RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
ज्योति अंदर जाकर अपनी सारी और कपड़े पहन आई. राज सूटकेस लिए बाहर ही खड़ा था. ज्योति ने चाबी से ब्रीफकेस खोला और देखा कॅमरा अंदर ही पड़ा था.
ज्योति वो कॅमरा का मेमोरी कार्ड निकाल कर अपने साथ ले गयी और घर आ गयी. थोड़ी देर सुबह के बाद ज्योति को डॉली का फोन आया. ज्योति को डर था की कौशल ने ज़रूर डॉली को सब बता दिया होगा.
ज्योति ने डॉली को सब कुछ बता दिया की कैसे आरके ने उसको ब्लॅकमेल किया था.
डॉली: “आपको मुझे पहले ही बता देना चाहिए था. मैं कौशल को बता देती. वो अभी बहुत अपसेट हैं”
ज्योति: “तू जानती नही वो आरके कितना कमीना हैं. उसके पास बचने के सब रास्ते हैं”
डॉली: “आप चिंता मत करो. मैं उसको सबक सिखाउन्गी”
ज्योति: “नही, तुम कुच्छ नही करोगी. मैने उसको शादी मे सबक सीखने की कोशिश की थी, देखो मेरा क्या हाल किया हैं. मैं तुम्हारे साथ कुच्छ बुरा नही होने दे सकती. तुम्हे मेरी कसम हैं, तुम कुच्छ नही करोगी, जो हुआ उसको भूल जाओ”
डॉली ने अपने पति कौशल को सब बता दिया की कौशल का पिता आरके कितना कमीना हैं और डॉली की मा ज्योति के साथ कितना ग़लत किया.
कौशल की अपने पिता से लड़ाई हो गयी और उस से बात करना बंद कर दिया. कौशल ने अपना दूसरा काम करना शुरू कर दिया.
लगभग 6 महीने बाद कौशल की एक रोड आक्सिडेंट मे डेत हो गयी. डॉली ने शादी के कुच्छ ही महीनो मे अपना पति खो दिया. उसने भी यह शादी अपने मतलब के लिए की थी अपना राजनीतिक करियर बढ़ाने के लिए.
दूसरी तरफ आरके शॉक्ड रह गये. आरके की तो जैसे कमर ही टूट गयी. उसका इकलौता बेटा मर चुका था शायद उसके पापो का परिणाम था.
हालाँकि आरके की छोटी बेटी सुहानी इस दुख की घड़ी मे अपनी पढ़ाई से ब्रेक लेकर विदेश से घर आ गयी थी पर आरके के घर का चिराग तो कौशल ही था.
आरके ने अपने बेटे की मौत का आरोप डॉली और ज्योति पर लगाया. डॉली ने ही कौशल को आरके के खिलाफ भड़काया था जिस से बाप बेटे मे अनबन हुई थी और कौशल डिस्टर्ब्ड रहता था.
ज्योति चाहती थी की उसकी बेटी डॉली वापिस अपने घर लौट आए पर डॉली ने माना कर दिया. उसका टारगेट अभी भी अपना पोलिटिकल करियर आगे बढ़ाना था.
आरके ने डॉली को सॉफ बोल दिया की उसके खुद के रहते हुए डॉली का सपना कभी पूरा नही होगा. डॉली ने ठान लिया की वो आरके को बर्बाद करेगी और अपनी मा के अपमान का भी बदला लेगी.
आरके की बेटी सुहानी फिर से विदेश लौट गयी अपनी पढ़ाई कंटिन्यू करने. डॉली ने अपनी राजनीतिक चालें चलना शुरू कर दिया.
थोड़े दिन बाद डॉली ने मामला थोड़ा शांत पड़ते ही आरके से बातचीत की.
डॉली: “आपको आपके खानदान का चिराग चाहिए और मुझे आपकी कुर्सी चाहिए. आपको जो चाहिए मैं आपको दूँगी और मुझे जो चाहिए वो आप दे दो”
आरके: “क्या मतलब हैं तुम्हारा?”
डॉली: “मैं आपको बच्चा दूँगी, आपके घर का चिराग. आप मुझसे अपना बच्चा पैदा कर लो. मैं सबसे यही कहूँगी की कौशल के जाने से पहले वो मुझे प्रेग्नेंट करके गया था”
आरके शक की निगाहो से डॉली को देखने लगा. उसको यकीन नही हो रहा था की उसको नफ़रत करने वाली डॉली ऐसा कुच्छ बोल सकती हैं.
डॉली: “कौशल को गये कुच्छ ही दिन हुए हैं. आप मुझे प्रेग्नेंट कर दो तो किसी को पता नही चलेगा की बच्चा आपका हैं या कौशल का. जैसे ही मैं प्रेग्नेंट हो जाउन्गी, आप मुझे इलेक्शन के लिए अपनी जगह टिकेट दिलवा देना. बोलो मंजूर हैं सौदा”
आरके सोच मे पड़ गया. अपनी बेटी की उम्र की जवान खूबसूरत डॉली को देखकर उसकी हवस जाग गयी. उसको अपने खानदान को आगे बढ़ाने के लिए एक बच्चे की ज़रूरत थी.
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