RE: Gandi Sex kahani दस जनवरी की रात
अदालत में खलबली शांत हुई, तो कमलनाथ को कटघरे में लाया गया और कमलनाथ को भी गीता की कसम दिलाई गई ।
"सेठ कमलनाथ, उचित होगा कि आप स्वयं अदालत को सब कुछ बता दें, क्योंकि अब आपका खेल खत्म हो गया है ।"
"मैं दिवालिया हो गया था ।" कमलनाथ ने बोलना शुरू किया, "तीन महीने से मेरी फैक्ट्री में ताला पड़ा था । स्टाफ को वेतन नहीं दे पा रहा था और वह लोग मुझे कोर्ट में घसीटने की धमकियां दे रहे थे । ट्रेड यूनियन्स उनकी पीठ पर आ खड़ी हुई थी । उनको मेरी हालत का अन्दाजा भी न था कि मेरी सारी प्रॉपर्टी गिरवी पड़ी है । उस रात मैं बहुत परेशान था और अचानक वह हादसा हो गया, कोई शख्स आत्महत्या के इरादे से रात के अन्धेरे में सड़क के किनारे खड़ा शायद किसी वाहन की प्रतीक्षा कर रहा था और अचानक हमारी कार के आगे कूद गया, उसकी मौत हो गई ।"
इतना कहकर वह कुछ क्षण के लिए रुका ।
"संयोग से उसकी कदकाठी मेरे जैसी थी । मेरे दिमाग में तुरन्त एक ख्याल आया, अगर मेरी मौत इस तरह हो जाती, तो मुझे पचास लाख रुपया मिल सकता था । यह रकम मुझे इंश्योरेंस से मिल सकती थी । उधर सोमू को अपनी बहन की शादी के लिए एक लाख रुपये की जरूरत थी । मैंने पहले तो लाश को अपने कपड़े वगैरा पहनवाये, फिर सोमू से सौदा कर लिया कि उसे क्या करना है । अगर मैं खाली एक्सीडेन्ट दिखाता हूँ, तो तफ्तीश में शायद यह भेद खुल जाता । इसलिये मैंने उसे कत्ल का नाटक बनाकर पेश कर दिया और सोमू मुलजिम बनने को तैयार हो गया । उसके इकबाले जुर्म करने से पुलिस भी अधिक झंझट में नहीं पड़ी और इंश्योरेंस की रकम भी मुझे मिल गई । मैं कुछ दिन के लिए मुम्बई से बाहर अपने बहनोई के गाँव वाले मकान में रहने चला गया और काम होने पर रकम सोमू के घर पहुंचाने का निर्देश भी दे दिया था । लेकिन बेंकट करुण पकड़ा गया और फिर मेरा सारा भांडा फूट गया ।"
"दैट्स आल योर ऑनर ! यह है असली वाकया, आप चाहें तो सेठ कमलनाथ की शिनाख्त करवा सकते हैं । कहीं मेरे वकील दोस्त राजदान, कमलनाथ को भी फर्जी न कह बैठे ।"
अदालत में बैठे लोगों ने तालियां बजाकर उसका उत्साहवर्धन किया ।
अगले दिन अखबारों में रोमी सुर्खियों में था ।
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