RE: Thriller Sex Kahani - हादसे की एक रात
तभी एकाएक भीड़ में शोर-शराबा सा हुआ और फिर जोर-जोर से सायरन बजाती एक पुलिस जीप घटनास्थल पर आकर रुकी ।
फिर देखते-ही-देखते इंस्पेक्टर योगी अपने पूरे दल-बल के साथ जीप में से कूदा ।
इंस्पेक्टर योगी सत्ताइस-अट्ठाइस साल का एक हृष्ट-पुष्ट नौजवान था । वह इतने दबंग व्यक्तित्व का मालिक था कि अण्डरवर्ल्ड के बड़े-बड़े गुण्डों की उसके नाम से रुह कांपती थी, अपने इसी रौब-दाब के कारण ही वो अभी नया-नया ही सब-इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर बना था और फ्लाइंग स्क्वॉयड के उस दस्ते से सम्बन्धित था, जो सिर्फ हत्या वाले केसों की तफ्तीश करता है ।
इंस्पेक्टर योगी को देखते ही भीड ‘खाई’ की तरह फट गयी । उसके व्यक्तित्व से राज भी प्रभावित हआ और उसके दिल-दिमाग में एक ही सवाल नगाड़े की तरह बजने लगा-
“अब क्या होगा ?”
“अब क्या होगा ?”
उधर योगी जैसे ही अपने सहयोगियों के साथ लाश के नजदीक पहुँचा, तुरन्त एक हवलदार के मुँह से निकला- “अरे यह तो चीना पहलवान है साहब ।”
“च...चीना पहलवान ।”
“वही चीना पहलवान साहब ।” हवलदार बोला- “जो पहले अखाड़े में जाकर पहलवानी करता था, लेकिन फिर धीरे-धीरे जुर्म के पेशे में आ गया और खून-खराबा करने लगा, दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड में इसका नाम काफी ऊपर है साहब ।”
“क...कहीं यह वही चीना पहलवान तो नहीं !” इंस्पेक्टर योगी जल्दी से बोला- “जिसका कई डकैतियों में भी हाथ था ?”
“बिल्कुल सही अंदाजा लगाया साहब, यह वही चीना पहलवान है ।”
“ओह...ओह ।”
इंस्पेक्टर योगी अब धीरे-धीरे स्वीकृति में गर्दन हिलाने लगा ।
उसके बाद पुलिस ने सबूत जुटाने और पंचनामा बनाने की तैयारी शुरू कर दी थी ।
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