RE: Antarvasnax क़त्ल एक हसीना का
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एक तामील
बोंडी बीच के पीछे दोपहर की धूप में बादलों की हल्की रेखा गायब हो गई। बालू और समुद्र खाली होने लगे थे और उनके सामने आ रहे थे वह जिनके लिए ऑस्ट्रेलिया मशहूर था, शानदार बीचः होठों और नाक में क्रीम लगाए सर्फ करने वाले, बॉडी बिल्डर्स, जींस पहने लड़कियां, बी श्रेणी के मशहूर लोग, नहाती हुई लड़कियां। संक्षेप में कहें तो सुंदर, नौजवान और सफल नौजवान लोग दिखाई दे रहे थे। चौक पर कैम्पबेल पैरेड था, जिसमें नए फैशन के कपड़े मिलते थे और एक-दूसरे से सटे हुए साधारण लेकिन महंगे रेस्तरां थे, जिनमें दिन के उस वक़्त काफी सारे लोग थे। खुली स्पोर्ट्स कार ट्रैफिक में धीरे-धीरे चल रही थी, इंजन घरघराता रहता था और गाड़ी चलाने वाले अपनी गाड़ी के शीशे से पटरी पर चल रही गतिविधियों को देखते रहते थे।
राजने क्रिस्टीन के बारे में सोचा। वह उस वक़्त के बारे में सोच रहा था जब वह और क्रिस्टीन ट्रेन में चढ़कर गए थे और ट्रेन से कान में उतर गए थे। तब जबरदस्त पर्यटन का मौसम था और ठीक-ठाक दर वाला कोई भी कमरा कहीं नहीं मिल रहा था। वे घर से इतने दिनों से बाहर थे कि वे अपने गुल्लक से पैसे निकाल-निकालकर चल रहे थे, और उनके पास पैसे इतने नहीं थे कि वे किसी महंगे होटल में रात गुजार सकें। इसलिए उन्होंने पूछा कि अगली ट्रेन कब पेरिस के लिए जाने वाली थी, अपना सामान सामान कक्ष में जमा किया और ला क्रोसें गए। वे आते-जाते हुए लोगों और जानवरों को देख रहे थे, सभी बहुत सुंदर थे, बहुत शानदार याच, सबके अपने सवार थे, केबिन क्रूजर चल रहे थे, जिस पर सफर करने वालों की गाड़ियां और ऊपर हेलीकॉप्टर था और उन्होंने वहीं कसम खाई थी कि वे बाकी जीवन समाजवादियों के लिए वोट देंगे।
आखिर में, इतना टहलने के कारण वे पसीने से इतना तर-बतर हो गए कि उनकी तैरना पड़ा, तौलिये और तैराकी के सामान बैग में थे, इसलिए उनकी अपने अंदर के कपड़ों में तैरना पड़ा।
राजको याद है कि उसके बाद जब वह बालू पर लेटा, खड़ी हुई क्रिस्टीन को ढीले टीशर्ट में निहार रहा था। वह अपने गीली पेंट उतार रही थी। उसे उसके चमकते हुए शरीर पर पानी की गिरती बूंदों को देखना बहुत अच्छा लगा था, टीशर्ट के नीचे उसकी खुली हुई जांघें दिखाई दे रही थीं, उसे यह अच्छा लग रहा था, वह उसे इस तरह देखते हुए देखकर, खुद जिस तरह से उसे देख रही थी, और फिर अचानक उसके ऊपर हंसते हुए गिर पड़ी थी, उसके होठों पर होंठ रखते हुए।
उसके बाद उन्होंने एक बहुत ही महंगे रेस्तरां में खाना खाया था, जहां से समुद्र का नजारा दिखाई दे रहा था और जब सूरज डूबा तो वह वहां बालू पर बैठकर क्रिस्टीन के साथ वहां की सुंदरता पर आहें भरता रहा, और उसके बाद दोनों ने तय किया कि वे कार्लटन होटल में जाएंगे और वहां से बिना बिल चुकाए निकल पड़ेंगे, और शायद जो दो दिन उन्होंने पेरिस के लिए बचाए थे उससे बच जाएंगे।
जब भी उसका ध्यान क्रिस्टीन की तरफ जाता था, ती सबसे पहले उसे उन गर्मियों का ध्यान आता था। वह सब कुछ इतना गहरा था, और उसके बाद यह कहना आसान था कि हवाओं में अलगाव दिखाई दे रहा था। लेकिन राजको यह याद नहीं कि उस समय वह उस बारे में सोच रहा था।
उस पतझड़ में राजने सेना के लिए काम किया और क्रिसमस से पहले क्रिस्टीन को एक संगीतकार मिल गया और वह लंदन चली गई।
राज, लेबी और वाटकिंस कैंपबेल परेड के पास सड़क के किनारे के एक ढाबे में बैठे हुए थे, उनकी टेबल छाया में थी, दोपहर ढलने वाली थी, लेकिन इतनी देर नहीं हुई थी कि उनका धूप का चश्मा अजूबा लगने लगे। उस गर्मी में उनके जैकेट आरामदेह नहीं लग रहे थे। उन्होंने कुछ अधिक कहा नहीं और वे बस इंतजार करते रहे।
चौक में, बीच और कैम्पबेल पैरेड के मध्य सेंट जॉर्ज थियेटर था, जो बहुत ही सुंदर इमारत थी, जहां ओटो का शो होने वाला था।
'क्या तुमने ब्राउनिंग हाई पावर का पहले इस्तेमाल किया है?' वाटकिंस ने पूछा।
राजने अपना सिर हिला दिया। उन्होंने उसे हथियार की मेज पर बस यह बता दिया था कि किस तरह से उसे भरकर रखना था। यह कोई मुश्किल नहीं थी। राजइस बात की कल्पना नहीं कर सकता था कि ओटो मशीनगन निकालकर सबको सुला देगा।
लेबी ने अपनी घड़ी देखी। 'समय हो रहा है,' उसने कहा। उसके माथे पर पसीने की बूंदें छलछला आई थीं।
'अच्छा, आखरी रन थ्रू होगाः जबकि सभी लोग स्टेज पर आकर अंत होने के बाद सलामी देते हैं, राजऔर मैं बगल के गेट से घुसेंगे। मैंने इसका इंतजाम कर रखा था कि केयर टेकर उस गेट को खुला छोड़ दे। उसने ओटो के ड्रेसिंग रूम के बाहर उसकी नेमप्लेट भी लगा रखी थी। ओटो के आने तक हम बाहर खड़े रहेंगे और उसके आते ही हम उसे गिरफ्तार कर लेंगे। हथकड़ी डालकर, जब तक कोई आकस्मिक स्थिति न आए तब तक किसी तरह के हथियार का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। पीछे के गेट पर पुलिस की एक कार हमारा इंतजार कर रही होगी। भीड़ में लेबी वॉकी-टॉकी के साथ रहेगा और जब ओटो आएगा, तब उसको बता देंगे। साथ ही अगर ओटो को कुछ गड़बड़ समझ में आई और उसने भीड़ के बीच से निकलकर भागने की कोशिश की, तो हम अपनी जगह ले लेंगे और चुपचाप प्रार्थना करेंगे कि उनके वहां एयरकडिशनिंग हो।'
सेंट जॉर्ज थियेटर का छोटा सा ऑडिटोरियम भरा हुआ था और जब पर्दा उठा तो माहौल में जोश था। असल में, हालांकि, पर्दा उठा नहीं बल्कि गिर गया। वहां जो मसखरे थे वे ऊपर छत की तरफ देखने लगे जहां से पर्दा खुलकर गिर गया था, फिर वे दौड़ा भागी करते हुए, एक दूसरे के ऊपर गिरते-पड़ते पर्दे को पीछे की तरफ ले जाने लगे, इस दरम्यान दर्शकों से माफी भी मांगते रहे। इस सबसे वहां हंसी का माहौल बन गया था। वहां हॉल में लग रहा था कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे थे उनके जानने वाले काफी संख्या में थे। मंच को साफ कर दिया गया और उसे चबूतरे के दृश्य में बदल दिया गया। ओटो आया और उसके साथ बैंड पर मातमी धुन बजती हुई आ रही थी।
राजने गिलोटीन देखा और समझ गया इस बार का शो भी वही होने वाला था, जो उसने पावरहाउस में देखा था। जाहिर है उस रात रानी आई थी, ओटो ने लाल रंग का गाउन पहन रखा था, सिर में बहुत बड़ी विग लगाई हुई थी और चेहरे पर बहुत सारा पाउडर। फांसी देने वाले ने भी नई पोशाक पहन रखी थीः चुस्त काले रंग के कपड़े, बड़े-बड़े कानों से वह किसी दैत्य की तरह लग रहा था।
या एक चमगादड़, राजने सोचा।
गिलोटीन की धार उठाई गई, उसके भीतर लोथड़ा रखा गया और धार गिरा दी गई। जोर की आवाज हुई और वह लोथड़ा वहां था ही नहीं। फांसी देने वाले ने जीत की मुद्रा में हाथ ऊपर उठाए और दर्शक शोर मचाने लगे। कुछ दिल को छूने वाले दृश्यों के बाद, जिनमें रानी रहम की भीख मांग रही थी, वह काले चोगे वाले आदमी के सामने हाथ जोड़ रही थी, उसके कपड़ों से उसके पैर बाहर निकल गए थे, देखने वालों के लिए यह बहुत मजेदार था।
गिलोटीन एक बार फिर उठा और नगाड़े बजने लगे, उसकी आवाज तेज होती गई और रौशनी धीमी।
वाटकिंस आगे झुक गया।' यहां मंच पर भी सुनहरे बालों वाली महिलाओं की मारा जा रहा है ?'
नगाड़े की धुन बढ़ती गई। राजने आसपास देखाः लोग अपनी कुर्सियों पर आगे की ओर झुक गए थे। कुछ लोगों के मुंह खुले हुए थे। बाकी लोगों के हाथ कान पर थे। कई पीढ़ियों से लोग इस शो से खुश और भयभीत हो रहे थे। मानो अपने ख्याल के जवाब में वाटकिंस भी झुक गया।
'हिंसा कोका-कोला और बाइबिल की तरह होती है। कालजयी।'
नगाड़े की आवाज फिर बढ़ रही थी और राजने ध्यान दिया कि इसमें समय लग रहा था। इससे पहले धार गिरने में इतना वक़्त नहीं लगा था? फांसी चढ़ाने वाला चिंतित थाः वह आगे आया और उसने गिलोटीन की तरफ ऊपर देखा, मानो उसमें कुछ गड़बड़ हो। फिर अचानक, बिना किसी के कुछ किए धार गिर गई। राजअनायास जम सा गया और पूरे हॉल में आह की आवाज आई और धार सीधे गर्दन पर जाकर गिरी। नगाड़े की आवाज एकदम से रुक गई और सिर एक आवाज के साथ नीचे की तरफ लुढ़क गया। बहरा कर देने वाली आवाज गूंजने लगी, वाटकिंस और राजके सामने जाने कहां से चीखने की आवाज आई। थियेटर में अलार्म की आवाज गूंज गई और राजने उस भागमभाग में यह देखने की कोशिश की कि क्या कुछ चल रहा था। उसे बस यही दिखाई दिया कि जो फांसी देने वाला आदमी था, वह पीछे की तरफ हट रहा था।
'हे भगवान!' वाटकिंस ने फुसफुसाते हुए कहा।
मंच से एक आवाज आई, मानो कोई ताली बजा रहा हो। तब राजने देखा कि उस मृत रानी की कटी हुई गर्दन से एक नस सफेद धागे की तरह दिखाई दे रही थी, ऊपर और नीचे होती हुई। खून बह रहा था और मंच पर फैलता जा रहा था।
'उसे पता था कि हम आ रहे थे!' वाटकिंस ने फुसफुसाते हुए कहा। 'वह जान गया था कि हम उसके पीछे थे! उसने कपड़े भी अपने किसी बलात्कार पीड़ित की तरह पहन रखे थे!' वह राजके चेहरे की तरफ झुक गया। 'उफ, उफ, उफ, राज!'
राजको समझ में नहीं आ रहा था कि किस वजह से उसे इस कदर कमजोरी महसूस हो रही थी, शायद खून की वजह से या महज पुरुष की पाशविक सांस की वजह से।
लाल रंग का तालाब सा जम गया था, जब फांसी देने वाला आदमी सिर उठाने के लिए आगे बढ़ा तो वह गिर गया। वह फर्श पर तेज आवाज के साथ गिर गया और दो मसखरे मंच पर चीखते-चिल्लाते हुए दौड़े।
'लाइट जलाओ!'
'पर्दे लेकर आओ!'
दो और मसखरे पर्दे लेकर आ गए, चारों एक साथ खड़े होकर एक-दूसरे को देखने लगे और फिर ऊची छत की तरफ देखा। मंच के पीछे से चिल्लाने की आवाज आई, लाइट में तेज आवाज हुई और थियेटर में अंधेरा छा गया।
'यहां गंध आ रही है, राज। आओ!' वाटकिंस ने राजके हाथ को पकड़ा और आगे बढ़ने लगा।
'बैठ जाइए', राजने फुसफुसाते हुए कहा और उसको खींचकर वापस सीट पर बैठा दिया।
'क्या ?'
लाइट जल गई और वह मंच जिसके ऊपर कुछ सैकंड पहले तक खून भरा हुआ था, सिर था, गिलोटीन था, मसखरे थे, पर्दा था, वह अब खाली हो चुका था, सिवाय उस फांसी देने वाले और ओटो के--जो मंच के कोने पर रानी के सुनहरे बालों वाले सिर को अपनी बांह के नीचे लिए खड़ा था। दर्शकों ने जोर से आवाज लगाते हुए उनका स्वागत किया, जिसका जवाब देते हुए वे झुक गए।
'अच्छा, डरावना लग रहा है मुझे,' वाटकिंस ने कहा।
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