MmsBee कोई तो रोक लो
09-11-2020, 02:18 PM,
RE: MmsBee कोई तो रोक लो
{अपडेट - 230}
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मैं छोटी माँ की बातों से समझ गया था कि, वो शायद अमि निमी की प्रिया को लेकर की गयी हरकतों की वजह से नाराज़ है. इसलिए वो
इस बहाने से उन पर गुस्सा किए जा रही है. मैं उनकी इस नाराज़गी को दूर करना चाहता था.

इसलिए उनकी बात को खामोशी से सुन रहा था. लेकिन छोटी माँ की आख़िरी मे कही बात मेरे दिल को लग गयी और मैने जिंदगी मे
पहली बार छोटी माँ से बदतमीज़ी से बात करते हुए कहा.

मैं बोला “छोटी माँ, आप ऐसा सोच भी कैसे सकती है. इतनी छोटी छोटी बच्चियों से ये बात कहते हुए आपको ज़रा भी शरम नही आई.
मैं सब समझता हूँ कि, आप इन पर किस बात का गुस्सा निकाल रही है.”

“लेकिन आप भी मेरी बात कान खोल कर सुन लीजिए. ये घर इनका है और इस घर मे ये जैसे चाहे वैसे रहेगी. मेरे होते मेरी बहनो से ये
हक़ कोई भी नही छीन सकता. फिर चाहे वो आप ही क्यो ना हो.”

मेरे इतना कहते ही सारा हॉल चटाक़ की आवाज़ से गूँज गया और मेरा हाथ अपने आप ही मेरे गाल पर चला गया. वाणी दीदी, कीर्ति,
नेहा और अमि निमी सभी हैरानी से छोटी माँ को देख रहे थे. लेकिन छोटी माँ……”

छोटी माँ की आँखें गुस्से से लाल थी और वो बहुत ज़्यादा गुस्से मे भरी हुई थी. मेरे गाल पर जोरदार तमाचा जड़ देने के बाद, उन ने गुस्से मे मुझे उंगली दिखा कर, चेतावनी देते हुए कहा.

छोटी मा बोली “मुझसे दोबारा उँची आवाज़ मे बात करने की ग़लती कभी मत करना. मैं तुम लोगों की कोई भी बदतमीज़ी सहन नही करूगी. अब यदि दोबारा ऐसा हुआ तो, मुझसे बुरा कोई नही होगा.”

छोटी माँ को इतना ज़्यादा गुस्से मे देख कर, मुझसे तो अपनी सफाई मे कुछ कहते नही बन रहा था. लेकिन वाणी दीदी ने मेरा बचाव करते हुए कहा.

वाणी दीदी बोली “मौसी, आप भी कहाँ इनकी बातों मे आ रही है. इतनी सी बात मे इन पर इस तरह गुस्सा करना ठीक नही है.”

लेकिन छोटी माँ के गुस्से का पारा अभी कुछ ज़्यादा ही चढ़ा हुआ था. उन ने वाणी दीदी की इस बात पर उनकी ही खिचाई करते हुए कहा.

छोटी माँ बोली “वाणी, मुझे इनके साथ कब कैसे पेश आना है, ये तू मुझे सिखाने की कोशिश मत कर. तेरी वजह से ही मैं मुंबई से
यहाँ तक इन दोनो की हरकतें सहन करती आई हूँ.”

“उपर से आज इस लड़के ने तो हद ही पार कर दी है. इसे ये भी याद नही रहा कि, अपनी माँ से कैसे बात की जाती है. मुझसे इस तरह से बात करने की इसकी हिम्मत भी कैसे हो गयी.”

“क्या मैने इसे ये ही सिखाया है. क्या मैने इसे ये ही संस्कार दिए है. आज इसने अपनी बहनो के सामने बडो की इज़्ज़त उतारने का बड़ा
ही अच्छा उदाहरण पेश किया है. वो भी आगे चल कर इसी की तरह बडो की बेइज़्ज़ती किया करेगी.”

छोटी माँ गुस्से मे मुझे बके जा रही थी. जब वाणी दीदी ने देखा कि, उनके समझाने से भी छोटी माँ का गुस्सा शांत नही हो रहा है तो, उन्हो ने मेरे उपर ही उल्टा गुस्सा करते हुए कहा.

वाणी दीदी बोली “अब तुम यहाँ खड़े खड़े क्या कर रहे हो. क्या इतना तमाशा करके भी तुम्हे शांति नही मिली है, जो अभी भी बेशर्मो की तरह यहाँ खड़े हुए हो. जाओ, अभी तुम अपने स्कूल जाओ. हम इस बारे मे बाद मे बात करेगे.”

वाणी दीदी की बात सुनकर, मैने अमि निमी की तरफ देखा तो, वाणी दीदी ने अमि निमी से कहा.

वाणी दीदी बोली “तुम दोनो भी अभी अपने कमरे मे जाओ.”

मैने भी अमि निमी को वहाँ से जाने का इशारा किया तो, वो दोनो अपने कमरे मे चली गयी. उनके जाने के बाद मैं भी स्कूल के लिए
निकल गया. मेरे आज के दिन की सुरुआत बेहद ही तनाव भरी हुई थी.

लेकिन मेरे ये तनाव का दौर स्कूल मे भी ऐसे ही चलता रहा. स्कूल मे मेरे जो भी टीचर आ रहे थे, वो मेरे पढ़ाई मे पिछड़ जाने की बात
कह कर, मुझे अपनी पढ़ाई पर ज़्यादा ध्यान देने के लिए कह रहे थे.

उनका ये कहना भी बिल्कुल सही था. पिच्छले एक महीने से स्कूल ना आने की वजह से मेरा पढ़ाई का बहुत नुकसान हो चुका था. फिर भी मुझे इस बात का ज़्यादा टेन्षन नही था.

क्योकि मेरी क्लास का सबसे होशियार स्टूडेंट असलम मेरा दोस्त था और मैं उसके साथ पढ़ाई करके अपने इस नुकसान को पूरा कर सकता था. इसलिए मैने छुट्टी होने के बाद, असलम से इस बारे मे बात करते हुए कहा.

मैं बोला “यार असलम, मेरा पढ़ाई मे बहुत नुकसान हो गया है. मैं कल से तेरे साथ ही पढ़ाई करने की सोच रहा था.”

मेरी ये बात सुनते ही असलम खुश हो गया और उसने खुशी खुशी मुझसे कहा.

असलम बोला “ये तो बहुत अच्छी बात है. तू कल किस समय पढ़ने आएगा.”

मैं बोला “मैं कल शाम को 5 बजे तेरे घर आउगा. लेकिन तू याद से बाजी को भी ये बात बता देना. मैं मुंबई से आने के बाद उनसे भी
नही मिल पाया हूँ.”

असलम बोला “तू फिकर मत कर, मैं बाजी को बता दूँगा कि, तू मुंबई से आ गया है और कल से हमारे घर पढ़ने आ रहा है.”

अभी मेरी असलम से बात चल ही रही थी कि, तभी हुमारे पास राहुल आ गया और उसने असलम के हिप्स पर एक जोरदार चपत लगते हुए कहा.

राहुल बोला “मेरी जान अस्सु, कैसी है.”

राहुल की अचानक की गयी इस हरकत से असलम तिलमिला गया और उसने भन्नाते हुए राहुल से कहा.

असलम बोला “भोसड़ी के, मेरी गान्ड को अपने बाप का गोदाम समझ रखा है क्या, जो जब देखो, तब मेरी गान्ड मे घुसा चला आता है.”

मगर राहुल पर असलम के इस तरह से भन्नाने का कोई असर नही पड़ा और उसने फिर से असलम को छेड़ते हुए कहा.

राहुल बोला “अले ले, मेली जान अस्सु को गुस्सा आ गया. देखो कैसे अपने साजन पर गुस्सा कर रही है.”

राहुल की हरकत बंद ना होते देख कर, असलम ने उसे एक गंदी सी गाली बकि और अपनी बाइसिकल उठाने चला गया. असलम के जाने के बाद मैने राहुल से कहा.

मैं बोला “ये क्या है बे, तू असलम को इतना परेशान क्यो करता है.”

राहुल बोला “यार मैं क्या करूँ. वो मेरे चिडाने पर चिड्ता है तो, मुझे भी उसको चिडाने मे मज़ा आता है.”

मैं बोला “वो तुझे इतनी गालियाँ बकता है. क्या तुझे ये अच्छा लगता है.”

राहुल बोला “अबे दोस्ती मे गालियाँ तो प्रसाद की तरह होती है. इन्हे भी प्यार समझ कर रख लेना चाहिए. फिर असलम तो मेरा लंगोतिया यार है. उसकी किसी बात का बुरा क्या मानना.”

“अब तू उस छुइ मुई की बात छोड़ और मुझे ये बता कि, तू इतने दिन तक मुंबई मे रह कर आया है. तूने वहाँ पर कुछ मज़ा वजा किया या ऐसे ही सूखा सूखा वापस आ गया है.”

मैं बोला “कमिने, मैं मुंबई मे कोई मज़ा वजा करने नही गया था और ना ही मुझे ये सब पसंद है. ये सब हरकतें तू अपने लिए बचा कर रख.”

राहुल बोला “चल जाने दे. मुझे पता था कि, तू वहाँ जाकर भी कुछ नही उखाड़ पाएगा. लेकिन तू अभी मेरे साथ घर चल, मैं तुझे एक
मस्त मूवी दिखाता हूँ. उसे देख कर तुझे मज़ा आ जाएगा.”

मैं बोला “मुझे तेरी कोई मूवी नही देखना. अब मेरे घर जाने का समय हो रहा है. मैं अपने घर चला.”

इतना बोल कर मैं अपनी बिके की तरफ बढ़ गया. लेकिन राहुल ने मेरे पिछे पिछे आते हुए कहा.

राहुल बोला “आबे तू समझा नही. मैं किसी ऐसी वैसी मूवी की बात नही कर रहा हूँ. ये लड़का लड़की के सेक्स की मूवी है. मैने बड़ी
मुश्किल से इस मूवी का जुगाड़ किया है. तू भी देखेगा तो, खुश हो जाएगा.”

राहुल की ये बात सुनकर, मैं हैरानी से उसे देखने लगा. क्योकि कुछ समय पहले उसके बाप ने उसे इसी वजह से बहुत बुरी तरह से
पीटा था. लेकिन अपने बाप से पिटना राहुल के लिए कोई नयी बात भी नही थी.

राहुल का बाप बिल्कुल जल्लाद था और किसी भी बात पर राहुल को कूट दिया करता था. शायद यही वजह थी कि, राहुल अब बिल्कुल कूटेला हो गया था और उस पर अपने बाप की मार का कोई असर नही पड़ता था.

राहुल के बाप की वजह से असलम भी उसके घर जाने से कतराता था. शायद यही वजह थी कि, राहुल ने उस से अपने साथ चलने को
नही कहा था. मैं अभी यही सब सोच रहा था कि राहुल ने मुझे टोकते हुए कहा.

राहुल बोला “क्या हुआ.? तू क्या सोच रहा है.”

राहुल की बात सुनकर, मैने अपनी सोच से बाहर निकलते हुए कहा.

मैं बोला “तू अब ये नयी मुसीबत कहाँ से लेकर आ गया. पिच्छली बार तेरे बाप ने तेरी इन्ही हरकतों की वजह से तुझे कितना मारा था.
लेकिन लगता है की, तुझे उस मार से कोई फरक नही पड़ा है.”

राहुल बोला “अबे तू क्यो गढ़े मुर्दे उखाड़ रहा है. मुझे उस मार की तो याद ही मत दिला. मेरे बाप ने बिल्कुल रूई की तरह मुझे धुना था और महीने भर मेरी चौकीदारी करता रहा था.”

“लेकिन तू मेरे बाप की फिकर क्यो करता है. वो तो अभी अपने ऑफीस मे होगा और मम्मी अपनी सहेलियों के साथ मस्त होगी. हम
दोनो बड़े आराम से मेरे कमरे मे मूवी का मज़ा लेगे.”

“वैसे भी तूने आज तक ऐसी कोई मूवी नही देखी है. तुझे भी कुछ नया देखने और सीखने को मिल जाएगा. बाद मे यही सब तो हुमारे गर्लफ्रेंड के साथ मज़ा करने के लिए काम मे आएगा.”

राहुल की इस बात को सुनकर, मैने उसे फटकारते हुए कहा.

मैं बोला “तू अपना ये बेकार का सेक्स ज्ञान अपने ही पास रख. मुझसे इस सीखने मे कोई दिलचस्पी नही है. मुझे यदि ये सब सीखना
होगा तो, जब मेरी कोई गर्लफ्रेंड बनेगी, मैं उस से सीख लुगा. अब मैं चलता हूँ.”

राहुल बोला “आबे तुझे इतनी जल्दी क्या है. तुझे मूवी नही देखना है तो, मत देख. लेकिन कम से कम मेरे एक फुक्की मारने तक तो मेरे पास रुक जा.”

मैं उसकी इस बात का मतलब समझ गया और मैने उस से कहा.

मैं बोला “चल ठीक है. लेकिन ज़्यादा देर मत करना. मुझे जल्दी घर भी जाना है.”

राहुल बोला “ओके, तू अपनी गाड़ी उठा, तब तक मैं भी अपनी गाड़ी निकाल कर लाता हूँ.”

ये कहते हुए राहुल चला गया. मैं अपनी बाइक पर बैठा राहुल के आने का इंतेजार करने लगा. कुछ ही देर मे राहुल अपनी लुना मोप्ड लेकर आ गया और हम दोनो स्कूल से बाहर निकल आए.

हम दोनो अभी कुछ ही दूर पहुचे ही थे कि, राहुल अपनी लुना को तेज भगाने के लिए तेज़ी से पेडल मारने लगा. उसे ऐसा करते देख कर मैने उस से कहा.

मैं बोला “अबे जब तुझे इस लुना मे भी पेडल ही मारना पड़ते है तो, फिर तू इस खटारा को बेच कर एक अच्छी सी बाइसिकल क्यो नही ले लेता है.”

मेरी इस बात को सुनकर राहुल ने बड़े ही भोलेपन से कहा.

राहुल बोला “भाई, तू मेरी लुना को खटारा मत बोल. तू नही जानता कि, मेरे बाप ने इसी लुना पर ही कच्छे बनियान बेच कर इतना बड़ा बिज़्नेस खड़ा किया है.”

राहुल की इस बात को सुनकर, मैने उसे झिड़कते हुए कहा.

मैं बोला “चल बे, अपनी ये फालतू की एमोशनल स्टोरी सुनाकर किसी और को बेवकूफ़ बनाना. सीधे से क्यो नही कहता है कि, तेरा कंजूस बाप तुझे फूटी कोड़ी भी देने को तैयार नही होता है.”

मेरी इस बात पर राहुल ने खीजते हुए कहा.

राहुल बोला “कमिने जब तुझे सब मालूम है तो, क्यो मेरी लेने पर तुला रहता है.”

ऐसे ही बात करते करते हम स्कूल से थोड़ी ही दूरी पर बने बस स्टॉप के पास के एक पान, सिगरेट के स्टॉल पर पहुच गये. वहाँ पहुच कर हम ने अपनी गाड़ी खड़ी की और फिर स्टॉल पर आ गये. उस स्टॉल पर आकर राहुल बीड़ी खरीदने लगा. उसे बीड़ी खरीदते देख कर मैने उस से कहा.

मैं बोला “अबे ये क्या है.? तू सिगरेट से बीड़ी पर कब आ गया.”

राहुल बोला “मत पुच्छ भाई, ये लोंड़िया बाजी का चक्कर भी बहुत खराब है. जब से मेरा डॉली के साथ रिश्ता जुड़ गया है. तब से साला मेरी जेब का पैसे के साथ रिश्ता ही टूट गया है.”

राहुल की ये बात सुनकर, मैं चौंके बिना ना रह सका. मुझे अभी भी राहुल की इस बात पर यकीन नही आ रहा था. डॉली राहुल के ही पड़ोस मे रहती थी. राहुल ने ही एक बार मुझे डॉली को दिखाया था.

डॉली भी हमारी ही उमर की थी और सुंदर होने के साथ साथ बहुत ही सीधी साधी लड़की थी. वही राहुल की बदनामी का डंका तो
उसके अडोस पड़ोस लेकर हमारे स्कूल तक मे बजा करता था.

ऐसे मे राहुल की डॉली के साथ चक्कर चलने वाली बात मुझे हजम नही हो रही थी. इसलिए उसकी इस बात पर मैने चौंकते हुए कहा.

मैं बोला “अबे ये कब और कैसे हो गया. तूने पहले कभी मुझे इस बारे मे बताया क्यो नही.”

राहुल बोला “भाई, ये इसी महीने की बात है. लेकिन तू मुझे एक महीने से मिला ही कहाँ है. तू बस एक बार मुझे असलम के घर से लौटती समय ही मिला था. तब भी मई तुझे ये बात बताना चाहता था.”

“लेकिन तू जल्दी होने की बात बोल कर चला गया था. उसके बाद तेरे साथ हादसा हो गया. तब भी मैं तुझसे मिलने आया था. लेकिन तब
तू फिर से मुंबई जा चुका था. उसके बाद से अब तू मुझे मिल रहा है. फिर मैं तुझे ये बात कब बता देता.”
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RE: MmsBee कोई तो रोक लो - by desiaks - 09-11-2020, 02:18 PM
(कोई तो रोक लो) - by Kprkpr - 07-28-2023, 09:14 AM

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