RE: Gandi Sex kahani दस जनवरी की रात
"बिल्कुल ठीक ! यह भी कि गोली उसी जगह लगेगी, जहाँ इस शख्स के लगी हुई है । वह अपनी जगह से एक इंच भी नहीं हिला । कुर्सी के पुश्ते से उसका सिर उसी पोजीशन में है । वह उसी स्थिति में मरा है । उसने रिवॉल्वर का ट्रिगर दबाया, गोली चली और सीधा उसके मस्तक को फोड़ती चली गई ।"
"लेकिन उसने रिवॉल्वर का ट्रिगर दबाया कैसे ?"
"रबड़ की इस डोरी से ।" रोमेश में एक पतली डोरी दिखाई, "यह डोरी इस मेज के नीचे पड़ी थी । उसने डोरी का एक सिरा ट्रिगर पर मिलाया, दूसरा सिरा खुद पकड़कर धीरे-धीरे डोरी खींची । जैसे ही तनाव बढ़ा, डोरी ने ट्रिगर दबा दिया । गोली चलने पर रिवॉल्वर को झटका लगा । साथ ही डोरी का बंधन भी ट्रिगर से छूट गया, रिवॉल्वर नीचे गिर गई और मृतक के मरते ही डोरी का दूसरा सिरा उसके हाथ से भी निकल गया । धमाके की आवाज सुनकर तुरन्त ही हीरालाल अन्दर आया और बाकी वही हुआ, जो वह कहता है ।"
"ओ रियली ! यू आर जीनियस मैन रोमेश ! इस सारे मामले ने मेरे तो छक्के ही छुड़ा दिये । मगर इस शख्स ने आत्महत्या की यह तरकीब क्यों सोची और यह बिसात पर बिछे मोहरे, दो गिलास, व्हिस्की की बोतल यह सब क्या है ?"
"मरने से पहले उसने यह कौशिश की कि यह मामला कत्ल का बन जाये और शायद यह भी सोच लिया था कि हीरालाल पकड़ा जायेगा, हीरालाल ने डोर नॉक किया तो वह मरने के लिए तैयार बैठा था ।"
"मगर वजह क्या हो सकती है ?"
"वजह तुम तलाश करो, क्या सब कुछ मैं ही करता फिरूंगा । कुछ तुम भी तो करके दिखाओ माई डियर पुलिसमैन ।"
इतना कहकर रोमेश ने दरवाजा खोला और बाहर निकला चला गया ।
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