RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
दूसरे दिन, जब मैं वसीम के घर गया तो वसीम कुछ बदला बदला सा लग रहा था।
मेरे पूछने पर उसने मुझे कहा की वो, अपने पिता और सोतेली माँ से बदला ज़रूर लेगा.. मगर, सही समय आने पर..
खैर, ऐसे ही तीन-चार महीने बीत गये और एक दिन वसीम के पिता को अस्पताल में भरती कराना पड़ा।
वहां पता चला की उनका लिवर बिल्कुल खराब हो गया है और वो बस कुछ ही दिनों के मेहमान हैं।
फिर कुछ दिन बाद, उनकी मौत हो गई।
वसीम, उनसे इतनी नफ़रात करता था की उसने उन्हें “दफ़नाने” को भी मना कर दिया पर बाद में, मेरे बहुत समझाने से वो मान गया।
उसने विधिवध, अपने पिता का सारा क्रियाकरम किया।
हालाकी, उसके पास बहुत पैसा था पर पिता की गंदी आदतों की वजह से सारे रिश्तेदारों ने, उससे नाता तोड़ दिया था…
एक बात ये अच्छी हुई की वसीम के पिता ने सारी प्रॉपर्टी वसीम के नाम कर दी थी..
समय यूँही बीतता रहा और फिर एक दिन वसीम ने मुझसे कहा की आज मैं उस साली सलमा को नहीं छोड़ूँगा।
उस दिन रात को, जब वसीम घर गया तो सब लोग सो चुके थे।
उसने सलमा के कमरे का दरवाज़ा खोला और अंदर गया तो देखा की वो सो रही है।
वसीम, तुरंत उसके ऊपर चढ़ने लगा तो वो जाग गई…
सलमा ने कहा – ये क्या कर रहे हो… ??
तो वसीम ने कहा – साली, तुझे चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है ना… चल, आज तुझे मैं दिखता हूँ की चूत चोदना किसे कहते हैं…
सलमा – बेटा, मैं तेरी माँ जेसी हूँ… तू मेरे साथ, ये सब नहीं कर सकता…
वसीम – साली, दो कौड़ी की रंडी… मेरी माँ सात जन्म में भी, तेरी जैसी नहीं हो सकती… तू तो वो छीनाल है, जिसने ना जाने कितनी ज़िंदगियाँ बरबाद की हैं… अपने पति की, उसके पूरे परिवार की, मेरी, मेरी माँ की… अगर तुझे मार भी दूं तो शायद ऊपर वाला, मुझे जन्नत नसीब करा दे… साली, तुझे तो रंडी भी नहीं बोल सकता… रंडी समाज, बदनाम हो जाएगा… चुड़ेल, जब तुझे मेरे पिता से चुदवाने में कोई शरम नहीं आई, फिर मुझ से क्यूँ नौटंकी कर रही है… वैसे भी ना जाने, किस किस से चुदवाया होगा, पता नहीं… नाटक मत कर नहीं तो खुशी खुशी तेरा गला दबा कर, फाँसी चढ़ जाऊंगा…
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