RE: Free Sex Kahani लंड के कारनामे - फॅमिली सागा
मेरे लंड पर चाची बुरी तरह से उछल रही थी, जैसे किसी घोड़े की सवारी कर रही हो, उनकी चूत बड़ी मजेदार थी, वो ऊपर नीचे भी हो रही थी और बीच-२ में अपनी गांड घुमा -२ कर घिसाई भी कर रही थी.
जल्दी ही मेरे लंड की सवारी करते हुए चाची झड़ने लगी, आआआआआआअह्ह्ह मैं आयीईईईईईईईईइ ,,,,, उनके रस ने मेरे लंड को नहला दिया.
मेरा लंड भी आखिरी पड़ाव पर था, उसने भी बारिश होते देखी तो अपना मुंह खोल दिया और चाची की चूत में पिचकारियाँ मारने लगा.
ऋतू से भी चाचू के झटके ज्यादा बर्दाश्त नहीं हुए, वो तो अपने चाचू का लंड अपनी चूत में लेकर फूली नहीं समां रही थी, उसने भी जल्दी ही झड़ना शुरू कर दिया, चाचू ने भी दो चार जोर से झटके दिए और अपना रस अपनी भतीजी की कमसिन चूत में छोड़ दिया, फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकला और ऋतू के चेहरे के सामने कर दिया, ऋतू ने बिना कुछ सोचे उनका रस से भीगा लंड मुंह में लिया और चूस-२ कर साफ़ करने लगी.
चाची भी मेरे लंड से उठी और खड़ी हो गयी, उनकी चूत में से हम दोनों का मिला जुला रस टपक रहा था, वो थोडा आगे हुई और मेरे पेट पर पूरा रस टपका दिया, फिर नीचे उतर कर मेरे लंड को मुंह में भरा और साफ़ कर दिया, फिर अपनी जीभ निकाल कर ऊपर आती चली गयी और मेरे पेट पर गिरा सारा रस समेट कर चाट गयी.
ऋतू ने भी अपनी चूत में उँगलियाँ डाली और चाचू का रस इकठ्ठा करके चाट गयी.
"ये क्या हो रहा है????????????" दरवाजे की तरफ से आवाज आई...
हमने देखा तो नेहा वहां खड़ी थी, अपने चेहरे पर आश्चर्य के भाव लिए.
*****
हम सभी की नजर दरवाजे पर खड़ी नेहा पर चिपक सी गयी, मैं, ऋतू, आरती चाची और अजय चाचू सब नंगे हुए एक दुसरे को चाट और चूस रहे थे, और थोड़ी ही देर पहले हम सबने चुदाई भी की थी, ना जाने कब से नेहा ये सब देख रही थी, मेरी और ऋतू की तो कोई बात नहीं पर चाचू और चाची की शक्ल देखने वाली थी, उन्होंने सोचा भी नहीं था की उनकी बेटी उन्हें "नंगे" हाथों पकड़ लेगी.
मैंने गौर से देखा तो नेहा का ध्यान चाचू के लंड पर ही था और उसके चेहरे पर अजीब तरह के भाव थे, मैं समझ गया और उठ खड़ा हुआ.
मैं : "देखो नेहा, तुमने तो वैसे भी अपने मम्मी-पापा को हमारे मम्मी पापा के साथ नंगा देख ही लिया है उस शीशे वाली जगह से, और आज हालात कुछ ऐसे हुए की हमें चाचू चाची को अपने राज में शामिल करना पड़ा." और फिर मैंने सारी बात विस्तार से बता दी नेहा को.
चाचू और चाची ने जब ये सुना की नेहा ने भी उन्हें दुसरे कमरे में रंगरेलियां मानते हुए देखा है तो वो थोडा शर्मिंदा हो गए पर फिर उन्होंने सोचा की जब उसे पता चल ही गया है तो क्यों न उसे भी इसमें शामिल कर लिया जाए. आरती चाची जानती थी की नेहा अपने स्कूल में लड़कों को काफी लिफ्ट देती है और उसने कई बार नेहा को उसके रूम में एक साथ पढाई कर रहे लडको के साथ चुमते-चाटते भी देखा था, उन्होंने अजय की तरफ देखा और आँखों-२ में कुछ इशारे करे, फिर वो आगे आई और नेहा का हाथ पकड़ कर वहीँ बेड पर बिठा लिया.
|