RE: RajSharma Stories आई लव यू
"ओह! अच्छा... दिल्ली में कहाँ से?"
"मयूर बिहार।"
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"ओह, गुड; मैं भी वहीं रहता हूँ।"
"कहाँ, मयूर विहार में?"
'हाँ।'
"दैदम गरेट।"
"और तुम्हारा ऑफिस...?"
“सेक्टर-18 नोएडा।"
बस चलने का अनाउंसमेंट हो गया था। सब लोग बस में बैठ रहे थे। डॉली, सामने बाली सीट पर पैर रखकर बोफिकर अंदाज में बैठी थी। उसे देखकर मुझे लगा, जैसे उसका चलने का मन नहीं है।
"डॉली, चलें?"
"ओह हाँ, चलो-चलो।" उसने तुरंत अपनी स्लीपर पहनी और हम दोनों बम की तरफ बढ़ गए।
"क्या मैं विंडो की तरफ बैठ जाऊँ?"- डॉली ने बस के अंदर पूछा।
"हाँ, बैठ जाओ।"
'थॅंक्स । - उसने मुस्कराते हुए कहा और विंडो सीट पर बैठ गई।
"इट्स ओके डॉली।'
"तो अब मुझे इयरफोन बैग में रख देना चाहिए न?"
'क्यों ?'
"अब तो तुम मिल गए हो न, रास्ते भर बातें करते चलेंगे न।”
"हाँ,श्योर।" अभी तक डॉली को मैं जितना समझ पाया था, उसके हिसाब से वो बहुत ही बोल्ड और बिंदास लड़की थी, जो अपने हर पल को खुशी से जीना चाहती थी। अनजान लोगों से भी हाथ आगे बढ़ाकर दोस्ती कर लेना उसे पसंद था। हाँ, समझदार थी और सही-गलत में फर्क समझती थी।
बस, मेरठ से आगे बढ़ चली थी। डॉली और मेरी बातें शुरू हो चुकी थीं। कितना हँसती थी वो बात करते-करते।
"तो कब से हो दिल्ली में?" - उसने पूछा।
"चार साल से।"
“कहाँ जॉब करते हो तुम?"
“मैं एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर हूँ; हम लोग पॉलिटिकल और एंटरटेनमेंट की इवेंट ऑर्गेनाइज करते हैं।"
"ओके, कूल।"
"वैसे तुम क्या करती हो?"
“मैंने फैशन डिजाइनिंग से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और अभी दो महीने पहले ही मेरी जॉब लगी है; आई एम बकिंग एज ए कॉस्ट्यूम डिजाइनर इन कनॉट प्लेस।"
"वाह...गुड! और तुम्हारी फैमिली?"
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