Desi Porn Kahani काँच की हवेली
05-02-2020, 01:02 PM,
#12
RE: Desi Porn Kahani काँच की हवेली
अपडेट 8

रवि झाड़ियों में छिप गया. उसके मन में बदले की भवना थी. इसी लड़की के कारण उसे हवेली में मज़ाक का पात्र बनना पड़ा था. उसने कंचन को सबक सिखाने का निश्चय कर लिया था. वो ये कैसे भूल सकता था कि बिना वजह इस लड़की ने उसके कपड़े जलाए थे. इसी की वजह से वो दो दिन तक जोकर बना हवेली में फिरता रहा. इन्ही विचारों के साथ वो झाड़ियों में छिपा रहा और कंचन के बाहर आने की राह देखता रहा.

कुच्छ देर बाद एक एक करके लड़कियाँ बाहर आती गयीं और अपने अपने कपड़े पहन कर अपने अपने घर को जाने लगी. रवि 1 घंटे से झाड़ियों की औट से ये सब देख रहा था. अब सूर्य भी अपने क्षितिज पर डूब चुका था. चारो तरफ सांझ की लालिमा फैल चुकी थी. अब नदी में केवल 2 ही लड़कियाँ रह गयी थी. उनमें एक कंचन थी दूसरी उसकी कोई सहेली. कुच्छ देर बाद उसकी सहेली भी नदी से बाहर निकली और अपने कपड़े पहनने लगी. अचानक उसे ये एहसास हुआ कि यहाँ कंचन के कपड़े नही हैं. उसने उसके कपड़ों की तलाश में इधर उधर नज़र दौड़ाई, पर कपड़े कहीं भी दिखाई नही दिए. उसने कंचन को पुकारा. - "कंचन, तुमने अपने कपड़े कहाँ रखे थे? यहाँ दिखाई नही दे रहे हैं."

"वहीं तो थे. शायद हवा से इधर उधर हो गये हों. मैं आकर देखती हूँ" कंचन बोली और पानी से बाहर निकली. वह उस स्थान पर आई जहाँ पर उसने अपने कपड़े रखे थे. वहाँ पर सिर्फ़ उसकी ब्रा और पैंटी थी. बाकी के कपड़े नदारद थे. वह अपने कपड़ों की तलाश में इधर उधर नज़र दौड़ने लगी. वो कभी झाड़ियों में ढूँढती तो कभी पत्थरों की औट पर. लेकिन कपड़े उसे कहीं भी दिखाई नही दिए. अब कंचन की चिंता बढ़ी. वो परेशानी में इधर उधर घूमती रही, फिर अपनी सहेली के पास गयी. "लता कपड़े सच मच में नही हैं."

"तो क्या मैं झूठ बोल रही थी." लता मुस्कुराइ.

"अब मैं घर कैसे जाउन्गि?."

"थोड़ी देर और रुक जा. उजाला ख़त्म होते ही घर को चली जाना. अंधेरे में तुम्हे कोई नही पहचान पाएगा."

"तू मेरे घर से कपड़े लेकर आ सकती है?" कंचन ने सवाल किया.

"मैं....! ना बाबा ना." लता ने इनकार किया - "तू तो जानती ही है मेरी मा मुझे आने नही देगी. फिर क्यों मुझे आने को कह रही है?"

"लता, तो फिर तू भी कुच्छ देर रुक जा. दोनो साथ चलेंगे. यहाँ अकेले में मैं नही रह सकूँगी." कंचन ने खुशामद की.

"कंचन, मैं अगर रुक सकती तो रुक ना जाती. ज़रा सी देर हो गयी तो मेरी सौतेली मा मेरी जान ले लेगी."

कंचन खामोश हो गयी. वो अच्छी तरह से जानती थी, लता की सौतेली मा उसे बात बात पर मारती है. एक काम को 10 बार करवाती है. वो तो अक्सर इसी ताक में रहती है कि लता कोई ग़लती करे और वो इस बेचारी की पिटाई करे. उसका बूढ़ा बाप भी अपनी बीवी के गुस्से से दूर ही रहता था.

"क्यों चिंता कर रही है मेरी सखी. मेरी माँ तो तू ऐसे ही मेरे साथ घर चल." लता ने उसे सुझाव दिया.

"ऐसी हालत में कोई देखेगा तो क्या कहेगा?" कंचन चिंतित स्वर में बोली.

"कोई कुच्छ नही कहेगा. उल्टे लोग तुम्हारी इस कंचन काया की प्रशंसा ही करेंगे." लता उसके पास आकर उसके कंधो पर हाथ रख कर बोली - "सच कहती हूँ, गाओं के सारे मजनू तुम्हे ऐसी दशा में देखकर जी भर कर सच्चे दिल से दुआएँ देंगे."

"लता तुम्हे मस्ती चढ़ि है और यहाँ मेरी जान निकली जा रही है." कंचन गंभीर स्वर में बोली.

"तुम्हारे पास और कोई चारा है?" लता उसकी आँखों में झाँकते हुए बोली - "या तो तू ऐसे ही मेरे साथ घर चल...या फिर कुच्छ देर रुक कर अंधेरा होने का इंतेज़ार कर. लेकिन मुझे इज़ाज़त दे. मैं चली." ये कहकर लता अपने रास्ते चल पड़ी. कंचन उसे जाते हुए देखती रही.

रवि झाड़ियों में छिपा ये सब देख रहा था. लता के जाते ही वो बाहर निकला. और धीमे कदमो से चलता हुआ कंचन की और बढ़ा. कंचन उसकी ओर पीठ किए खड़ी थी. रवि उसके निकट जाकर खड़ा हो गया और उसे देखने लगा. किसी नारी को इस अवस्था में देखने का ये उसका पहला अवसर था. कंचन गीले पेटिकोट में खड़ी थी. उसका गीला पेटिकोट उसके नितंबो से चिपक गया था. पेटिकोट गीला होने की वजह से पूरा पारदर्शी हो गया था. हल्की रोशनी में भी उसके भारी गोलाकार नितंब रवि को सॉफ दिखाई दे रहे थे. दोनो नितंबो के बीच की दरार में पेटिकोट फस सा गया था. वह विस्मित अवस्था में उसके लाजवाब हुश्न का दीदार करता रहा. अचानक से कंचन को ऐसा लगा कि उसके पिछे कोई है. वह तेज़ी से घूमी. जैसे ही वो पलटी चीखती हुई चार कदम पिछे हटी. वो आश्चर्य से रवि को देखने लगी. रवि ने उसकी चीख की परवाह ना करते हुए उसे उपर से नीचे तक घूरा. उसकी अर्धनग्न चूचियाँ रवि की आँखों में अनोखी चमक भरती चली गयी. उसकी नज़रें उन पहाड़ जैसे सख़्त चुचियों में जम गयी. गीले पेटिकोट में उसके तने हुए बूब्स और उसकी घुंडिया स्पस्ट दिखाई दे रही थी. रवि ने अपने होठों पर जीभ फेरी.
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Porn Kahani काँच की हवेली - by hotaks - 05-02-2020, 01:02 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,537,756 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 548,480 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,247,768 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 943,464 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,675,248 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,098,753 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,981,953 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,158,102 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,070,483 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 288,456 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)