Raj Sharma Stories जलती चट्टान
08-13-2020, 12:58 PM,
#31
RE: Raj Sharma Stories जलती चट्टान
राजन ने एक-दो बार इधर-उधर देखा और फिर कमरे की ओर बढ़ा। पार्वती अंदर पलंग पर बैठी शून्य दृष्टि से द्वार की ओर देख रही थी। राजन को देखते ही उसने मुँह फेर लिया।
राजन समझ गया कि पार्वती नाराज है-परंतु वह उसे समझाएगा, उसकी विवशता सुनकर वह रूठेगी-फिर वह उसे मनाएगा। बोला-‘अकेली बैठी क्या कर रही हो?’
‘नाव की सैर।’
‘वाह खूब, मुझे मालूम न था कि तुम हवा में भी नाव चला सकती हो।’
‘और मुझे क्या पता था कि तुम झूठे भी हो।’
राजन मुस्कराता हुआ उसके पास जा खड़ा हुआ और हाथ से उसकी ठोड़ी अपनी ओर फेरते हुए बोला-
‘पार्वती! मैंने आज जाना कि क्रोध के आवेश में तुम और भी सुंदर दिखाई देती हो।’
पार्वती थोड़ा मुस्कुराईं, फिर बोली-‘चलो हटो, बात तो यूँ बदलते हो कि कोई कुछ न कह सके।’
‘पार्वती सच मानो कल छुट्टी दो घंटे देर से हुई।’
‘भला वह क्यों?’
‘काम अधिक था, नहीं तो...।’
‘नहीं तो क्या? घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ी।’
‘जो प्रतीक्षा में आनंद है, वह मिलन में नहीं है।’
‘यह बेतुकी बातें तुम ही जानो-क्यों आज काम पर नहीं गए।’
‘छुट्टी है।’
‘काहे की?’
‘जब मुझे पता चला कि मेरे न जाने से तुम नाराज होकर चली गई हो तो मैंने आज सारा दिन तुम्हारे पास रहने के लिए ही सब कुछ किया।’
‘तुमने कैसे जाना कि मैं नाराज होकर चली आई।’
‘इसकी साक्षी, वह कलियाँ हैं, जो निराशा के आवेश में मसल दी गई थीं।’
और राजन ने जेब से मुरझाई हुई गुलाब की कलियाँ निकाल कर सामने रख दीं। पार्वती उनको देखकर बोली, ‘तो तुम मंदिर गए थे?’
‘इसी विचार से कि तुम मेरी राह देख रही होंगी।’
‘ओह! सच? और राजन मुझे भी बाबा का ध्यान न होता तो शायद सारी रात यूँ ही प्रतीक्षा में बिता देती।’
‘सच, एक बात कहूँ, मानोगी!’
‘क्या?’
‘मेरा विचार है कि आज सीतलवादी की घाटियों और आसपास के स्थानों में घूमा जाए-मेरे साथ चलोगी?’
‘परंतु बाबा...।’
‘उन्हें मैं मना लूँगा।’ यह कहता हुआ राजन बाबा के पास गया। वे अब तक बरामदे में बैठे हुए थे। पार्वती भी धीरे-धीरे आने लगी। बाबा राजन को देखते ही बोले-‘आज काम से छुट्टी ले रखी है क्या?’
‘नहीं तो, आज सरकारी छुट्टी है।’
‘तो फिर अभी से कहाँ चल दिए... क्यों पार्वती? राजन को क्षमा कर दिया?’
पार्वती उत्तर में मुस्करा दी और बाबा फिर राजन से बोले-
‘बेटा खाना खाकर चले जाना।’
‘आज क्षमा चाहता हूँ बाबा, मुझे बाहर जाना है।’
‘कहीं परदेस?’
‘परदेस तो नहीं... सोचा आज थोड़ी सीतलवादी की सैर की जाए। सुना है सामने की पहाड़ी में एक बडे़ महात्मा का आश्रम है।’
‘हाँ राजन मन तो मेरा भी करता है, परंतु अब इन बूढ़ी हड्डियों में वैसी शक्ति नहीं रही।’
‘तो बाबा मैं चली जाऊँ?’ पार्वती झट से बोल उठी।
‘तुम्हारे बस की बात नहीं। पहाड़ी यात्रा है।’ राजन ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया।
Reply


Messages In This Thread
RE: Raj Sharma Stories जलती चट्टान - by desiaks - 08-13-2020, 12:58 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,444,309 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,035 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,209,386 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 914,278 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,620,659 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,053,689 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,906,032 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,906,592 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,973,719 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 279,605 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)