RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
आरके ने ज्योति का वालेकम किया. और उसको मीटिंग रूम से लगे हुए कमरे मे लाया जहाँ शराब की बॉटल्स पड़ी थी.
आरके: “तुम तो सारी पहन कर आई हो. बार गर्ल के कपड़ो मे आ जाओ जल्दी से.”
ज्योति: “मैं कोई और कपड़े नही लाई हूँ”
आरके: “मैने कब कहा की दूसरे कपड़े पहनने हैं! मुझे ऐसी बार गर्ल चाहिए जो बिना कपड़ो के शराब सर्व करे. इनवेस्टर्स ज़्यादा खुश होंगे. चलो कपड़े उतार कर तैयार रहो, इनवेस्टर्स आते ही होंगे”
ज्योति: “तुम बाहर जाओ, मैं कपड़े उतार रही हूँ”
आरके: “कपड़े उतारने के बाद तो बाहर आना ही होगा ना! मैं तो तब भी तुम्हे देख ही लूँगा. इतना क्यू शर्मा रही हो? तुम्हे तो मैं चोद भी चुका हूँ”
ज्योति: “मैं तुम्हारे सामने कपड़े नही उतारुँगी. एक बार नंगी हो जाऊ, फिर भले ही तुम देखते रहना मुझे”
आरके: “अच्छा ठीक हैं. मगर मेरे इनवेस्टर्स थोड़े रंगीले हैं. वो तुम्हारे अंगो को यहा वहाँ हाथ लगाए या कुच्छ करने को बोले तो तुम मना नही बोलॉगी. और एक चीज़, चेहरे पर हमेशा एक स्माइल रहनी चाहिए. इनमे से किसी भी चीज़ के लिए मना किया तो सूटकेस का लॉक तोड़ते टाइम नही लगेगा”
आरके कार्मे से बाहर आ गया. ज्योति ने अपनी सारी और बाकी कपड़े उतारे और नंगी हो गयी. बाहर इनवेस्टर्स आ गये थे. ज्योति ने शराब के जाम बना कर ट्रे मे तैयार कर दिए.
आरके ने बाहर मीटिंग रूम से शराब सर्व करने की आवाज़ लगाई. ज्योति दरवाजे पर आई और उसके होश उड़ गये यह देखकर की वहाँ उसका दामाद कौशल भी मौजूद था और अपने इनवेस्टर्स से बात कर रहा था.
ज्योति वापिस अंदर चली गयी और घबरा गयी. अपने बेटे जैसे दामाद के सामने वो इस तरह नंगी हालत मे कैसे जा सकती थी. ज्योति ने सोचा भी नही था की कौशल भी वहाँ आएगा.
आरके ने ज्योति से यह बात जानबूझकर च्छुपाई थी. आरके ने ज्योति को देख लिया था और वो कमरे मे आ गया.
आरके: “क्या हुआ ज्योति, तुम बाहर क्यू नही आ रही. शराब सर्व करो”
ज्योति: “बाहर कौशल भी हैं, तुमने मुझे बाते क्यू नही की वो भी आने वाला हैं”
आरके: “उस से क्या फ़र्क पड़ जाता. इनवेस्टर्स को खुश करने के लिए तो कपड़े उतारने ही पड़ते. कौशल तो उल्टा खुश हैं की उसकी सास खुद उसके बिज़्नेस के फ़ायदे के लिए इतना बड़ा काम कर रही हैं”
ज्योति: “कौशल तुम्हारे जैसा घटिया नही हैं. मैं उसको सब बता देती हूँ”
आरके: “तुम्हे पता हैं वीडियो कॅमरा वाला सूटकेस कहा हैं! राज वो सूटकेस लेकर गया हैं. सुबह ही आएगा. अगर तुमने मेरा कहा नही माना तो राज वो सूटकेस का लॉक तोड़ देगा. मेरे पास तो सूटकेस हैं नही, कौशल तुम्हारी बात का भरोसा क्यू करेगा?”
ज्योति अब बुरी तरह फँस चुकी तही. या तो अपनी इज़्ज़त बचाती या फिर अपनी जवान बेटी की इज़्ज़त बचाती. उसने अपने दिल पर पत्थर रख लिया.
आरके: “और अपना चेहरा ठीक करो, बारह बजे हुए हैं तुम्हारे चेहरे के. मैने क्या बोला था, एक स्माइल हमेशा होनी चाहिए. कौशल को भी लगना चाहिए की तुम खुशी खुशी उसकी हेल्प कर रही हो”
आरके बाहर चला गया. ज्योति ने अपनी आँखें बंद की और और फिर अपना मन मजबूत किया. फिर शराब की ट्रे पकड़े बाहर आई.
कौशल की नज़र अपनी नंगी सास ज्योति पर पड़ी और वो हैरान रह गया और फिर अपने पिता की तरफ देखने लगा. आरके जो की कौशल के पास ही बैठा था उसके कान मे बोला.
आरके: “ज्योति जी मान ही नही रहे थे. बोले दामाद कौशल के बिज़्नेस का इतना बड़ा मौका हैं तो कोई सुंदर बार गर्ल होनी चाहिए, और वो ज़िद करने लगी की वो खुद यह काम करेगी”
विदेशी इन्वेस्टर्स एक खूबसूरत नंगी बार गर्ल के रूप मे ज्योति को देखकर खुश हो गये और लार टपकाने लगे. जैसे जैसे ज्योति उनको शराब सर्वर कर रही थी वो लोग ज्योति के निपल, बूब्स तो कोई गान्ड को दबा रहा था.
कौशल ने यह सब देखकर अपन माथा पकड़ लिया. आरके के कहने से ज्योति अपने चेहरे पर एक स्माइल ओढ़े हुए थी. मगर मन ही मन बहुत अपमानित महसु कर रही थी.
शराब के दौर चलने लगे और ज्योति उनको सर्व करती रही और वो लोग ज्योति के शरीर पर हाथ रगड़ कर मज़े लेते रहे. फिर उन इन्वेस्टर पर शराब चढ़ने लगी.
एक इन्वेस्टर जो कौशल के पास ही बैठा था, उसने ज्योति को टेबल पर चढ़ने को बोला और फिर अपने सामने बैठने को बोला. ज्योति टेबल पर चढ़कर उसके सामने घुटनो के बल बैठ गयी.
उस इन्वेस्टर ने ज्योति को अपने पाव चौड़े कर चूत खोल कर अपने सामने बैठने को बोला. कौशल पास मे ही बैठा था. ज्योति घबरा गयी.
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