RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
विशाल सोफे पर बैठा हुआ था। जैसे ही उसकी नजर आरोही की तरफ पहुँचती है। विशाल को झटका सा लगता है। विशाल अपनी नजरें वहां से हटाना चाह रहा था, मगर जाने क्यों बार-बार नजर वहीं जा रही थी।
आरोही भी इस बात से बेखबर भी, और अपने बाल सवार कर जैसे ही पलटती है, विशाल को अपनी और घरते पाती हैं। विशाल भी एकदम से अपनी नजरें हटा लेता है। आरोही भी आकर विशाल के बराबर में बैठ जाती है।
और दोनों पढ़ाई में बिजी हो जाते हैं।
शाम के 7:00 बज चुके थे। आराही चाय बनाने किचन में चली जाती है। तभी विशाल के फोन पर मम्मी का फोन आता है।
आरोही- भैया लीजिए चाय।
विशाल- आरोही।
आरोही- जी भैया।
विशाल- अभी मम्मी का फोन आया था। मामा प्रिया की शादी अपने यहां धूम धाम से करने को कह रहे हैं, और हम दोनों को भी बुलाया है।
आरोही- वाउ... भैया फिर तो बड़ा मजा आयेंगा। कब निकालना है हमें?
विशाल- "सुबह 7-8 बजे तक निकल जायेंगे। तुम एक काम करो, अभी कपड़े तैयार कर लो और बैग भी पैक कर लेना। मैं होटल से खाना ले आता हैं.'
आरोही. जी भैया ठीक है।
विशाल जैसे ही बाइक स्टार्ट करता है आरोही दौड़ कर आती है।
आरोही- भैया, मार्केट से प्रिया- के लिए कोई गिफ्ट लेते आना।
विशाल- "अच्छा ठीक है ले आऊँगा.." और विशाल मार्केट चला जाता है।
आरोही अपने और विशाल के कपड़े तैयार करने लगती हैं। और ही आरोही को करीब एक घंटा गुजर जाता है। तभी विशाल की बाइक की आवाज आती है और आरोही उठकर दरवाजा खोलती है। फिर दोनों मिलकर खाना खाते हैं। रात के 9:00 बज चुके थे। आरोही बर्तन उठाकर किचेन में चली जाती है, और विशाल उठकर ऊपर चला जाता है और बेड पर लेटकर अपने मोबाइल पर राज की आईडी लोग इन करता है।
आरोही अभी किचेन में बर्तन साफ कर रही थी। करीब आधे घंटे बाद आरोही किचेन से काम निबटा कर बाहर आती है। रात के 9:30 बज चुके थे। आरोही मम्मी के गम में पहुँच कर अपने मोबाइल पर चैट रूम खोलती है। राज के दो मेसेज़ आय हए थे।
राज- हेला आरोही।
राज- क्या आज आनलाइन नहीं आओगी?
फिर आरोही मेसेज़ टाइप करती है- "हेलो राज हाऊ आर यू?
राज- आई आम फाइन। तुम बताओ? मैं काफी देर में तुम्हारे आनलाइन होने का इंतजार कर रहा था।
आरोही- अच्छा। में किचन में बिजी थी।
राज- ओह।
आरोही- अच्छा बताओ क्या बात करनी थी मुझसे?
राज- वेरी सारी। तुमसे बातें करना बड़ा अच्छा सा लगने लगा है।
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