RE: Antarvasnax शीतल का समर्पण
जब विकास ब्रेकफास्ट करने बैठा तो शीतल बोली- "कल वसीम चाचा से बात हुई थी..."
विकास नाश्ता करने में बिजी रहा। उसने सुना ही नहीं, क्योंकी उसे लेट हो रहा था तो वो अपने ही ख्यालों में खोया था। शीतल फिर से बोली तो भी विकास का कोई रिएक्सन नहीं हुआ। शीतल को गुस्सा आ गया की वो इतनी इंपाट बात कर रही है और ये सुन भी नहीं रहा है।
शीतल इस बार जोर से बोली- "तुम सुन नहीं रहे हो विकास.."
विकास ने हड़बड़ा कर उसकी तरफ देखा और पूछने के अंदाज में- "हैं.." क्या।
शीतल बोली- "मैं वसीम चाचा से चुदवाना चाहती हूँ..." शीतल एक ही सांस में फाइनल बात बोल गई।
विकास का हाथ रूक गया। वो प्रश्न और आश्चर्य भरी नजरों में शीतल को देखने लगा। वो बोल नहीं पाया क्योंकी उसका मुह भरा हुआ था रोटी से।
शीतल फिर बोली- "वसीम चाचा से बात हुई। अगर तुम उन्हें बोल दो की वो मुझे चोद सकते हैं तो फिर उन्हें कोई प्रोबलम नहीं है..."
विकास ने खाना निगल लिया और बोला- "अचानक... कभी कुछ बोलती हो कभी कुछ.. अब क्या हुआ?"
अब शीतल क्या बताती की वो खुद को रोक नहीं पाती? वसीम के बारे में सोचते ही उसकी चूत गीली हो जाती हैं। वो चाहती है की खूब चुदे वसीम से, लेकिन वसीम है की बिना विकास के बोले उसे चोद ही नहीं रहा। वो तो रोज कोशिश करती है लेकिन बही नहीं चाहते तो अब तुम उन्हें बोल दो फिर मैं उनसे छिनाल बनकर चुदूंगी।
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शीतल बोलना स्टार्ट की की तब तक विकास का नाश्ता खतम हो चुका था। वो हड़बड़ी में उठा और बोला की रात में आता हूँ तो बात करता हूँ। शीतल बेचारी बहुत उदास हो गईं। एक मिनट की बात थी की विकास वसीम चाचा को बोल देता फिर मैं आराम से अभी ही चुद लेती। वो जाने की तैयारी कर रहा था।
शीतल से रहा नहीं गया, वो बोली- "विकास वो बहुत परेशान हैं...'
विकास अपने बैग में डाक्यूमेंट्स रखता हुआ बोला- "रात में बोलता हूँ ना जान..."
शीतल- "इसमें बात क्या करना है। कहीं तुमने अपना इरादा तो नहीं बदल लिया? मैं उन्हें बोल चुकी हूँ की तुम्हें काई परेशानी नहीं है और तुमने मुझे पमिशन दे दिया है। मैं नहीं चाह रही थी। उन्हें कोई दिक्कत नहीं है."
विकास- "कोई इरादा नहीं बदला है। अभी देर हो रही है इसलिए बोला की रात में आता है तो बोलता हूँ."
अब भला शीतल पूरा दिन कैसे गुजारती? उसकी चूत बगावत कर रही थी। शीतल बोली- "तुम्हें उनकी हालत का अंदाजा नहीं है इसलिए तुम ऐमें बोल रहे हो। एक मिनट लगेगा और इसके लिए तुम्हारे पास टाइम नहीं है। उनकी भी जिद है की बिना तुम्हारी पमिशन के वो मुझे नहीं चोदेंगे और तुम्हारे पास टाइम ही नहीं है.."
विकास कुछ नहीं बोला और अपने बैग को लेता हुआ बाहर चलने लगा- "बाई जान, लव यू..." बोलता हुआ वो बाहर जाने लगा।
शीतल अपना मोबाइल लेकर दरवाजा पे आकर बोली- "इसमें काई करके बोल दो, इसमें तो टाइम नहीं लगेगा..."
विकास रुक गया और शीतल के हाथ से मोबाइल ले लिया। उसने रेकार्डर ओन किया और बोला- "वसीम चाचा, आप शीतल के साथ सेक्स कर सकते हैं, मुझे इसमें कोई परेशानी नहीं है.." कहकर विकास ने शीतल के हाथ में मोबाइल पकड़ा दिया और बाहर निकल गया। वो गुस्से में था।
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