RE: Incest परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति
कड़ी_50 फ्लैशबैक में फ्लैशबैक जारी
जब बी.डी. बन गया लेकिन वो एक कह थी, जिसमें अवी की आदि रह के बाद उस काली शक्तियों के खून से बनने के बाद पूरा बना था, जो अभी 75 प्रतिशत हुआ था।
बी.डी.- अब मैं कुछ भी कर सकता हैं हाहाहा अब मेरी शक्ति का काई मुकाबला नहीं है।
लोलू- नहीं अभी तुम इतने शक्तिशाली नहीं हो।
बी.डी.- ये तू क्या बोल रहा है लाल।
लोलू- "मैं बिल्कुल सही बोल रहा हैं। तुम्हें मैंने अबी की आधी आत्मा से जिंदा किया है, और इन सब के खन की बजह से इतनी शक्तियां तुममें आई हैं। पर जब तक तुम जिसकी आत्मा का हिस्सा हो, उससे नहीं मिलागे यानी अवी की आत्मा और बाड़ी से नहीं मिलागे, तब तक तुम कुछ नहीं और पाओगे। यहां तक की यहां से हिल भी नहीं सकते। जब तक मैं अपनी शक्ति से तुम्हें कहीं नहीं भेज देता, तब तक और तो और अभी तुम्हारी शक्तिया भी काम नहीं करेंगी और सबसे बड़ी बात- तुम्हें ऐसे काई नहीं मार सकता है। जब तुम अबी की बाड़ी में होंगे तभी तुम्हें मारा जा सकता है। और एक बार अगर तुम उस में चले गये तो बाफत अलग भी नहीं हो सकते। और अवी जिम और उसकी आदि रूह अगर तुम्हें नहीं अपनाएगी तो तुम ऐसे ही रहोगे। उसकी बाड़ी में उसके गुलाम बनकर और तुम्हारी सभी शक्तियां और तुम्हारा बी.डी. वाला रूप भी समझे?"
बी.डी.- "नहीं, ये तू क्या बोल रहा है लोलू? कुछ कर मैं किसी का गुलाम नहीं बनना चाहता हूँ। मुझे इस पूरी दुनियां को अपना गुलाम बनाना है, और कुछ कर वरना तेरा सपना कभी पूरा नहीं होगा..."
लोलू- "में कुछ नहीं कर सकता हैं। क्योंकी जो काम मैंने किया है, उसकी सजा के रूप में मैंने मेरी सभी शक्तियां और सिधियां खो दी है। क्योंकी एक नवजात बच्चे की आत्मा को मैंने दो भागों में बांटा है।
एक बात दोस्तों, लोलू अपनी शक्तियां खोने के साथ-साथ उसे एक ऐसा रोग भी लगा है, जिससे अब उसके जिशम का हिस्सा गलने लगेगा धीरे-धीरें। जिसका उसे पता भी नहीं है अभी तो। और ना ही वो किसी दूसरे की बाड़ी में जा सकता है।
बी.डी.- तो क्या अब इसका कोई उपाए नहीं रहा है, यानी तुम हार गये?
लोलू- "नहीं में नहीं हारा समझे... कुछ दिनों के बाद में फिर से अपनी शक्तियां और सिद्धियां हासिल करने के लिए अपने काम पर लग जाऊँगा, फिर तम्हें उसके जिम में भेजंगा."
बी. डी.- लेकिन कैसे करोगे तुम ये सब? और वैसे भी फिर मैं उसका गुलाम हो जाऊँगा।
लोलू- "नहीं ऐसा नहीं होगा। क्योंकी मैं तुम्हें अवी के जवानी में कदम रखते ही उसके जिम में डाल दूंगा। जिससे तुम उसे काली शक्तियों के आधार श्रोत (काम, लालच, क्रोध, लोभ, ईष्या, दुर्भाब, हिंशा, दिखावा आदि) से उसको गलत काम करने के लिए उकसाना और फिर अपने आपको उसे अपने पर निर्भर कर देना। जिससे वो तुम्हारी शक्तियां देख कर खुद को तुम्हारे हवाले कर दे.."
बी.डी.- लेकिन उसकी जवानी शुरू होने में ही क्यों, अभी क्यों नहीं?
लोलू- "क्योंकी इंसान की जवानी के टाइम बाडी और सोच 1 बदलाव होते हैं, ऐसा समझ लो किसी भी इंसान को अपने बस में करना है तो उसकी जवानी को हवा दो, वो खुद जिज्ञाशा मिटाने के लिए आता है और उसमें फसता जाता है, और मुझे अपनी शक्तियां पाने के लिए टाइम भी ता लगेगा..."
बी.डी.- इससे उसकी आत्मा भी मेरी गुलाम हो जाएगी क्या?
लोलू. "नहीं। जब तुम अपनी पूरी शक्तियां हासिल कर लोगे तभी तक वो तुम्हारे कब्जे में होगी। फिर अवी के जिश्म से उसकी सफेद अत्मा निकल जाएगी और उसके जिश्म में रह जाएगी तो सिर्फ ये काली-आत्मा.."
बी.डी.- तब तो मैं फिर से कमजोर हो जाऊँगा।
लोलू- “नहीं। क्योंकी असुर की शक्ति मैंने तुम्हारे जिम में पहले डाली है, इसलिए ऐसा कुछ नहीं होगा और जब वो तुम्हें पूरा अपना लें, तभी तुमको इन चारों में सेक्स करना होगा। तभी तुम्हें अपनी सभी शक्तियां मिलेंगी समझे?"
बी.डी.- "लेकिन क्या? और वैसे भी मैं वहां होगा और अबी भी जब तक खुद को मुझे नहीं देगा, तब कैसे करगा में इनके साथ सेक्स?"
लोलू- "मैंने अवी के जिम में सिर्फ आधी-आत्मा निकाली है, पूरी नहीं समझे? और जैसे ही तुम उसके जिम में जाओगे, तुम सब भूल जाओगे। सिर्फ दो चीज के अलावा वो ये की मैं तुम्हारा लण्ड ऐसा बनाऊँगा जिससे तुम जिसके साथ भी सेक्स करोगे उसके जिश्म से खून निकलेगा और तुम्हारा लण्ड उसे चूस लेगा। जिससे जब तुम इन चारों के साथ सेक्स करोगे तब तुम्हें सब पता चल जाएगा। और तुम्हें बनाया ही दुनियां को गुलाम बनाने के लिए है तो तुम जब भी ऐसा कुछ सुनोगे तो तुम्हें ये बात याद आ जाएगी समझे? रही बात इनकी तो इसका मैं कुछ सोच ही लूँगा.."
ऐसे ही टाइम बीतता जाता है। अब ये बो टाइम था जब जीत राज को मारकर लोलू के पास गया और बोला "मुझे भी कुछ शक्ति चाहिए..."
तब लोलू के पास इतनी शक्ति नहीं थी, तो उसने एक पिशाच से उसको अपनी आधी शक्ति देने को कहा। जिसे लेने के बाद लोलू में उसे एक सम्मोहन मंत्र भी दिया, जिसकी कभी भी जरूरत पड़ सकती थी। फिर राज की जगह उसके घर चला गया तो रति उसके इर से आकर गलें मिली। लेकिन रंजीत तो नहीं जानता था ना की रति के गले लगते ही राज उसे हल्के से गले लगकर उसके सिर पे हाथ घुमाता था। लेकिन रंजीत रति को कसकर चुपके से एक हाथ को उसकी गाण्ड में लेजाकर दबाने लगा। जिसमें रति को झटका लगा। क्योंकी उसकी शादी से पहले और बाद में 4 बच्चों के होने के बाद भी राज ने कभी ऐसा नहीं किया था।
जिससे रति अपने आपको उससे अलग करने की कोशिश करने लगी, तो रंजीत को भी लगा की उससे गलती हो गई है। रति उसमें कोई सवाल करें या शोर मचाए, उससे पहले ही रंजीत ने मंत्र को बोला। जिससे रति रंजीत के सम्मोहन में आ गई। तभी तो लोलू के कहने पे वो रति के साथ कुछ नहीं किया। पर अपनी सेक्रेटरी मोना के साथ तो करता ही था, जिसका पता रति को भी था। और इस मंत्र से इंसान सम्मोहन में होने से भी नार्मल हो लगता है।
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