RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
Update 3
डॉली का सपना था की वो लगातार तीसरे साल भी चुनाव जीत जाए. मगर इस बार मामला कुच्छ और था. डॉली का छोटा भाई जय इसी साल कॉलेज के फर्स्ट एअर मे आया था.
जय और डॉली की आपस मे नही बनती थी, इसका कारण वो एक अफवाह थी. डॉली ने मान लिया था की जय को उनकी मा ने अपने ड्राइवर राजेश की मदद से पैदा किया था.
जय ने भी ज़िद पकड़ ली की इस बार कॉलेज के इलेक्शन मे वो ही खड़ा होगा. पार्टी अब चिंता मे पड़ गयी की किसको टिकेट दे.
पार्टी ने फिर डॉली को टिकेट दे दिया. यह बात जय का ठीक नही लगी और उसने अपोजीशन पार्टी से टिकेट ले लिया. यह वोही पार्टी थी जो पिच्छले दो साल से डॉली के नाजायज़ तरीके से हार रही थी.
डॉली को भी पता था की कोई बाहर का होता तो उसको अपने नाजायज़ तरीक़ो से अपने रास्ते से हटा देती पर अब सामना अपने ही छोटे भाई से हैं जिसके सामने उसके यह तरीके नही चलेंगे.
मामला डॉली और जय की मा ज्योति के पास पहुचा. वो तीनो अब इस बात पर डिस्कशन कर रहे थे.
डॉली: “मम्मी, आप इस जय को बोलो की यह अपना नॉमिनेशन वापिस ले ले”
जय: “देखो मा, डॉली दीदी पिच्छले 2 साल से इलेक्शन जीत रही हैं. अभी इनको पीछे हटना ही पड़ेगा वरना इलेक्शन मे आमने सामने आ जाओ”
ज्योति: “भाई बहन होकर तुम आपस मे मत लडो. तुम्हारे पापा की भी बदनामी होगी”
डॉली: “इस जय को क्या फ़र्क पड़ता हैं! बदनामी तो सिर्फ़ मेरे पापा की होगी ना!”
ज्योति: “डॉली, मूह संभाल कर बात करो”
डॉली: “सॉरी मम्मी, मगर मैने तो वो ही कहा जो लोग बात करते हैं. अब हम किस किस का मूह बंद करवाए!”
जय: “मम्मी आप ही इसको समझाओ, वरना मैं पापा के पास जाउन्गा”
डॉली: “जा, ड्राइवर राजेश के पास, तेरे पापा तो वोही हैं”
जय ने डॉली की कलाई पकड़ कर ज़ोर से दबा दी और डॉली चीखने लगी.
ज्योति: “जय छोड़ डॉली को. तेरी बड़ी बहन हैं”
जय: “तो आप इसको समझाती क्यू नही. यह बार बार ना सिर्फ़ मेरा मज़ाक उड़ाती हैं पर इनडाइरेक्ट्ली आपके कॅरक्टर पर भी उंगली उठा रही हैं”
ज्योति: “डॉली, तुम जो कर रही हो सही नही हैं. और तुम क्या राजेश बोल रही हो! उनकी और अपनी उम्र देखो.”
डॉली: “सॉरी मम्मी, आपको दुख पहुचा हो तो. मैं राजेश अंकल बोलूँगी. पर जय चाहे तो उनको पापा बोल सकता हैं”
जय नाराज़ होकर वहाँ से जाने लगा. डॉली आए दिन जय को ड्राइवर राजेश अंकल का बेटा बोलकर चिड़ाती थी. जय भी इसको अब सच मान चुका था.
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