RE: Desi Porn Stories बीबी की चाहत
दीपा की उंह्कार तेज होने लगी। अब वह दर्द के मारे नहीं पर उत्तेजना और कामाग्नि के मारे हर एक धक्के पर कराह रही थी। जैसे जैसे वह अपने चरम शिखर पर पहुँच रही थी वैसे वैसे दीपा ने जोर से कराहना शुरू किया और फिर तरुण को और जोरसे चोदने के लिए कहने लगी। 'तरुण, मुझे और चोदो। और जोरसे। मेरी चूत का आज भोसड़ा बना डालो। रुकना मत। मैं अब झड़ने वाली हूँ। चोदो मुझे। हाय... आह... बापरे... ऑफ़... " ऐसे कराहते हुए मेरी बीबी उस रात पता नहीं शायद चौथी या पांचवी बार झड़ी।
दीपा के झड़ने से तरुण जैसे ही थम रहा था वैसे ही मेरी बीबी ने उसे लताड़ दिया। "अरे तुम रुक क्यों गए? मैं झड़ी हूँ पर अभी भी खड़ी हूँ। खैर, पीछे हटो। चलो अब मैं तुम्हें चोद्ती हूँ।" ऐसा कह कर मेरी बीबी ने तरुण का हाथ पकड़ कर उसे पलंग पर लेटाया। खुद वह तरुण के ऊपर चढ़ गयी और उसकी कमर के दोनों और अपनी दोनों टाँगों को फैला कर अपनी दोनों टांगों के बिच तरुण की कमर रख अपनी टांगों को टेढा कर अपने घुटनों पर बैठ गयी। धीरे से दीपा ने तरुण का तना और मोटा लण्ड अपनी चूत के अंदर डाला और उसे अपने शरीर को नीचे की और दबा कर अंदर घुसेड़ा।
धीरे धीरे जैसे दीपा अपने चूतड़ों को ऊपर निचे उठाने लगी, वैसे ही तरुण भी निचे से अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर दीपा की चूत में अपने लण्ड को घुसेड़ रहा था। पर दीपा को कोई दर्द नहीं बल्कि उसके चेहरे पर एक अद्भुत आनंद की लहर दौड़ रही थी। वह उस रात हमारी सेक्स की स्वामिनी बनी हुई थी। तरुण और मैं हम दोनों जैसे दीपा के सेक्स गुलाम थे, और वह हमारी मलिका।
मैं हैरान इस बात पर था की कोई भी आसन में या पोजीशन में तरुण दीपा के मम्मों को छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं था। उसने मेरी बीबी के स्तनों पर जैसे अपना एक मात्र अधिकार जमा रखा था। मैं तरुण का दीपा के मम्मों के प्रति पागलपन को समझ सकता था। जब एक इंसान इतने महीनों से जिस के सपने देखता हो। जो इतने महीनो से जिसको पाने के लिए जीता हो और वह उसे मिल जाए तो भला उसे आसानी से कैसे छोड़ेगा?
मेरी पत्नी पर तो जैसे चुदने का बुखार चढ़ा था। वह उछल उछल कर तरुण को चोद रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वह पूरी रात तरुण को नहीं छोड़ेगी। उनकी रफ़्तार इतनी तेज हो गयी थी की मैं डर रहा था की कहीं उसके शरीर पर उसका विपरीत असर न हो जाय। जैसे दीपा उछलती तो उसके मम्मे भी उछलते थे। और साथ में तरुण के हाथ जिसमें तरुण ने उन मम्मों को दबा के पकड़ रखा था। सारा दृश्य देखने लायक था। मैंने पहेली बार मेरी पत्नी को इतने जोश में चोदते देखा था।
जब दीपा मेरे ऊपर चढ़ कर मुझे चोद्ती थी, तब उसे भी और मुझे भी चुदाई में अनोखा आनंद मिलता था। दीपा भी बहुत उत्तेजित हो जाती थी, और मैं भी। हम दोनों जल्दी ही झड़ जाते थे। दीपा इन दिनों थक जाने का बहाना करके मेरे ऊपर चढ़ कर चोदने से बचना चाहती थी। पर उस रात की बात कुछ और ही थी। पता नहीं शराब का असर था या शबाब का। उस रात मेरी पत्नी के चेहरे पर थकान का नामो निशान नहीं था।
वह जैसे ही एक धक्का मार कर तरुण के लण्ड को अपनी चूत की गहराईयों में घुसेड़ ती तो उसके साथ एक कामुकता भरी आवाज में "ऊम्फ..." की आवाज निकालती। जैसे महिला खिलाडी टेनिस के मैच में जब गेंद को रैकेट से मारकर कराहते हैं, बिलकुल वैसे ही। मेरी प्यारी और सेक्सी बीबी दीपा बहुत जल्द झड़ने वाली थी। उसके चेहरे का उन्माद बढ़ने लगा था। उसका पूरा ध्यान उसकी जननेन्द्रिय पर हो रहे सम्भोग के आनंदातिरेक पर था। वह तरुण को शारीरिक सम्भोग का पूरा आनंद देना चाहती थी और तरुण से पूरा शारीरिक सम्भोग का आनंद लेना चाहती थी।
हाँ मैं यह जानता था की अब वह तुरंत अपना फव्वारा खोलने वाली थी। उसके कपोल पर तनी लकीरों से और चेहरे के भाव से यह स्पष्ट था की वह अब अपनी सीमा पर पहुँचने वाली है। दीपा ने तरुण के निप्पलों को अपनी उँगलियों में जोर से भींचा और कामुकता भरी दबी आवाज में बोल पड़ी, "हाय... तरुण... दीपक... ऑफ़... ओह... मैं अब अपना रस छोड़ने वाली हूँ।" ऐसे कहते हुए दीपा ने अपनी रफ़्तार बढ़ाई।
मैंने महसूस किया की तरुण भी तब अपनी कामुकता की चोटी पर पहुँच रहा था। वह मेरी बीबी के मम्मों को कस कर अपनी हथेलियों में भींचते हुए बोल पड़ा, "दीपा, मैं भी छोड़ने वाला हूँ। क्या मैं इसे बाहर निकाल लूँ?"
दीपा ने उसकी छाती पर एक सख्त चूँटी भरते हुए कहा, "नहीं तरुण, आज मैं सुरक्षित हूँ। तुम अपना सारा वीर्य मेरी चूत में भर दो। मैं आज तुम दोनों के वीर्य को अपनी चूत में सारी रात भर के रखना चाहती हूँ। तुम खुल कर मेरी चूत भर दो।"
अचानक मैंने देखा की तरुण और मेरी बीबी एक दूसरे से चिपक गए। दोनों ने एक दूसरे को अपनी आहोश में इतना कस कर भींच लिया जैसे वह एक ही हो जाना चाहते हों। उनके मुंह एक दूसरे ऐसे चिपके थे की उन दोनों के मुंह में क्या हो रहा था वह सोचा ही जा सकता था। तरुण शायद उस समय मेरी पत्नी को न मात्र अपने लण्ड से बल्कि वह दीपा को अपनी जीभ से भी चोद रहा था। जैसे ही दोनों ने एक साथ अपना रस छोड़ा तो दोनों की कामुक कराहट से सारा कमरा गूंज उठा। मैंने इस से पहले ऐसा दृश्य ब्लू फिल्मों में भी नहीं देखा था।
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