Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की
09-02-2021, 04:03 PM,
RE: Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की
दोनों के गुलाबी ओंठो में नुरा कुस्ती फिर से शुरू हो गयी | दोनों कमर के नीचे बस पैंटी में अपने गोर बदन को ढकने की नाकाम कोशिश कर रही थी | दोनों के भारी भरकम मांसल बड़े बड़े चूतड़ कमरे की रोशनी में अलग ही दमक रहे थे | दोनों एक दुसरे से चिपकी एक दूसरे में गुथमगुथा एक दुसरे को बेहताशा चूम रही थी |

धीरे धीरे दोनों का एक एक हाथ एक दूसरे के चूतड़ पर फिसलने लगा दोनों एक-दूसरे के बड़े मांसल चूतड़ों को अपनी हथेली में भरकर के मालिश कर रही थी उसे रगड़ रही थी उसे सहला रही थी और एक दूसरे के होठों को चिपकाए हुए एक दूसरे के होठों का रस पी रही थी दोनों की आंखों में इस समय हवस का नशा पूरी तरह नजर आ रहा था और दोनों अपने रिश्ते की मर्यादा को टाक पर रखकर एक दूसरे की बाहों में समाकर एक दूसरे के बदन को आपस में रगड़ रही थी और अपनी जवानी को और ज्यादा भड़का रही थी दोनों के अन्दर की दबी हुई वासना अब उफान मारने लगी थी | रोहिणी की जांघे रीमा की जांघो के बीच धंसी उसकी जांघो से रगड़ खा रही थी | एक दुसरे से रगड़ते बदन से दोनो के बदनो में गर्मी बढ़ने लगी थी | छाती से छाती रगड़ रही थी पेट से और पैंटी से पैंटी रगड़ खा रही थी | दोनों की पैंटी में कैद उनके स्त्रीत्व का अभिमान उनकी गुलाबी कसी हुई चूत में हलचल होने लगी थी | उसकी चूत की सुरंग में होने वाली हलचल की तरंगे अब दोनों के दिलो दिमाग तक पंहुचने लगी थी | दोनों आपस में इस कदर वासना में डूब चुकी थी की उन्हें अहसास ही नहीं था की उन्ही से चंद कदम दूर कोई और इन्सान भी है जो उनकी इस नुरा कुश्ती की सिसकारियां सुनकर जाग सकता है | रोहिणी ने रीमा की स्तनों पर अपने हाथ जमा दिया |
मेरिउसकी आँखों में एकटक देखते हुए रोहिणी - बता मेरी कट्टो रानी, कैसा लग रहा है | रीमा ने आत्मीयता से आंखे से इशारा किया |
रोहिणी ने उसकी चुन्ची को जोर से मसलते हुए - बोल न मेरी कट्टो रानी, मजा आ रहा है और जोर से रगडू |
रीमा इस मीठे दर्द से हलके से चीख उठी - आआआआआअह्हह्हह्हह्हह्हह |
रोहिणी - मजा आ रहा है मेरी परी को और जोर से मसलू | इतना कहकर उन्होंने और जोर से निप्पल मसल दिया |
रीमा की इस बार चीख निकल गयी - आआआआऐईईईई दीदी दिद्द्दद्द्द |
रीमा ने भी अपने हाथो में रोहिणी के स्तनों को भर लिया और मसलने लगी | रीमा और रोहिणी के गरम बदन में अब हलचल बढ़ने लगी थी | लगातार एक दुसरे का मर्दन करने से उसकी चूत में गीलापन आना शुरू हो गया था | रीमा ने रोहिणी के बड़े बड़े सुडौल स्तनों पर से हाथ हटाया और उसके टॉप में उंगली फंसाकर उसे ऊपर को खीचने लगी | कमरे के बाहर अंधेरा था और कमरे के अंदर रोशनी भरपूर थी इसलिए कमरे के बाहर से अगर कोई देखता तो कमरे के अंदर का वह वासना का नंगा नाच का नजारा साफ-साफ देख सकता था रीमा और रोहिणी एक दूसरे की बाहों में समाए हुए थी | दोनों की जुल्फे बिखरी हुई थी, दोनों एक दुसरे से चिपकी हुई थी, दोनों एक दुसरे को चूम रही थी |

दोनों के भारी भारी गोरे गोरे गुलाबी मांसल चूतड़ बस एक पतली सी पैंटी से ढके हुए थे बाकी सब कुछ उसका साफ साफ दिख रहा था ऊपर उसने टॉप पहनी हुई थी | दोनों अब मदहोश होने लगी थी रीमा को तो पहले से होशो हवास नहीं था वह अपनी वासना में इस कदर खो गई थी कि आसपास का उसे होश ही नहीं रहा था वह बेतहाशा रोहिणी को चूम रही थी उसका यह किसी औरत के साथ पहला अनुभव था और इसीलिए उसके अंदर की उत्तेजना अब लगातार उफान मार रही थी वह बेतहाशा उन्हीं को चूमे जा रही थी और उसके उसके चूतड़ों को सहला रही थी उसके बाद रोहिणी ने अपने हाथो को उठाते हुए रीमा के चूतड़ों पर जमा दिया और उसको अपनी जांघों की गिरफ्त में ले लिया | रीमा भी रोहिणी की गिरफ्त में समाती चली गई | धीरे-धीरे रोहिणी बिस्तर पर लेट गई और रीमा उसके ऊपर आ गई थी रोहिणी ने अपनी दोनों जांघों को कसकर रीमा की कमर के ऊपर सटा दिया था जिससे कि रीमा रोहिणी की जांघों की सख्त गिरफ्त में पूरी तरह से बंध गयी हालांकि दोनों के होंठ एक दूसरे से अभी भी चिपके हुए थे और लगातार दोनों एक दूसरे को चूम रही थी

अब रीमा धीरे-धीरे अपने शरीर को झटके देकर रोहिणी को चूम रही थी रोहिणी भी रीमा की गर्दन पर हाथ रख कर के उसको तेजी से अपनी ठेल रही थी और रीमा के लगने वाले झटकों से दोनों एक दूसरे से कस के रगड़ खा रहे थे और दोनों के बदन की गर्मी अब पसीने में बदलने लगी थी | दोनों की सांसो में तेजी थी, धड़कने धक धक कर रही थी और नाक से निकलने वाली गरम भाप एक दुसरे के चेहरे को तपा रही थी | दोनों की उत्तेजना अपने अपने उफान पर की तरफ बढ़ने लगी थी दोनों गर्म गर्म सांसे एक दूसरे में घुलने लगी थी उनके बदन की गर्मी से निकलने वाला पसीना उसके जिस्उमो को गीला करने लगा | रीमा की जुल्चाफे चारों तरफ बिखरी हुई थी और रोहिणी बार-बार उन्हें संभालती लेकिन रीमा की उत्तेजना कुछ ज्यादा ही थी और वह रोहिणी पर ऐसे टूटे पड़ रही थी जैसे कई दिन की भूखी शेरनी खाने पर टूट पड़ती है | रीमा लगातार अपनी कर हिलाकर अपने चूत वर्जित चूत त्रिकोण को रोहिनई के चूत त्रिकोण पर रगड़ रही थी | पैंटी के ऊपर सी ही दोनों की खूबसूरत चूत की घाटी आपस में रगड़ खा रही थी | रोहिणी भी लगातार रीमा के होठों से को चूम रही थी उसके चेहरे को चाट रही थी और उसके बदन को सहला रही थी | उसके बाद रोहिणी रीमा को बांहों में भरे भरे उलटा हो गयी | अब रीमा नीचे थी और रोहिणी ऊपर | उसने रीमा को चूमना शुरू किया था रोहिणी का हाथ रीमा की कमर पर उसको पकड़ के अच्छे से उसे अपने जिस्म की तरफ ठेल रहा था | इसी बीच रोहिणी ने रीमा को बिस्तर पर उलटा लिटा दिया | उसकी छातियाँ बिस्तर में धंस गयी और उसके मांसल भारी भरकम चूतड़ ऊपर को हवा में उठ गए | रोहिणी अब तक रीमा के हाथो में खेल रही थी उसे लगा अब उसे भी तेजी दिखानी चाहिए और रीमा के जिस्म में उफान मरती उसकी वासना की आग को ठंडा करने का कुछ इंतजाम करना चाहिए | उसने रीमा के चुताड़ो को मसलते हुए उसकी पैंटी को नीचे खिसका दिया | रीमा की वर्जित गुलाबी चूत घाटी बेपर्दा हो गयी | हमेशा की तरह खूबसूरत दमकती चमकती उसकी गुलाबी चूत अपनी ओंठो की सख्त जकड़न से पूरी तरह बंद थी | उसकी चूत पर नजर डालते ही रोहिणी के अन्दर इर्ष्या और खुसी दोनों एक साथ दौड़ गयी | वो रीमा की चूत की खूबसूरत बनावट से जलन खा रही थी लेकिन उसकी अपनी सगी भौजाई इतनी खूबसूरत है ये सोचकर ख़ुशी के मारे फूले नहीं समां रही थी और उसे उसकी खूबसूरती न केवल देखने को मिल रही है बल्कि भोगने को भी मिल रही है | उसके हाथ की उंगलिया रीमा की उस वर्जित घाटी में उतर चुकी थी | रीमा की अन्दर उमड़ रहे वासना के तूफ़ान को अब चूर चूर करने का टाइम आ गया था और रोहिणी जानती थी अब रीमा को क्या चाहिए | अब उसे न कोमल स्पर्श की जरुरत है न जादुई चुम्बन की | रीमा वो दौर लांघकर आगे आ चुकी थी | उसके तपते बदन की गर्मी ये बताने की लिए काफी थी की रीमा अब उत्तेजना से पूरी तरह से नहा चुकी है | उसकी चूत से निकलने वाले चूत रस ने उसके ओंठो को भिगो दिया था | रोहिणी ने अपनी सारी उंगलियों को उससे गीला किया | रोहिणी ने अपनी कोमल उंगलियों का स्पर्श एक दो बार रीमा के चूत के ओंठो पर किया और फिर उसकी चूत की दरार पर एक गीली उंगली फिराई | रीमा वासना में सिसक उठी | रोहिणी समझ गयी रीमा को क्या चाहिए | रोहिणी से कसकर रीमाकी चूत को मसलना चालू कर दिया, जीतनी तेज जीतनी ताकत से मसल सकती थी वो अपना हाथ रीमा की चूत घाटी में हिलाने लगी | रीमा के मुहँ से सिसकारियो की बौछार फुट पड़ी | रीमा ने मुठ्उठिया भींच ली और कसकर बेड की चादर को जकड लिया | रीमा के मुहँ से निकलने वाली तेज सिसकारियो से कमरा गुजने लगा | रोहिणी सतर्क हो गयी उसे लगा ऐसे तो रीमा पुरे घर को जगा कर रख देगी | उसने झट से अपना एक हाथ से रीमा के मुहँ को दबा लिया | अब उसकी चूत के ओंठो और दाने के तेज रगड़न से उसकी चूत में उठने वाली वासना की तरंगो के दिलो दिमाग तक तक पंहुचने से निकलाने वाली सिसकारियां मुहँ में ही घुटकर रह जा रही थी | रीमा कराह रही थी तड़प रही और अपने अन्दर ही उस तड़प को घोटे ले रही थी | रोहिणी ने अपने हाथ की तेजी बरक़रार रखी, उसके दूसरे हाथ ने सख्ती से रीमा का मुहँ बंद कर रखा था | रोहिणी रीमा के कान में कुछ बडबडा रही थी जो रीमा के बिलकुल भी समझ नहीं आ रहा था | बेताह्सा गुलाबी चूत रगड़े जाने से उसके अन्दर उठने वाली तरंगो ने उसके तन बदन में आग लगा दी और वो उसे मुहँ की सिकरियो के जरिये बाहर भी नहीं निकाल पा रही थी जब उससे रहा नहीं गया तो उसने रोहिणी का हाथ खीच लिया | रोहिणी ने उसके मुहँ पर से पकड़ ढीली कर दी, रीमा तेजी से हांफते हुए लम्बी साँस लेने लगी और खुद को नियंत्रित करने लगी |

अपने चूत दाने और चूत के ओंठो होठों पर खेलती फिसलती हुई तेज उंगलियों के कारण रीमा से जैसे पागल सी हो गई थी लेकिन रोहिणी को पता था कि क्या करना है उसने लगातार रीमां की चूत के चूत दाने को कसकर मसलना जारी रखा रीमा के अंदर से उठाने वाली कामुक तरंगो की मादक सिसकारियां उसके मुहँ में आकर घुट जा रही थी रीमा ने कसकर अपने ओंठ भींच रहे थे ताकि उसकी दबी वासना की कामुक आवाज कमरे के बाहर के बाहर न जा पाए |

रीमा तो अपनी चूत के इस तरह से रगड़े जाने के कारण जैसे पागल सी हो गई थी उसे लगा कि अब उससे रहा नहीं जाएगा इसलिए उसने झट से अपने आप को पलट लिया और रोहिणी के गुलाबी ओंठो से अपने गुलाबी ओंठ सटा दिए |

उसने अपनी लंबी जुबान निकाली और रोहिणी के मुहँ में ठेल दी | रोहिणी अपने मुहँ में उसकी गीली जीभ लेकर उसके चूसने लगी | दोनों ने एक दुसरे के गले में बाँहे डाल दी और एक दुसरे के ओंठो से फिर से अपने ओंठ सटा दिए | अब दोनों एक दुसरे के आगोश में थी | दोनों की बिखरी हुई जुल्फे उन्ही के पसीने से नहाये बदन पर चारो तरफ बिखरी हुई थी | दोनों की गुलाबी जवानी एक दूसरे से टकरा रही थी दोनों की गरम पसीने से नहाये बदन एक दूसरे से चिपके हुए थे | दोनों की गर्म सांसे एक दूसरे में घुल रही थी दोनों के गुलाबी जीभे एक दूसरे के गुलाबी ओंठो को चीर कर एक दुसरे के मुहँ में समां जाने को आतुर थी | दोनों के नरम बदन एक दूसरे का जादुई स्पर्श पाकर के आनंद में डूबे जा रहे थे | दोनों के अंदर की अनछुई वासना, एक औरत का दूसरी को स्पर्श, एक दूसरे की गहराई में इस तरह जाना | दोनों के आनंद की कोई सीमा नहीं थी |
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasnax दबी हुई वासना औरत की - by desiaks - 09-02-2021, 04:03 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,461,373 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 539,923 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,216,088 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 919,649 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,630,219 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,062,043 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,919,014 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,951,237 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,991,015 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,108 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)