चुकी थी।
उसी क्षण पुलिसमैन का ध्यान राज की ओर गया । उसने ब्रेनगन राज की ओर तान दी और कर्कश स्वर से बोला - "अब तुम ! रिवाल्वर फेंक दो।"
"तुम ब्रेनगन फेंक दो।" - राज विषैले स्वर से बोला - "तुम्हारा इन्स्पेक्टर सिर्फ बेहोश है, मरा नहीं है । अगर तुमने फौरन ब्रेनगन नहीं फेंकी तो मैं इन्स्पेक्टर को शूट कर दूंगा।"
पुलिसमैन के चेहरे पर उलझन के भाव उभरे ।
उसी क्षण जमीन पर पड़े इन्स्पेक्टर के मुंह से एक हल्की-सी कराह निकली और उसने करवट बदली।
"जल्दी करो ।" - राज रिवाल्वर इन्स्पेक्टर की ओर ताने धमकीभरे स्वर से बोला ।
पुलिसमैन ब्रेनगन अपने हाथ से फिसल जाने दी
"वैरी गुड ।" - राज बोला - "अब इन्स्पेक्टर को होश में लाने की कोशिश करो।"
पुलिसमैन झिझकता हुआ आगे बढा ।
राज रिवाल्वर से इन्स्पेक्टर को कवर किये रहा | उसके संकेत पर मारिट ने द्वार भीतर से बन्द कर दिया।
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