RE: Kamukta kahani प्रेम की परीक्षा
पहला लड़का दूसरे से बोलता है कि
1 लड़का:-यार हमें किसी भी तरह से ऊपर चल कर देखना चाहिए कि कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं है।
2लड़का:-पागल है क्या तू इस फालतू के लफड़े में क्यों पढ़ना चाहता है हम लोग यहां पर काम करने के लिए आए हुए हैं और अपना काम करके चुपचाप यहां से चले जाना चाहिए हमें यहां के लफड़े में नहीं पड़ना चाहिए कहीं पुलिस पुलिस का चक्कर लग गया तो हमें तो वैसे भी कोई काम नहीं देता है बड़ी मुश्किल से एक जगह काम मिला है तो मैं इस मौके को गंवाना नहीं चाहता हूं मैं नहीं चाहता कि जैसे दूसरे लड़के गुंडे बदमाशों के पचड़े में पढ़कर खराब हो जा रहे हैं वैसे ही हालत हमारी भी हो।
1लड़का:-यार तू हर बात में इतना डरता क्यों है मुझे आज तक यह बात समझ में नहीं आई मैं यह थोड़ी कह रहा हूं कि नहीं हम लोग कुछ करेंगे अरे कुछ ऐसा वैसा हुआ तो हम लोग शोर करके कम से कम वहां पब्लिक को जमा तो कर सकते हैं ना
दूसरा लड़का:-अबे किसके बारे में बोलेगा तू तू जानता भी है जिस लड़की के बारे में तू बात कर रहा है वह कौन है वह उस लड़की की बहन है जिसकी शादी है आज तेरी बात पर कौन भरोसा करेगा यहां पर।
पहला लड़का: यार इस बात को मैं भी जानता हूं कि वह लड़की दुल्हन की बहन है लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं कि वह किसी के साथ कुछ भी बुरा कर सकती है और उसे कोई कुछ भी नहीं कहेगा।
दूसरा लड़का:-तेरी जो मर्जी हो वह तू जाके कर मेरी ऐसी कुछ भी मर्जी नहीं है मैं ऐसा कुछ भी नहीं करने वाला हूं मैं तो जा रहा हूं अपना काम करने तुझे इसकी जासूसी करनी है तो तू कर
पहला लड़का:-हां जा तू अपना काम कर मुझे तेरी मदद की जरूरत नहीं है मैं खुद मदद कर लूंगा इन सबकी तू तो बस पट्टू है पट्टू ही रहना
के बाद वहां से दूसरा वाला लड़का चला जाता है और पहला लड़का ऊपर जाने के लिए रास्ता देखने लगता है
Present time
अभी दिया यह सब बात बता ही रही थी कि अचानक कोई दरवाजा खुलवाने की कोशिश करता है तो अनु पूछती है कि कौन है
तू बाहर से उसकी मम्मी बोलती है कि
अन्नू मा:-बेटी दरवाजा खोल सालनी बाहर से आई हुई है और वह बहुत ही घबराई हुई महसूस हो रही है उसकी हालत वैसी ही है इस समय जैसे कि वह सपना देख कर उसकी हालत होती है।
अन्नू यह सुनती है तो वह तुरंत ही दरवाजा खोलती है और बोलती है कि
अन्नू इतने सालों में आज पहली बार ऐसा हुआ है कि उसकी ऐसी हालत बिना सोई हुई है उसकी यह हालत तो तभी होती है जब वह सपना देखती है आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसकी ऐसी हालत हो गई है।
यह सुनकर के दीया रूबी और ज्योति तीनों परेशान हो जाती हैं और दिया पूछती है कि
दिया:-दीदी क्या हुआ है शालिनी को ऐसी कौन सी सपना देखती है जिससे कि उसकी हालत खराब हो जाती है और उसने यह बात आज तक मुझे क्यों नहीं बताई।
अन्नू:-उसकी हालत इस घटना के बाद हुई है जिसका तुम जिक्र कर रही थी अभी कुछ देर पहले लगता है मुझे कुछ कुछ समझ में आ रहा है कि उसकी यह हालत क्यों होती है लेकिन इस समय प्रश्न यह है कि ऐसा क्या देख लिया जिससे कि उसकी हालत हो गई है।
तनु की मां बोलती है कि बेटी अभी ऐसा कुछ भी बात दिमाग करने का समय नहीं है पहले तुम डॉक्टर को फोन करो उससे बात करो अगर वहां पर आ सकती है तो ठीक है नहीं तो हम लोग इसे लेकर हॉस्पिटल लेकर चलते हैं तब अनु बोलती है कि मां तुम चिंता मत करो मैं अभी डॉक्टर से बात करती हूं और उन्हें यहीं पर बुला लेती हैं वहां पर जाकर भी क्या करेंगे एक तू ही तो लगानी है वह तो यहां पर भी आकर वह लगा सकती है।
इसके बाद अन्य किसी से फोन पर बात करने लगती है कुछ देर बाद वह फ्री होती है तो सभी लोग उसी के कमरे में बैठे हुए थे अनु वहां पर जाकर देखती है तो उसका पूरा शरीर पसीने से भीगा हुआ था और वह बुरी तरह से कांप रही थी और वह रोती ही जा रही थी दीपा एक तरफ बैठी हुई थी तो ज्योति दीपा से पूछती है कि
ज्योति:-दीपा तुम जानती हो कि क्या हुआ है ऐसा जिसके कारण इसकी ऐसी हालत हो गई है।
दीपा:-नहीं दीदी मुझे भी कुछ पता नहीं है हम लोग खरीदारी करके जब बाहर आ रहे थे तो हम टैक्सी पकड़ने ही वाले थे तो अचानक ही शालिनी दीदी ने बोला कि यहां से जल्दी चलो यहां पर मुझे अच्छा नहीं लग रहा है तब मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो दो-तीन लड़के हमारा पीछा कर रहे थे और दीदी बार-बार उन्हें ही देख रही थी फिर किसी तरह से वह टैक्सी में बैठी तो वह सब भी गाड़ी में बैठकर हमारा पीछा करने लगे जब वह हमारा पीछा कर रहे थे तो मेरा सारा ध्यान उनके ऊपर लगा हुआ था कुछ देर बाद में जब शालिनी दीदी को देखी तो उनकी हालत बहुत ही खराब हो चुकी थी ऐसा लग रहा था जैसे वह बहुत दूर से दौड़ कराई हुई थी और वह बुरी तरह से रोए जा रही थी मैंने बहुत पूछा लेकिन उन्होंने मुझे कुछ भी बताने से मना कर दिया उन्होंने सिर्फ मुझसे इतना ही कहा कि मुझे अभी किसी भी तरह से जल्द से जल्द घर लेकर चलो।
इतना बोल कर दीदी मुझसे और कुछ भी बात नहीं की और फिर यहां पर आ गई सीधे आकर अपने रूम में ही रुकी।
यह सुनकर के अनु समझ जाती है कि हो ना हो इन लड़कों का कनेक्शन 3 साल पहले हुई घटना के साथ जरूर है।
एक वहां पर एक लेडी डॉक्टर आ जाती है और आकर के सबसे पहले शालिनी को चेक करती है और चेक करने के बाद मुझे एक नींद का इंजेक्शन लगा देती है फिर वह सब से बोलती है कि
डॉ. :-अनु मैंने तुमसे कितनी बार बोला है कि ऐसे इसका इलाज नहीं हो सकता है जब तक हम इसकी कारण को नहीं जानेंगे इसकी ऐसी हालत क्यों हो जाती है तब तक मैं तो क्या इसकी कोई इलाज नहीं कर सकता है जब भी मैं इसे कुछ पूछती हूं तो यह कुछ भी बताने को तैयार ही नहीं होती है मैं तो तुम्हें यही सलाह दूंगी कि इसे किसी बढ़िया दिमाग के डॉक्टर को दिखाओ वरना इसी तरह चलता रहा तो यह कुछ दिन में पागल भी हो सकती है फिर यह मत कहना कि मैंने तुमको कुछ बताया नहीं इस दवा से सिर्फ इतना ही होता है कि इसके दिमाग में जो हलचल चल चल रही होती है वह शांत हो जाती है और जब यह सोकर उठती है तो पूरी तरह से ठीक होती है लेकिन यह इलाज पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है।
अन्नू:-हां डॉक्टर मैंने भी सोच लिया है कि अब मैं इसका इलाज किसी अच्छे दिमाग के डॉक्टर से ही कर आऊंगी मैं कोशिश करूंगी की जल्द से जल्द मुंबई ले जाकर के मैं इसका इलाज कर सकूं अगर आपके परिचय का कोई डॉक्टर हो तो बताने की कृपा करें।
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