RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
यह सब सुनकर उसकी मां की हालत बहुत ही खराब हो जाती है उसे विश्वास ही नहीं होता है कि रामू ऐसा कर सकता है।
इधर से और रामू को पता चलता है कि पुलिस उसे पकड़ने के लिए आई हुई है तो वह अपने दोस्त के पास जाकर छुप जाता है उसे यह पता नहीं था कि अन्नू बला है जोकि मुजरिमों को पाताल से भी ढूंढ कर निकाल लेती है दुआ किस खेत की मूली है।
अभी यह सब ही रहा था कि एक सफेद गाड़ी आकर राम के घर के सामने आकर रूकती है और उसमें से एक लड़की निकलकर बाहर आती है और इधर उधर देखने लगती है मानो वो किसी को खोज रही हो तब तक उसकी नजर अनु पर पड़ती है तो वह उसके पास आने लगती है ।
यह लड़की और कोई नहीं उस लड़के की बहन है जिसका चेहरा प्रेम से मिलता है ।
इधर दिया की हालत बहुत ज्यादा खराब था उसे यह समझ में ही नहीं आ रहा था कि मैंने जो किया वो सही या गलत क्योंकि उसे अब पता चल गया था कि उसकी भाई की याददाश्त चली गई है और उसे सिर्फ यही याद है कि उसे उसकी बहन ने मारा था। डॉक्टर ने प्रेम के सामने जाने से मना किया है अगर उसके सामने गई तो उसकी जान को खतरा हो सकता है।
दीया अपनी मां से बोलती है कि
दीया• मां क्या तुमको ऐसा लग रहा है कि मैंने जानबूझकर प्रेम को चोट पहुंचाई है मैं तो उसे इसलिए मारी की उसे यह शर्मिंदगी ना झेलना पड़े क्योंकि मेरी सहेली की जो बड़ी बहन इंस्पेक्टर है और उसने हमें सलाह दी कि किसी भी तरह से उसे हॉस्पिटल पहुंचा दिया जाए ताकि यह केस पुलिस तक पहुंच सके और वह उसे कार्रवाई कर सके। अनु दीदी के आ जाने से मैं इस बात का विश्वास हो गया है कि प्रेम के साथ नाइंसाफी नहीं होगी।
मां- दीया तुम अपने आप को सजा मत दो तुमने कोई गलती नहीं की तुम तो उसका भला ही चाहती थी अब उसे सदमा लग गया तो कोई क्या कर सकता है तुम चिंता मत करो भगवान ने चाहा तो सब अच्छा ही होगा । मैं तो इसलिए परेशान हूं कि गांव के कुछ लोग कह रहे थे की प्रेम अब गांव में नहीं रहेगा उसे तुम्हारी सहेली की दीदी पुलिस इंस्पेक्टर है हां उसे अपने साथ रखेंगे।
इधर वह लड़की आकर अनु के गले मिलती है और पूछती है कि तुम्हें तो हॉस्पिटल में रहना चाहिए था तो तुम यहां पर क्या कर रही हो ।
अनु- यार तुम यह बात तो जानती हो कि मैं सभी गुनाहों के लिए माफ कर सकती हो पर अगर कोई लड़का किसी लड़की के जीवन के साथ खिलवाड़ करे तो मैं उसे कतई माफ नहीं करती।
उस लड़की का नाम ज्योति है जो कि शहर में मशहूर फैशन डिजाइनर और और इसकी उम्र 28 साल है या बहुत कम उम्र में उस मुकाम पर पहुंच चुकी है जहां पर पहुंचने के लिए लोगों को बहुत समय लगता है।
यह देखने में किसी भी तरह से बॉलीवुड की हीरोइनों से कम नहीं लगती है उसका फिगर 36 26 36 है और रंग तो ऐसा माना कि दूध में हल्दी मिला दी गई हो सब मिलाकर इसका रूप ऐसा है मानो आसमान से कोई परी उतर आई।
ज्योति अनु से बोलती है कि
ज्योति- तुम तो बोल रही थी कि वह बेगुनाह है फिर यह क्यों बोल रही हो कि उसने एक लड़की का जीवन तबाह कर दिया अगर उसने ऐसा किया है तो फिर हम उसे अपने घर कैसे ले जा सकते हैं।
अनु- तेरी यही आजत तो मुझे बहुत बुरी लगती है तू तो पहले पूरी बात सुनेगी नहीं बीच में ही बोल देगी पहले पूरी बात सुनाकर फिर अपनी राय बनाया कर आई मेरी बात समझ में तुझे।
फिर अनु ने ज्योति को पूरी कहानी सुना दी कैसे क्या हुआ और प्रेम के साथ क्या हुआ और फिर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया वहां पर डॉक्टर ने क्या कहा और उस लड़की ने क्या बयान दिया अब शायद ही उस लड़की को बचाया जा सके वह लड़की इतनी ज्यादा शर्मिंदा हो गई थी वह अपनी मां से नजर भी नहीं मिला सकती थी इस कारण उसने आत्महत्या करने की कोशिश की और इसमें कामयाब भी हो गई है क्योंकि डॉक्टर ने कहा है कि उसे बचाना नामुमकिन है।
तब तक उनके दो हवलदार जो कि रामू को खोजने के लिए गए हुए थे राम को पकड़ कर ले कर आ गया जब रामू की मां ने मुझे देखा था सबके सामने ही उसे मरने लगी और उससे कहीं मेरी परवरिश में क्या कमी रह गई थी कि जो तू ऐसा काम करने लगा क्या मैंने तुझे यही शिक्षा दी थी तुझे शर्म नहीं आई अपनी बहन के साथ ऐसी हरकत करते हुए ।
रामू की मां अनु से बोलती है कि, बेटी आज से मेरा कोई बेटा नहीं है क्या मेरे लिए मर चुका है मैं उसका चेहरा भी देखना पसंद नहीं करूंगी तुम जो चाहे इस को सजा दे सकती हो इसी और मेरी नजरों के सामने से दूर कर दो मैं इसका चेहरा भी नहीं देखना चाहती इसने मेरी फूल जैसी बेटी को कहीं का भी नहीं छोड़ा और साथ ही साथ मुझे गांव में भी कहीं नजर मिलाने लायक नहीं छोड़ा मैं यह किसी को क्या मुंह दिखाऊंगी अपना।
|