Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
07-09-2020, 10:35 AM,
#30
RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत
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गेट के ठीक बाहर वो उस पर झपट पड़ी थी और उसे अहसास हुआ कि वो वहीं खड़ी हुई होगी, इंतजार में। सदाबहार की झाड़ी के पीछे छिपकर जो शायद होटल के सामने के सारे हिस्से में लगी हुई थी। या किसी पोपलर के पीछे।
पचास के दशक की लंबी और मजबूत सी औरत। उसका गहरा फूलों के डिजाइन वाला शॉल उसके बालों में बंधा था कंधों पर पड़ा हुआ था। क्षणांश को उसने सोचा कि वो शायद उसके हाईस्कूल की कोई टीचर हो सकती है, लेकिन ये बस उड़ता हुआ सा ख़्याल भर था; उसे नाम कभी याद नहीं रहते थे, और, वैसे भी, ये मुमकिन ही नहीं होता।
"डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर वान वीटरेन?"
"जी।"
उसने अपना हाथ उसकी बांह पर रख दिया और बहुत नजदीक से उसे घूरने लगी। उसकी आंखों में देखते हुए, मानो उसकी नजर बहुत कमजोर हो या वो अंतरंगता का कोई असाधारण स्तर कायम करना चाह रही हो।
"आपसे कुछ मिनट बात कर सकती हूं, प्लीज?"
"जरूर," वान वीटरेन ने कहा। "किस बारे में? क्या हम अंदर चलें?"
ये पागल है क्या? वो सोच रहा था।
"अगर आप मेरे साथ ब्लॉक के आसपास टहल सकें। मैं बाहर बात करना पसंद करूंगी। बस पांच मिनट लगेंगे।"
उसकी आवाज गहरी और उदास सी थी। वान वीटरेन राजी हो गया और वो बंदरगाह की ओर टहलने लगे। वो दाहिनी ओर डूम्स एली में मुड़ गए, टेढ़ी-मेढ़ी पाखों के बीच, और जब वो अंधेरे हिस्से में पहुंच गए तब जाकर उसने अपनी समस्या बतानी शुरू की ।
"बात मेरे पति के बारे में है," उसने कहा। "उनका नाम लॉरिड्स है और उन्हें अपनी मनोस्थिति को लेकर हमेशा थोड़ी सी परेशानी रहती है... ऐसा कुछ नहीं है जिस पर वो काबू न पा सकें; उन्हें कभी पागलखाने नहीं भेजा गया, न ही और कुछ ऐसा हुआ है। बस कुछ परेशान रहते हैं। लेकिन अब तो उनकी घर से निकलने की हिम्मत ही नहीं हो रही..."
वो रुकी, मगर वान वीटरेन ने कुछ नहीं कहा।
"पिछले शुक्रवार से--अब लगभग एक हफ़्ता हो गया है--वो घर पर ही रहते हैं क्योंकि वो फरसामार से डर रहे हैं। वो काम पर नहीं जा रहे, और अब उन्होंने उनसे कह दिया है कि अगर वो ऐसा ही करेंगे तो उन्हें हटा दिया जाएगा--"
वान वीटरेन चलते-चलते रुक गया।
"आप मुझे क्या बताना चाह रही हैं?"
उस औरत ने उसकी बांह छोड़ दी। जमीन को तकती रही मानो शर्मिंदा हो।
"मैंने सोचा कि अगर मैं आपको खोज निकालूं और पूछूं कि ये कैसा चल रहा है... मैंने उन्हें इस बारे में बताया था और मुझे लगता है कि अगर मैं आपकी ओर से किसी तरह का दिलासा या शांति भरा संदेश लेकर घर जाऊं तो वो फिर से बाहर निकलने की हिम्मत कर पाएंगे।"
वान वीटरेन ने सिर हिलाया। हे भगवान! उसने सोचा ।
"अपने पति से कहें... वैसे, आपका क्या नाम है?"
"क्रिस्टीन रेजिन। मेरे पति का नाम लॉरिड्स रेजिन है।"
"उनसे कहें कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है," वान वीटरेन ने कहा। "वो काम पर वापस जा सकते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हम इस कातिल को... ज़्यादा से ज़्यादा छह से आठ दिन में पकड़ लेंगे।"
उसने नजर उठाकर देखा और एक बार फिर बहुत करीब से।
"शुक्रिया, मि. वान वीटरेन," आखिर उसने कहा। "बहुत, बहुत शुक्रिया। मुझे लग रहा है कि मैं आप पर भरोसा कर सकती हूं।"
फिर वो चुस्ती से मुड़ी और एक संकरी गली में गायब हो गई। वान वीटरेन वहीं खड़ा उसे देखता रहा।
किसी औरत को मूर्ख बनाना कितना आसान है, उसने सोचा। ऐसी औरत को भी जिससे आपकी जान-पहचान बस पांच मिनट की है।
ये घटना उसके दिमाग में अटक गई थी और जब वो शॉवर के नीचे खड़ा हुआ, उसे अपनी यादों से रगड़कर मिटाने की कोशिश करता हुआ तो उसे ये स्पष्ट हो गया कि जब तक ये तहकीकात चलती रहेगी, लॉरिड्स रेजिन किसी बुरे साये की तरह उसके साथ टगा रहेगा।
वो आदमी जो घर से निकलने की हिम्मत नहीं करता है।
कोई अपनी नौकरी--और निस्संदेह, अपना सम्मान--गंवाने की कगार पर था सिर्फ इसलिए कि वान वीटरेन और बाकी लोग--मुंस्टर,बॉजेन,क्रोप्के और मोएर्क--इस नामुराद कातिल को ढूंढ़ नहीं पाए थे।
क्या ऐसे और भी होंगे, शायद? क्यों नहीं?
कितना सामूहिक डर--आतंक और त्रास--इस वक्त कालब्रिंजेन में मौजूद था? ये मानते हुए कि इन चीजों को माप पाना मुमकिन था...
वो बेड पर लेट गया और छत को तकने लगा।
गिना।
मॉरिस र्यूमे के कत्ल को छह दिन।
सिमेल को पंद्रह दिन ।
एगर्स? ढाई महीना।
और उनके पास क्या है?
क्या? जानकारी का ढेर। इस-उस बारे में तफ़्सील की बहुतायत--मगर कोई पैटर्न नहीं।
किसी शक का रत्ती भर भी अंश नहीं, और न ही कोई सुराग।
तीन आदमी जो हाल ही में कालब्रिंजेन आए थे।
सैल्स्टाट से, आरलाक से, स्पेन से।
दो नशेड़ी थे; उनमें से एक ने कई साल पहले नशा छोड़ दिया था। हथियार ताले में बंद था। कातिल ने खुद उसे उनके हवाले कर दिया था।
मैल्निक की रिपोर्ट? अभी तक नहीं आई थी, मगर क्या वो ऐसी चीज थी जिसके भरोसे रहा जाए? एगर्स और सिमेल के बारे में उनके पास जो जानकारी थी, और र्यूमे के बारे में जो थोड़ा-बहुत उन्हें पता था, उससे अब तक कोई समानता सामने नहीं आई थी, अलावा उस तरीके के जिससे वो मारे गए थे, जिस तरह से उसने ये किया था। पृष्ठभूमि में कोई नाम ऐसा नहीं था जो उन्हें जोड़ता हो--कुछ नहीं। क्या आरलाक में कुछ सामने आएगा? उसे इसमें शक था |
धत!
उसे कोई आभास तक भी नहीं था, जबकि आमतौर पर हो। जाता था। कोई छोटा सा आइडिया तक नहीं, कोई भी चीज अपनी ओर ध्यान दिलाने की कोशिश में उसके दिमाग को कुरेद नहीं रही थी--कुछ अजीब नहीं था, कोई असंभाव्य से इतेफाक नहीं थे, कुछ नहीं।
साली एक चीज तक नहीं, जैसा वो कहते।
ऐसा लग रहा था मानो ये सारा केस ही वास्तव में कभी नहीं हुआ था। या दीवार के दूसरी ओर घटा था--एक अभेद्य, बुलेटपूफ शीशे की दीवार जिसके पार वो केवल अबोधगम्य लोगों और घटनाओं के पिंड की अस्पष्ट सी रूपरेखा देख सकता था, किसी कोरियोग्राफी के अनुरूप धीरे-धीरे नृत्य करता जो उसकी समझ से बिल्कुल परे था। सभी भिन्न, बेतुकी और अर्थहीन कड़ियां...
एक अकेले, एकदम नेत्रहीन, पर्यवेक्षक के साथ एक घटनाक्रम डीसीआई वान वीटरेन।
मानो इसने उसे प्रभावित ही न किया हो।
और फिर लॉरिड्स रेजिन।
मगर फिर, क्या हमेशा से ऐसा ही नहीं था? अपनी जेबों में सिगरेट का पैकेट तलाशते हुए उसने खुद से पूछा। क्या ये वही हमेशा की सी अलगाव की जानी-पहचानी भावना नहीं थी जो कभी-कभार उस पर हावी हो जाती थी? क्या ये नहीं...?
थी साली! उसने अपनी विचार-श्रृंखला को रोका। एक सिगरेट निकाली। उसे जलाया और खिड़की के पास खड़ा होने चला गया। बाहर चौक को देखता रहा।
शहर पर अंधेरा उतरता जा रहा था। दुकानें बंद हो चुकी थीं और इक्का-दुक्का लोग ही दिख रहे थे; उसने देखा कवर्ड मार्केट के बाहर की स्टॉल वाले अपना सामान पैक करने में लगे थे। वहां आर्केड में कुछ संगीतकार वधिरों के लिए, या फिर किसी के लिए भी नहीं बजा रहे थे। उसने नजर उठाई और चर्चयार्ड को और उस रास्ते को देखा जो उसकी नजर के दायरे के किनारे पर खड़ी पहाड़ी की ओर जाता था; उसने और बाईं तरफ देखाः दनिंन्जेन के टॉवर ब्लॉक। दाईं तरफ: म्यूनिसिपल जंगल, रिकेन और वो दूसरा इलाका, जो भी उसे कहा जाता था। कहीं न कहीं...
कहीं न कहीं वहां वो कातिल था, ज़्यादा और ज़्यादा सुरक्षित महसूस करता हुआ।
अब हमें कोई कामयाबी हासिल करनी ही होगी, वान वीटरेन ने सोचा। अब समय आ गया है।
ताकि लोग बाहर निकलने की हिम्मत कर सकें--अगर और किसी वजह से नहीं।
बॉजेन पहले ही बिसात बिछा चुका था।
"सफेद की आपकी बारी," वान वीटरेन ने कहा।
"जीतने वाले को काला मिलता है," बॉजेन ने कहा । "क्लिम्के नियम।"
"मुझे चलेगा," वान वीटरेन ने राजा का प्यादा हटाते हुए कहा।
"मैं एक बोतल लाया था." बॉजेन ने कहा। "आपको लगता है इस झंझट से निकलने में परगॉल्ट 81 हमारी मदद करेगी?"
"मैं शायद इससे बेहतर मदद के बारे में सोच भी नहीं सकता," वान वीटरेन ने कहा ।
"आखिरकार!" वो डेढ़ घंटे बाद उमगकर बोला। "धत साले की, मैं सोच रहा था कि सबके बावजूद आप किसी न किसी तरह बच निकलेंगे।"
"बहुत खूब," बॉजेन ने कहा। "अजीब शुरुआत... मुझे नहीं लगता मैंने पहले ये देखा है।"
"मैंने खुद सोचा था," वान वीटरेन ने कहा। आपको सतर्क रहना होता है और एक ही विपक्षी के साथ इसे एक से ज़्यादा बार इस्तेमाल भी नहीं कर सकते |"
बॉजेन ने उसकी सेहत के नाम पिया। कुछ देर खामोश बैठा अपने खाली गिलास में तकता रहा।
"उफ," उसने कहा। "सच कहूँ तो ये काम अब मेरी हिम्मत तोड़ने लगा है|इआपको लगता है हम इसे हल कर पाएंगे?"
वान वीटरेन ने कंधे उचकाए।
"ह्म्म..."
"आपके आने से आधे घंटे पहले कीजेनहोल्ट ने फोन किया था," बॉजेन ने कहा। "जानते हैं न, रीजनल बॉस । वो जानना चाहता था कि मैं जारी रखने के लिए तैयार हूं या नहीं। जब तक हम इस केस को हल नहीं करते, ये..."
वान वीटरेन ने सिर हिलाया।
"दिक़्कत ये है कि उसने वास्तव में मुझसे जारी रखने को कहा नहीं। बस पूछा कि मैंने इस बारे में क्या सोचा है। चाहता था कि मैं फैसला लूं। बाहर निकलने का बहुत बढ़िया तरीका है, आपको नहीं लगता ऐसा? खुद को नाकारा साबित करो, फिर रिटायर हो। जाओ!"
"मुझे पता नहीं--" वान वीटरेन ने कहा।
"परेशानी ये है कि वास्तव में मुझे खुद नहीं पता। खुद को कुछ और महीने देना और फिर सब उलझा देना बहुत प्रंशसात्मक नहीं होगा। क्या कहते हैं?"
"हम्म," वान वीटरेन ने कहा। "थोड़ा अजीब सा तो है, इसमें कोई संदेह नहीं है। बेहतर तो यही होगा कि पहले उस हरामजादे को पकड़ा जाए, शायद?"
"बिल्कुल यही मेरा मानना है," बॉजेन ने कहा। "लेकिन मुझे इस नामुराद कीजेनहोल्ट को कुछ तो जवाब देना होगा। वो कल फिर फोन करेगा--"
"क्या फिर क्रोप्के कमान संभालेगा?"
"साल के अंत तक तो, कम से कम । जनवरी में वो बिला शक पोस्ट के लिए विज्ञापन देंगे।"
वान वीटरेन ने सिर हिलाया। एक सिगरेट सुलगाई और पल भर सोचता रहा।
"कीजेहनहोल्ट से कहें कि आप समझे नहीं वो क्या कह रहा है," उसने कहा। "फरसामार छह दिन के अंदर, कमोबेश, सींखचों के पीछे होगा।"
"मैं ऐसा दावा कैसे कर सकता हूं?" बॉजेन ने शंकालु दिखते हुए कहा।
"मैंने उससे पहले इसे हल करने का वादा किया है।"
"इसके लिए श्री चीयर्स," बॉजेन ने कहा। इससे बेशक मुझे बहुत बेहतर महसूस हो रहा है। आप ये कैसे करना चाह रहे हैं?"
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RE: Thriller Sex Kahani - आख़िरी सबूत - by desiaks - 07-09-2020, 10:35 AM

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