RE: Antarvasnax काला साया – रात का सूपर हीरो
(UPDATE-56)
खलनायक : खलनायक कोई चूहा नहीं जो अंडरग्राउंड हो जाए…पता करो वो इंस्पेक्टर कौन है?
स्साहीब साहेब…एक गुंडा आया जिसके हाथ पाओ पट्टी से बँधे थे…ऊसने बताया की ऊसने ऊस इंस्पेक्टर का पिक लिया जैसे उसे होश आय फौरन हॉस्पिटल से यहां चला आया “उम्म्म इसका मतलब साफ है की वो लड़की रोज़ और वो लड़का एक दूसरे को अच्छे से जानते है और काफी हुनरबाज़ भी है तभी तो हमारी फौज पे ही वो भारी पड़े”……..खलनायक का शातिर दिमाग टांका
खलनायक ने वो मोबाइल पिक्चर ड्केही…दो तीन पिक थे कुछ तो ज्यादा ब्लर हो गये थे पर एक पिक साफ थी…”हम क्या नाम है इसका? शकल थोड़ी थोड़ी पहचान में नहीं आ पा रही साफ नहीं है”…..खलनायक ने गुस्से से गुंडे को देखते हुए बोला…”साहेब ये पिक भी तो चुपके लिया था…वैसे उसका नाम इंस्पेक्टर हाँ इंस्पेक्टर देवश चटर्जी है”…….खलनायक का दिमाग ठनक गया….”क्या? अच्छा अच्छा”…..तो इसका मतलब इस देवश मिया के अंदर कोई रहस्य है उसे रोज़ के लिए जाओ ले आओ उसे यहां मैं उसे 24 घंटों के अंदर यहां पेश चाहता हूओ”………खलनायक के आर्डर को फॉलो करते हुए गुंडा निकल गया
खलनायक : और हाँ एक काम और करो? एक कमसिन लौंडिया को पेश करो…आज काला लंड के भूख वही शांत कर सकती है…वरना उसे आउट ऑफ कंट्रोल होने से कोई नहीं बच्चा पाएगा
खलनायक के सनकी हँसी को सुनते हुए निशानेबाज़ भी तहाका लगाकर हस्सता है…जल्द ही कमरे के भेतर एक लड़की को फैक दिया जाता है…उसे देखते ही काला लंड घुर्राने लगता है…लड़की एकदम ज़ोर से उसे देखकर सहेंटे हुए पीछे होने लगतीई है…और फिर उसके बाद काला लंड उसके बालों से उसे पकड़कर उसके होठों पे दाँत बिताके कांट लेता है…दर्दनाक बेरहेमी का यह तमाशा खलनायक गौर से देखते हुए बस तहाका लगाकर हस्सता है.
“व्हातत्त नॉन्ससेंसी?”……कमिशनर गिलास का पनई पीट हुए देवश की ओर्देखते हुए कहते है “तुम्हारी जान ऊस रोज़ ने बचाई ऊस चोर ने”………कमिशनर ने देवश की सारी बातों को सुनते हुए कहा
देवश : सर मैं सच कह रहा हूँ मुझपर जानलेवा हमला हुआ है…और इसमें हाथ खलनायक का है…और रोज़ नहीं होती तो मुझे कोई नहीं बच्चा पाता
कमिशनर : देखो देवश हर बात की एक हद होती है तुम ऊसें एर सामने उकचा दिखाने की कोशिश कर रहे हो पर कानून के निगहाओ में वो सिर्फ़ एक महेज़ मुज़रिम है…तुमपे आहेसां होंगे उसके पर मेरेल इए वो महेज़ खलायक के भट्टी एक मुज़रिम है
देवश : आप समझना चाहते क्यों नहीं है सर? अगर मैं उसे बचाता नहीं तो रोज़ को कुछ हो जाता
कमिशनर : तो फिर तुमने उसे अरेस्ट क्यों नहीं किया? काला लंड को क्यों नहीं पकड़ पाए जिसके तुमने बारे बारे दावे किए थे
देवश : ई आम सॉरी सर वहां से भागना बेहद जरूरी था वरना ऊस ताकतवर शैतान से बचना मुश्किल ही था मुझे आपसे उसके लिए चुत अट साइट का आर्डर चाहिए
कमिशनर : देखो देवश पहले ही तुमने ऊसपे गोली चलाई ठीक वो मारा नहीं इट;से फॉर डिफेन्स लेकिन उसके लिए चुत अट साइट का मैं आर्डर तुम्हें काटतायी नहीं देने वाला बिकॉज़ मैं ऊन तीनों को ज़िंदा पकड़ना चाहता हूँ इट’से अबौट और कंट्री’से रेप्युटेशन
देवश : वाहह सर सिर्फ़ एक रेप्युटेशन के लिए यू आर बिकमिंग सो सडिस्टिक कोई मारे या बचे इट डोएस्न;त मॅटर तो यू वेट्स रॉंग विड यू सर? प्ल्स सर अगर उसे रोका नहीं गया तो वो और मासूमों की जानें लगा हे इस गोडड़मान ब्लडी साइको
कमिशनर : और यू अरे आ ब्लडी अडमेंट (देवश खून खौले आंखों से कमिशनर की ओर देखने लगा) ठीक है है सर आप मुझे आर्डर नहीं देंगे ना सही लेकिन अगर आगे छलके कोई मासूम मारा तो उसके ज़िमीडार आप होंगे…मुझे अपनी प्रमोशन की परवाह नहीं…ऐसे ही तो आपने काला साया के लिए एन्कौतेर लिख डाला…जबकि ऊसने नायक काम किया जिस मुज़रिम से आपको बेनेफिट है उसे मारना मतलब क्रोरो का नुकसान
अगर पुलिस ही नुकसान और प्रॉफिट की बात सोचे वो भी मुर्ज़िमो से तो फिर कानून के तरज़ू में सिर्फ़ प्रॉफिट और करप्षन ही मुझे दीखेगा
कमिशनर : गेट आउट देवश और डोंट आर्ग्यू विड में मैं जनता हूँ मैंने क्या किया और ई हॅव डन एवेरितिंग राइट..गो नाउ राइट नाउ
देवश : जा रहा हूँ सर ये याद रखिएगा आज काला साया का होना कितना जरूरी था…कल रोज़ भी मारी जाएगी…फिर हमारा कानून ऊन मुर्ज़िमो को पकड़ पाए या ना पाए पर ऊन लोगों के लिए हिज़ाड़ो की तरह ताली जरूर बजाएगा
इस बार देवश का गुस्सा सर चढ़के बोला….और वो तमतमते हुए थाने से निकल गया….पीछे कमिशनर बस गुलाबी निगाहें लिए टेबल पे मर के बैठ गया…
देवश पूरे रास्ते गुस्से से जीप को चला रहा था…कमिशनर की एक एक काँटे डर चुबती बातें उसके दिमाग को जैसे कांटें जा रही थी…जल्द ही वो इतर पहुंचा…और फिर अपने घर ऊसने गाड़ी रोकी और गुस्से में टमतमाते हुए दरवाजे की ओर देखा…ये क्या? लगता है मामुन अभीतक आया नहीं
देवश ने अकेले ही दरवाजा खोला और फिर बिस्तर पे जाकर लाइट गया…आज उसका मूंड़ बेहद खराब था एक तो काला लंड से भीढात के साथ ही उसे भी थोड़ी चोटें आई थी…ऊपर से कमिशनर चुत अट साइट के आर्डर को भी रेफ्यूज़ कर रहा था वो जनता नहीं की ये तीन बदमाश कितने खतरनाक है…लेकिन ऊपर के कुर्सी में बैठे लोगों को कैसे समझाए???
देवश सर पे हाथ रखकर अभी बैठा ही था इतने मेंडरवाजे पे दस्तक हुई….देवश ने दरवाजा खोला…”अरे ये क्या काकी मां आप?”…..देवश के चेहरे पे थोड़ा मुस्कान आया
अपर्णा काकी : हाँ और नहीं तो क्या? बेटा ज़रा एक गिलास पानी पीला दे बहुत दूर से छलके आई हूँ
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